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*16/03/18* दक्षिण भारत मे मुनि वृन्द, साध्वी वृन्द का सम्भावित विहार/ प्रवास
दर्शन सेवा का लाभ ले
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*संघ संवाद* + *संघ संवाद*
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*आचार्य श्री महाश्रमण जी* *के आज्ञानुवर्ति मुनिश्री सुव्रत कुमार जी ठाणा* 2
का प्रवास
*नवरत्न जी बाठिया के निवास स्थान*
*Polur* (तमिलनाडु)
वेलुर- तिरुवन्नामलाई रोड
☎9108075692,
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*संघ संवाद* + *संघ संवाद*
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*आचार्य श्री महाश्रमण जी के आज्ञानुवर्ती मुनि श्री रणजीत कुमार जी ठाणा २* का प्रवास
*सुरेश जी देवड़ा के निवास स्थान विडदी* (कर्नाटक)
(Mysore - Bangalore 'द्वितिय2,9448374522
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*संघ संवाद*+ *संघ संवाद*
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*आचार्य श्री महाश्रमण जी के सुशिष्य*
*मुनि श्री ज्ञानेन्द्र कुमार जी ठाणा 5* का प्रवास
*Javarilal ji Bumb*
C/o ranjeeth medicals
No: 17 /4 kamraj street
West *tambaram*
*Chennai:45*
☎8107033307,9840214382
9444492965
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*संघ संवाद*+ *संघ संवाद*
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*आचार्य श्री महाश्रमण जी के सुशिष्य डॉ *मुनि श्री अमृत कुमार जी ठाणा २* का प्रवास
*गौतमकुमार जी सेठिया*
43/1 गोपाल पिल्लैयार कोइल स्ट्रीट *तिरुवन्नामलाई*
☎9566296874,9487556076
9940744445
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*संघ संवाद*+ *संघ संवाद*
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*आचार्य श्री महाश्रमण जी के*
*सुशिष्य मुनि श्री रमेश कुमार जी ठाणा 2* का प्रवास
*बाबा रामदेव मन्दिर*
*तुनि गॉव के आगे*
(विशाखापट्टनम -चेन्नई रोड)
☎8085400108,7000790899
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*संघ संवाद* + *संघ संवाद*
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*आचार्य श्री महाश्रमण जी के सुशिष्य मुनि श्री प्रशान्त कुमार जी ठाणा २* का प्रवास
*MP House Eramayoor se Tusshar Marbles palakkad padharenge*
(अर्नाकुलम- कोयम्बतुर रोड) ☎9672039432,9246998909
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*संघ संवाद*+ *संघ संवाद*
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*आचार्य श्री महाश्रमण जी की सुशिष्या 'शासन श्री' साध्वी श्री विद्यावती जी 'द्वितिय' ठाणा ५* का प्रवास
*तेरापंथ भवन*
पल्लावरम चेन्नैई (तमिलनाडु)
☎8890788494
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*संघ संवाद*+ *संघ संवाद*
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*आचार्य श्री महाश्रमण जी की सुशिष्या "शासन श्री" साध्वी श्री यशोमती जी ठाणा 4* का प्रवास
*11 km का विहार करके संगटुर पद्यारेगे*
(विजयवाडा -चेन्नैइ हाईवे)
