23.07.2013 ►Jodhpur ►254th Foundation Day of Terapanth Celebrated in Presence of Muni Jinesh Kumar

Published: 25.07.2013
Updated: 08.09.2015

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Jodhpur: 23.07.2013

254th Foundation Day of Terapanth Celebrated in Presence of Muni Jinesh Kumar.

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आचार्य भिक्षु ने सत्य की सुगंध फैलाई: मुनि जिनेश कुमार
तेरापंथ का 254वां स्थापना दिवस मनाया, आचार्य भिक्षु के योगदान पर हुई चर्चा

मां जन्म देती है, गुरु जीवन सुधारता है

मुनि जिनेश कुमार ने कहा कि मां तो जन्म देती है, मगर जीवन को गुरु सुधारता है। गुरु तो कई मिल जाएंगे लेकिन जो शिष्य के चित्त को निर्मल कर साधना और सत्य से साक्षात्कार करवाए वही सच्चा गुरु है। गुरु अज्ञान रूपी अंधकार का नाश करते हैं। ब्रह्मा व विष्णु ने भी कहा है कि जो गुरु की आराधना करता है, उसके आदेश की पालना करता है, वह मोक्ष प्राप्त करता है। मुनि परमानंद ने कहा कि जीवन में गुरु अवश्य बनाएं। गुरु की लघुता से गुरुता की ओर ले जाता है। कार्यक्रम का शुभारंभ जगदीश धारीवाल के मंगल गान से हुआ। कमलाबाई सिंघवी ने गीत प्रस्तुत किया।

जोधपुर 22 जुलाई 2013 जैन तेरापंथ न्यूज ब्योरो

आचार्य महाश्रमण के शिष्य मुनि जिनेश कुमार ने कहा कि आचार्य भिक्षु ने तेरापंथ के माध्यम से सत्य की सौरभ फैलाई। उन्होंने धर्म क्रांति का शंखनाद किया और तेरापंथ को विशेष पहचान दिलाई। मुनि सोमवार को अमर नगर स्थित तेरापंथ भवन में तेरापंथ के 254वें स्थापना दिवस समारोह में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि मारवाड़ की कंटकाकीर्ण धरती पर जन्म लेकर आचार्य भिक्षु ने फौलादी व्यक्तित्व से धर्म को स्थापित किया। वे ऊर्जा के महास्रोत थे। उनकी वाणी कबीर की तरह असत्य पर चोट करने वाली थी। उन्होंने अभावों में रहते हुए भी सत्य की साधना जारी रखी और धर्म मार्ग से विचलित नहीं हुए। वे विराट प्रतिभा के धनी थे। मुनि जिनेश कुमार ने सोमवार को गुरु पूर्णिमा के अवसर पर गुरु की महत्ता बताई।

Sources

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Sushil Bafana

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