ShortNews in English
Jasol: 04.10.2012
Acharya Mahashraman said that people should try to follow moral values. Acharya Tulsi and Acharya Mahaprajna tried to spread moral values. He also advised politicians to do serve people. President of State BJP was present in function. Arun Chaturvedi told humanity needs guidance of Acharya Mahashraman. He also praised Mega Blood Donation Drive organized by Akhil Bhartiya Terapanth Yuvak Parishad.
News in Hindi
सत्ता में आकर करें जनता की सेवा: आचार्य
जसोल(बालोतरा) ०४ अक्तूबर २०१२ जैन तेरापंथ न्यूज ब्योरो
मनुष्य का व्यवहार धर्म से ओत-प्रोत होना चाहिए। उसके लिए आदमी नैतिक मूल्यों की प्रतिष्ठा का प्रयास करें। व्यवहार में नैतिक मूल्य होने पर व्यवहार धर्म से प्रभावित होता है। व्यक्ति को नैतिक मूल्यों की प्रतिष्ठापना का मंगल संदेश तेरापंथ धर्मसंघ के आचार्य महाश्रमण ने बुधवार को धर्मसभा को संबोधित करते हुए दिया। उन्होंने कहा कि बाजार में नैतिकता की देवी विराजमान रहे। नैतिकता की देवी को विराजित करने के लिए दुकान नैतिकता से युक्त हो। इसी प्रकार मनुष्य के व्यवहार में अहिंसा की देवी विराजमान रहे। व्यक्ति कटू शब्द, अपशब्द, असत्य वचन का प्रयोग न करे। आचार्य ने कहा कि आचार्य तुलसी ने अणुव्रत आंदोलन का प्रवर्तन मानस परिवर्तन कर लिया। आचार्य तुलसी ने भारत के विभिन्न प्रांतों की पदयात्रा कर जनता को नैतिकता का संदेश दिया। मानवता के निर्माण में उन्होंने अपना कम नियोजित किया, समय लगाया और अपनी सेवा दी। आचार्य महाप्रज्ञ अहिंसा यात्रा के द्वारा जगह-जगह आए और अहिंसा का संदेश जनता को दिया। आचार्य ने कहा कि व्यक्ति व देश अहिंसा व शांति से विकास कर सकता है। मनुष्य में परस्पर मैत्री भावना का विकास हो। उन्होंने कहा कि सरकार के लोग जनता की सेवा के लिए आते हंै, इसलिए ही जनता इन्हें चुनती है। आदमी सत्ता में आकर जनता की सेवा न करे तो उसका सरकार या सत्ता में आना, व्यर्थ है। आचार्य ने कहा कि सरकार जनता की सेवा भी करती है और जनता की समस्याओं को भी सुनती है। यथासंभव समस्या के समाधान का प्रयास भी करते हैं। प्रशासन करने वाले अगर लोग में आए जाए तो गड़बड़ी हो जाती है। इसलिए व्यक्ति अनैतिकता से बचने का प्रयास करें। स्वस्थ समाज के निर्माण में ईमानदारी व नैतिकता की प्रतिष्ठा आवश्यक हैं।
मंत्री मुनि सुमेरमल ने कहा कि मनुष्य की संस्कृति एक-दूसरे के सहयोग की संस्कृति है। जैन दर्शन का प्रमुख तत्व परस्पर ग्रहों जीवानाम् दिया गया है। एक-दूसरे का सहयोग करना हर व्यक्ति के लिए जरूरी होता है। भारतीय संस्कृति स्वयं सहयोग की संस्कृति है। इससे हमेशा दूसरों को सहारा देने की बात कही गई है। आचार्य महाश्रमण भी भारतीय संस्कृति के उन्नयन की बात कहते हैं।
प्रवचन में मानवता का सार: भाजपा प्रदेशाध्यक्ष अरुण चतुर्वेदी ने आचार्य को श्रद्धासिक्त वंदन करते हुए कहा कि आपके मार्गदर्शन की पूरी दुनिया को आज जरूरत है। आपके प्रवचन, कार्य में मानव जाति का पूरा सार है। १७ सितंबर को जो रक्तदान का कार्य हुआ है, वह अनुकरणीय है।
रक्तदान शिविर एक मानवीय एकता का माध्यम है, जो वर्ग, संप्रदाय से ऊपर है। वह रक्त न जाति पूछता है, न धर्म और न ही संप्रदाय। चतुर्वेदी ने आचार्य से आशीर्वाद मांगते हुए कहा कि आपके नेतृत्व का संदेश लेकर भ्रमण करते हैं। आपके मार्गदर्शन में हम मानवीय मूल्यों की अभिवृद्धि में अपना योगदान देते रहे। कार्यक्रम के प्रारंभ में मुनि विजयकुमार ने हमको दो वर नाथ गीतिका की प्रस्तुति दी। भाजपा प्रदेशाध्यक्ष का संक्षिप्त में परिचय चंद्रशेखर छाजेड़ ने दिया। इससे पूर्व भाजपा प्रदेशाध्यक्ष ने आचार्य के दर्शन किए और देश की विभिन्न समस्याओं, परिस्थितियों के बारे में वार्ता, चर्चा चली। चतुर्वेदी ने आचार्य को षडय़ंत्र नामक पुस्तिका देते हुए जानकारी दी।
अणुव्रत प्रदेशाध्यक्ष भूपतराज कोठारी व चंद्रशेखर छाजेड़ ने चित्र की प्रतिकृति प्रदेशाध्यक्ष को भेंट की। प्रवचन कार्यक्रम में प्रेक्षाध्यान शिविर के समापन अवसर पर इसकी रिपोर्ट जीतमल गुलगुलिया ने प्रस्तुत की। उन्होंने बताया कि शिविर में २५ बहनों व २४ भाईयों सहित कुल ४९ ने भाग लिया। शिविर संभागी पूजा डोसी व डॉ. रमेश जैन दिल्ली ने अपने अनुभवों की प्रस्तुति दी। आसींद से समागत कन्या मंडल ने भक्तोंं के भगतव हो आचार्य गीत द्वारा अपनी श्रद्धासिक्त अभिव्यक्ति दी। कार्यक्रम का संचालन मुनि हिमांशुकुमार ने किया।
आचार्य के दर्शन किए यूथ कांगे्रस महासचिव ने: आचार्य महाश्रमण ने राजस्थान प्रदेश यूथ कांग्र्रेस महासचिव रंजू रामावत ने दर्शन किए। रामावत के साथ डॉ. रमन चौधरी, इम्तियाज अली, विनोद गोठी, रौनक श्रीश्रीमाल, प्रहलाद धतरवाल, चंद्रा बालड़, देवाराम सियोट, रावतराम चौधरी सहित कांग्रेस यूथ कार्यकर्ता उपस्थित थे।
जसोल. धर्मसभा को संबोधित करते व इनसेट में भाजपा प्रदेशाध्यक्ष से चर्चा करते आचार्य महाश्रमण।