☎7297958479,7044937375
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*संघ संवाद*+ *संघ संवाद*
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*आचार्य श्री महाश्रमण जी की सुशिष्या 'शासन श्री' साध्वी श्री कंचनप्रभा जी ठाणा 5* का प्रवास
*तेरापंथ सभा भवन*
*गॉधीनगर Bangalore* (कर्नाटक)
☎7624946879,
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*संघ संवाद*+ *संघ संवाद*
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*आचार्य श्री महाश्रमण जी की सुशिष्या साध्वी श्री राकेश कुमारी जी (बायतु) ठाणा 4* का प्रवास
*कल्याण मडपम् मेन रोड से 11km का विहार करके विशाखापट्नम् पधारेगे*
☎8917477918,9959037737
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*संघ संवाद*+ *संघ संवाद*
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*आचार्य श्री महाश्रमण जी की सुशिष्या साध्वी श्री विमल प्रज्ञा जी ठाणा 10* का प्रवास
*अन्नावरम (कल्याण मंडप)से 11कि.मि. का विहार करके कतीपूढी धर्मशाला मे पधारेंगे*
(विशाखापटनम -चेन्नैइ रोड)
☎9051582096,9123032136
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*संघ संवाद* + *संघ संवाद*
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*आचार्य श्री महाश्रमण जी की सुशिष्या साध्वी श्री प्रमिला कुमारी जी ठाणा 5* का प्रवास
*लक्ष्मीपत जी कोठारी*
Kothari nivas Lalithanagar Nager
*Visakhapatnam*
☎:9014491997,8290317048
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*संघ संवाद+ संघ संवाद*
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*आचार्य श्री महाश्रमण जी की सुशिष्या साध्वी श्री काव्यलता जी ठाणा 4* का प्रवास
*Ashta Mangal villa*
27 Lettangs Road, Purasavakam, Chennai-7 (तमिलनाडु)
☎8428020772,984017646
9884244004
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*संघ संवाद*+ *संघ संवाद*
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*आचार्य श्री महाश्रमण जी की सुशिष्या साध्वी श्री प्रज्ञा श्री जी ठाणा 4* का प्रवास
*सुबह का प्रवास*
मुथू स्वामी बगला,होटल ली मेरीडियन के सामने पधारेंगे
*शाम का प्रवास*
रंजन मेडिकल सेंटर
(कोयम्बतुर- त्रिपुर रोड)
☎9629840537,7200690967
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*संघ संवाद*+ *संघ संवाद*
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*आचार्य श्री महाश्रमण जी की सुशिस्या साध्वी श्री सुर्दशना श्री जी ठाणा 4* का प्रवास
*तेरापंथ भवन*
*पारस गार्डन रायचुर*
☎9845123211
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*संघ संवाद + संघ संवाद*
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*आचार्य श्री महाश्रमण जी की सुशिष्या साध्वी श्री लब्धि श्री जी ठाणा 3 का प्रवास*
*जैन रिसोर्ट से 12 km का विहार करके कलेहही पधारेगे*
(मैसुर-ऊटी रोड)
☎9601420513,8489484381
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*संध संवाद*+ *संध संवाद*
