News in Hindi
श्रावक-श्राविका सम्मेलन आयोजित
Jasol.
In presence of Sadhvi Gulabkanwar conference of layperson was held. Sri Kanhaiyalal Chhajer was present. Sri Padamchand Patawari was chief speaker.
धर्मसभा को संबोधित करते हुए साध्वी गुलाब कंवर
जसोल 19 April 2011(जैन तेरापंथ समाचार ब्योरो मुम्बई)
मूथों की वास स्थित तेरापंथ भवन में रात्रि 8 बजे श्रावक-श्राविका सम्मेलन का आयोजन हुआ। धर्मसभा को संबोधित करते हुए साध्वी गुलाब कंवर ने कहा कि श्रावक वर्ग के बलिदानों की कहानी भी श्रमण वर्ग के बलिदानों के समान ही अत्यंत गौरवपूर्ण है। उन्होंने कहा कि आचार्य भिक्षु ने साधु वर्ग के समान ही श्रावक वर्ग को भी रत्नों की माला बताया है।
साध्वी ने तेरापंथ के श्रावकों की श्रद्धा, सत्यनिष्ठा, साहस व संयम पर प्रकाश डाला। मुख्य अतिथि शासन सेवी कन्हैयालाल छाजेड़ ने कहा कि तेरापंथ के प्रचार-प्रसार के श्रमण वर्ग ने जितना कार्य किया है, उसमें श्रावक वर्ग के परिश्रम का भी बहुत बड़ा अंशदान है। मुख्य वक्ता संघ सेवी व शासन सेवी पदम चंद पटवारी ने कहा कि जसोल में गुरुदेव द्वारा घोषित 2012 चातुर्मास के लिए सभी श्रावक समाज को कार्य में जुटने को कहा। कार्यक्रम में 2012 चातुर्मास संयोजक गौतम चंद सालेचा, पूर्व सरपंच भंवर भंसाली, साध्वी भानु कुमारी आदि वक्ताओं ने भी विचार व्यक्त किए। इस अवसर पर तेरापंथ सभा अध्यक्ष बाबूलाल लुंकड़, मंत्री संपत राज चौपड़ा, 2012 चातुर्मास महामंत्री शांतिलाल भंसाली, रावतमल तातेड़, शंकरलाल ढेलडिय़ा, भूपत राज कोठारी, डूंगर चंद सालेचा, महेंद्र भूताणी, तेयुप के पूर्व अध्यक्ष कांतिलाल जैन, तेयुप अध्यक्ष महेंद्र आर तातेड़, प्रवीण भंसाली, कमलेश कंकु चौपड़ा व ओमप्रकाश सुराणा सहित कई नागरिक उपस्थित थे।