News in English
Location: | Balotara |
Headline: | Pride is Hurdel in Knowledge ◄ Muni Madan Kumar |
Content: | Development of Anekant is Necessary for Non-violence. |
News in Hindi:
अहंकार ज्ञान में बाधक - मुनि मदन कुमार
मुनि मदन कुमार
बालोतरा २८ अप्रेल २०११ (सवाददाता जैन तेरापंथ समाचार)
अनेकांत से जीवन की जटिल समस्याओं को सुलझाया जा सकता है। अहिंसा और विचार की पवित्रता के लिए अनेकांत का विकास होना चाहिए। जीवन में सिद्धांत और प्रयोग के समन्वय से ही परिपूर्णता लाई जा सकती है। निकटवर्ती असाडा स्थित तेरापंथ भवन में प्रवचन देते हुए मुनि मदन कुमार ने ये विचार व्यक्त किए। शिक्षा पर बल देते हुए मुनि ने कहा कि ज्ञान तीसरा नेत्र है जिससे संसार के समस्त पदार्र्थों का बोध होता है।अहंकार, क्रोध, प्रामाद, रोग और आलस्य ज्ञान प्राप्ति के बाधक तत्व है। ज्ञानानुरागी व्यक्ति को सदा इससे विरत रहना चाहिए।मांगीलाल भंसाली ने बताया कि मुनि मदन कुमार के पावन सान्निध्य में गुरुवार सुबह 9 बजे आचार्य श्री महाप्रज्ञ की प्रथम पुण्यतिथि पर कार्यक्रम आयोजित होगा जिसमें समाजसेवी ओम बांठिया व समदड़ी के प्रकाश मेहता विशिष्ट अतिथि होंगे