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*आचार्य श्री महाश्रमण जी की सुशिष्या साध्वी श्री मघुस्मिता जी ठाणा 6* का प्रवास
*तेरापंथ सभा भवन*
*गॉधीनगर Bangalore* (कर्नाटक)
☎7798028703
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प्रस्तुति:- 🌻 *संघ संवाद* 🌻
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जैनधर्म की श्वेतांबर और दिगंबर परंपरा के आचार्यों का जीवन वृत्त शासन श्री साध्वी श्री संघमित्रा जी की कृति।
📙 *जैन धर्म के प्रभावक आचार्य* 📙
📝 *श्रंखला -- 282* 📝
*कोविद-कुलालङ्कार आचार्य भट्ट अकलङ्क*
*साहित्य*
आचार्य अकलंक का अगाध वैदुष्य उनके ग्रंथों में प्रगट होता है। उनकी ग्रंथ रचना सूत्रात्मक शैली में निबद्ध है, गहन और अर्थ बहुल है। उनके अपने ग्रंथों पर लिखे गए भाष्य भी दुरूह हैं। आचार्य अकलंक के ग्रंथों को समझाने का काम अनंतवीर्य और विद्यानंद ने किया है। आचार्य अकलंक ने दो प्रकार के ग्रंथों का निर्माण किया है भाष्य ग्रंथ और स्वतंत्र ग्रंथ। उनके ग्रंथों का परिचय इस प्रकार है—
*तत्त्वार्थ वार्तिक सभाष्य* तत्त्वार्थ सूत्र पर कई टीकाओं की रचना हुई। उनमें यह टीका अधिक महत्त्वपूर्ण है। तत्त्वार्थ ग्रंथ पर उद्योतकर की न्याय वार्तिक शैली में लिखा गया यह प्रथम वार्तिक है। पूज्यपाद की 'सर्वार्थ सिद्धि' का बहुभाग इसमें वार्तिक रूप में परिणित हो गया है। सर्वार्थसिद्धि टीका को समझाने के लिए यह टीका विशेष सहायक है। तत्त्वार्थ सूत्र के दो पाठ प्रचलित हैं। दिगंबर सम्मत तत्त्वार्थ पाठ के आधार पर इस ग्रंथ को रचा गया है। यह ग्रंथ वार्तिक प्रधान होने के कारण इसका तत्त्वार्थ वार्तिक नाम सार्थक है। राजवार्तिक नाम से भी इस ग्रंथ की प्रसिद्धि है।
इस टीका में जीव-अजीव आदि सात तत्त्वों का सांगोपांग विवेचन है। यह एक ऐसा आकर ग्रंथ है जिसमें सैद्धांतिक, भौगोलिक, दार्शनिक सभी विषयों की चर्चा है। इस टीका का वार्तिक सूत्रात्मक एवं संक्षिप्त है। भाष्य की भाषा सरल है। यह तत्त्वार्थ सूत्र का भाष्य है जिसे तत्त्वार्थ भाष्य के नाम से जाना जाता है।
इस टीका के वार्तिक भाग में तत्त्वार्थ वृत्ति की विशिष्ट पंक्तियों को मूल वार्तिक के रूप में समाविष्ट किया गया है पर अकलंक की प्रतिपादन कुशलता के कारण पूज्यपाद की तत्त्वार्थ वृत्ति का भाग इस तत्त्वार्थ राज वार्तिक का आवश्यक अंग सा प्रतीत होता है। इस टीका में षट्खंडागम के सूत्र और महाबंध के सूत्र भी उद्धृत किए गए हैं। पाठक को बहुविध सामग्री प्रदान कराने वाली यह उत्तम टीका है। मूल ग्रंथ के आधार पर इसके दस अध्याय हैं। इस ग्रंथ में कहीं अकलंक देव का नाम नहीं है, लेकिन इस ग्रंथ की प्रौढ़ शैली के कारण और सिद्धि विनिश्चय टीका के उल्लेख के आधार पर यह रचना निस्संदेह अकलंक की है। यह टीका अत्यंत गहन है। आचार्य अकलंक का बहुश्रुतत्त्व इस ग्रंथ को पढ़ने से ज्ञात होता है। श्वेताम्बर सम्मत सूत्र पाठ का इस ग्रंथ में स्थान-स्थान पर निराकरण है।
*कोविद-कुलालङ्कार आचार्य भट्ट अकलङ्क द्वारा रचित अन्य अनेक ग्रंथों* के बारे में पढ़ेंगे और प्रेरणा पाएंगे... हमारी अगली पोस्ट में... क्रमशः...
