07.03.2018 ►Acharya Shri VidyaSagar Ji Maharaj ke bhakt ►News

Published: 07.03.2018
Updated: 08.03.2018

Update

मुनिश्री क्षमा सागर जी महाराज का चौथा समाधि दिवस

Source: © Facebook

एक करोड़ का पैकेज छोड़ मन की शांति के लिए बने #आचार्यविद्यासागर G के लघुनंदन #मुनिवीरसागर 🙂🙂 #ऽhàrë ❤️

जहां Young लाखों और करोड़ों रुपए के पैकेज की ओर भाग रहा है। एशोआराम और भौतिक वस्तुओं की चाह में रात-दिन एक किए हुए है। वहीं एक ऐसा भी युवा था जिसने आत्म उत्थान और भारतीय संस्कृति की रक्षा के लिए एक करोड़ रुपये के पैकेज को पल भर में त्याग दिया। यह शख्स था शैलेष जैन जो वर्तमान में दिगंबर मुद्रा धारण कर मुनिश्री वीरसागर महाराज बना। उन्होंने आचार्यश्री 108 विद्यासागर महाराज से दीक्षा ग्रहण की। मुनिश्री वीरसागर यहां हांसी में दो दिगंबर जैन मुनियों के साथ ससंघ चातुर्मास कर रहे हैं। शुक्रवार को अमर-उजाला संवाददाता ने उनसे विशेष बातचीत की। वर्ष 2004 में वीरसागर महाराज बॉम्बे के स्टॉक एक्सचेंज में कन्सलटेंट फर्म में सर्विस पर थे। तब वह 1 करोड़ रूपए के सालाना पैकेज पर कार्य कर रहे थे। वहीं उनके छोटे भाई निलेश जैन बॉम्बे में रिलायंस जियो के असिस्टेंट वाइस प्रेसिडेंट है। वर्ष 1994 में नागपुर से शैलेष ने कैमिकल इंजीनियरिंग का कोर्स किया। इसके बाद उन्होंने एमबीए इन फाइनेंस व चार्टर्ड फाइनेंशनल अकाउंटेट (सीएफए) किया। इसके बाद वह बॉम्बे में एक कन्सलटेंट फर्म में सर्विस पर लगे। 31 वर्ष की आयु में उन्हें वैराग्य हुआ और आत्म उत्थान की लगन जागी।

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*मन ही तो है*

यह जानते हुए भी
कि किसी को
कुछ दे नहीं पाऊँगा,
दिया भी नहीं जा सकता,
मन करता है
अपने को समूचा दे दूँ।

किसी की पीड़ा
बाँट नहीं सकूँगा,
कोई बाँट भी नहीं सकता,
मन करता है
सबकी पीड़ा
अपने में ले लूँ।

सारा रास्ता
अकेले ही तय करूँगा,
सभी को करना होता है,
मन करता है
कि सबको साथ ले लूँ।

-मुनिश्री क्षमासागर जी
(समाधि दिवस -13 मार्च)

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#आचार्यश्री विद्यासागरजी महाराज आज सर्वोदय तीर्थ अमरकंटक में #केशलौंच (उत्कृष्ट अवधि) हुआ,साथ ही संघस्थ 7 मुनि महाराज का भी केशलोंच है!

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News in Hindi

#UPDATE आचार्य भगवन गुरूदेव विद्यासागर जी महायतिराज संघ सहित अमरकंटक में विराजमान हें!

पूज्य गुरूदेव का आशीर्वाद पाने के लिये ध्यान रखेंगे तो आप अपने समय का सही सदुपयोग करते हुये उनका दर्शन और आशीर्वाद नजदीकी से पा सकते हें!

प्रातः ६:१५ पर आचार्य भक्ति,
९ वजे आचार्य श्री की पूजन मुख्य पांडाल में, (पूजा करने वाले शुद्ध वस्त्रों में धोती दुपट्टा के साथ जांऐ) तत्काल बाद ९:३० से आहारचर्या ओर १०:३० पर आहार चर्या उपरांत एवं सांयकाल ५:३० से गुरुभक्ती पांडाल में गुरुदेव विराजते हें! उक्त समय पर आप उपस्थित होकर आशीर्वाद एवं दर्शन सहज रुप से मिलते हैं! अपनी यात्रा पूरा पूरा लाभ ले सकते हें! जिसके लिये समाज के सभी लोग लालायित रहते हें! आप भी उनका आशीर्वाद पाना चाहते हें तो ध्यान रखिये आप जब भी अमरकंटक जांए तो अपने वाहन से जाएं तो सवसे अच्छा यदि वाहन नहीं हें तो आप रेल्वेस्टेशन पेंन्डारोड़ पर उतरें वंहा पर स्टेशन के वाहर ही आपको जीप लगी मिलेंगी जो कि ७० से १०० रूपये प्रति यात्री तक आपको सीधे जैन मंदिर अमरकंटक तक पहुंचा देंगे 9425344145 नं पर काल करके आप गाडी़ वुक कर सकते हैं यह श्री नीलेशकुमार जैन का नं हैं! रात्रि में भी ये अपनी सेवायें दे रहे हें! *कुछ लोगो के द्वारा जो अपवाह फैलाई जा रही कि वंहा के लोग परेशान कर रहे है,यह बिल्कुल गलत मेसेज है* आप सभी पधारकर धर्मलाभ लें *बाल ब़. श्री सुनील भैयाजी अनंतपुरा*

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