प्रस्तुति --🌻 *संघ संवाद* 🌻
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त्याग, बलिदान, सेवा और समर्पण भाव के उत्तम उदाहरण तेरापंथ धर्मसंघ के श्रावकों का जीवनवृत्त शासन गौरव मुनि श्री बुद्धमलजी की कृति।
📙 *'नींव के पत्थर'* 📙
📝 *श्रंखला -- 106* 📝
*मोखजी खमेसरा*
*सम्पर्क का अभाव*
मोखजी खमेसरा उदयपुर के निवासी थे। जयाचार्य के शासनकाल के श्रावकों में उनका महत्त्वपूर्ण स्थान था। गोगुंदा में उनका ननिहाल था। अतः उनकी माता वहां के संस्कारों के अनुकूल ही बड़ी दृढ़ श्रद्धा वाली श्राविका थी। उदयपुर में उनके परिवार वालों में कोई विशेष धार्मिक रुचि नहीं थी। अतः प्रारंभिक अवस्था में मोखजी को संत समागम का विशेष अवसर नहीं मिला। उनकी माता की प्रेरणा अवश्य रहती कि वह संतो के पास जाकर धर्म के रहस्य को समझें, किंतु वह हर बार अपनी मां की बात को हंसकर टाल दिया करते। संतो के पास जाने में वस्तुतः उन्हें संकोच होता था।
*मौन की करामात*
एक बार की बात है, उदयपुर में संतों का चातुर्मास था। वह चाहती थी कि मोखजी उस अवसर का लाभ उठाएं और तत्त्वज्ञान के क्षेत्र में गहरे उतरने की योग्यता प्राप्त करें। मोखजी ने मां की बात को अस्वीकार तो कभी नहीं किया, परंतु उसे कार्य रूप में परिणित भी नहीं किया। वे बहुधा यह कह कर टाल जाया करते कि आज नहीं फिर कभी जाऊंगा। यों करते-करते दीपावली आ गई। चातुर्मास की समाप्ति में केवल पन्द्रह दिन ही शेष रह गए। मां ने सोचा यह जाना नहीं चाहता, कालक्षेप करके यों ही चातुर्मास पूरा कर देना चाहता है।
एक दिन उन्होंने निर्देश की भाषा में कहा— "मैं जानती हूं कि संतों के पास जाने कि तेरी कोई रुचि नहीं है, फिर भी मेरे कहने से एक बार तू वहां जा और उनके पास बैठकर कुछ बातचीत कर। तुझे वहां से कोई न कोई गुण ही मिलने वाला है अवगुण नहीं। उसके पश्चात् तुझे उनकी बातें ठीक लगे तो दोबारा जाना नहीं तो न सही।"
मोखजी ने मां के उक्त आग्रह को भी हंसी में टालते हुए कहा— "मेरी पांती की भी तुम्हीं जाया करो मां। मेरे से कहीं आया-जाया नहीं जाता।"
मोखजी का वह रूखा व्यवहार मां को बहुत बुरा लगा। उन्होंने कभी सोचा तक नहीं था कि एक आज्ञाकारी पुत्र उनकी उस छोटी सी बात को इस प्रकार टाल देगा। उसमें उसके मातृ हृदय को बहुत ठेस लगी। उन्होंने रूठने के लहजे में कहा— "तू मेरी इतनी सी बात भी नहीं मानता तो जा, मैं तेरे से बोलूंगी ही नहीं।" और उन्होंने सचमुच बोलना बंद कर दिया।
*क्या मां सचमुच अपने पुत्र से बोलना बंद कर पाई...? और अगर बंद कर पाई तो उसका मोखजी पर क्या कोई सकारात्मक असर हुआ...?* जानेंगे और प्रेरणा पाएंगे... हमारी अगली पोस्ट में... क्रमशः...
प्रस्तुति --🌻 *संघ संवाद* 🌻
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News in Hindi
👉 प्रेक्षा ध्यान के रहस्य - आचार्य महाप्रज्ञ
प्रकाशक - प्रेक्षा फाउंडेसन
📝 धर्म संघ की तटस्थ एवं सटीक जानकारी आप तक पहुंचाए
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👉 *"अहिंसा यात्रा"* के बढ़ते कदम
👉 पूज्यप्रवर अपनी धवल सेना के साथ विहार करके "केसिंगा" पधारेंगे
👉 आज का प्रवास - तेरापंथ भवन, केसिंगा जिला - कालाहांडी (ओड़िशा)
प्रस्तुति - *संघ संवाद*
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