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आज करेंगे आचार्य महाश्रमण जिले में प्रवेश
लावासरदारगढ़ 6 अप्रेल 2011(जैन तेरापंथ समाचार न्यूज ब्योरो)
Lava Sardargarh
07 April 2011
Ahimsa Yatra will touch 73 places in 95 days before reaching Kelwa on 19th July
रेलमगरा (ग्रामीण). खाकला गांव में सभा को संबोधित करते आचार्य महाश्रमण।
तेरापंथ धर्मसंघ के 11वें अधिष्ठाता आचार्य महाश्रमण एवं उनकी धवल वाहिनी का गुरुवार को राजसमंद जिले के जूणदा गांव से मंगल प्रवेश होगा। उस दौरान करीब 80 साधु-साध्वियां इस अहिंसा यात्रा में साथ होंगे।
जानकारी के अनुसार आचार्य महाश्रमण अपनी धवल वाहिनी के साथ गुरुवार सुबह भीलवाड़ा जिले के खांखला गांव से विहार कर करीब 9 बजे राजसमंद जिले के जूणदा गांव में मंगल प्रवेश करेंगे। यहां से आचार्य की अहिंसा यात्रा केलवा में वर्षा वास के लिए पहुंचने से पूर्व करीब 5.8 किलोमीटर का सफर करेगी। यात्रा के दौरान मार्ग के बीच में आने वाले 73 छोटे बड़े स्थानों का स्पर्श कर 95वें दिन 10 जुलाई 2011 को तेरा पंथ की उद्गम स्थली केलवा पहुंचेगी।
जहां पूर्व निर्धारित कार्यक्रम होगा। राजसमंद के जूणदा गांव में गुरुवार को प्रवेश के बाद आचार्य महाश्रमण 8 अपै्रल 2011 को सुबह रेलमगरा तथा 9 अपै्रल शाम को सादड़ी, 10 को सुबह बनेडिय़ा, शाम को सोनी फार्म हाउस, 11 को कोठारिया, 12 को कोठारी फार्म हाउस, 13 को कुठवा, 14 से 17 अपै्रल तक शिशोदा, 18 को कोशी वाडा, 19 को सुबह झालों की मदार, शाम गांवगुढा, 20 को समीचा, 21 को उसर, 22 को लखमावतों का गुढा, 23 को कुचौली, 24 को काकरवा, 25 को केलवाडा, 26 को कुंभलगढ़, 27 से 29 तक मजेरा, 30 से 6 मई तक रिछेड, 7 मई को गजपुर, 8 मई को सायों का खेडा, 9 को साकरोदा, 10 से 12 मई कांकरोली, 13 को गांधी सेवा सदन राजनगर, 14 को तुलसी साधना शिखर राजनगर, 15 मई को धोइंदा, 16 को भाणा, 17 को तासोल वाया खटामला, 18 को बोरज, 19 को पिपलांत्री वाया पुठोल, 20 को काना देव का गुढा, 21 को फरारा, 22 को गुडला, 23 मई को नाथद्वारा, 24 को घोड़ाघाटी, 25 को देलवाड़ा, 26 को चीरवा, 27 को महाश्रमण विहार भुवाना उदयपुर, 28 से 29 मई तक सूरजपोल उदयपुर, 30 को पंचवटी उदयपुर, 31 मई को थूर, 1 जून को ईसवाल, 2 जून को लोसिंग, 3 को कटार, 4 को फतहपुर, 5 को मचींद, 6 को कराई, 7 जून को सेमा, 8 को सलोदा, 9 को वाटी, 10 को हल्दीघाटी, 11 को मोलेला, 12 व 13 कोशी वाडा, 14 को गांव गुढ़ा, 15 को कोयल, 16 को सापोल, 17 एवं 18 जून आत्मा, 19 को अंटालिया, 20 को चारभुजा चौराहा, 21 से 23 जून तक चारभुजा गढबोर, 24 को झीलवाड़ा, 25 व 26 जून को सेवत्री, 27 को साथिया, 28 से 30 जून तक संबोधि उपवन, 1 एवं 2 जुलाई को लांबोड़ी, 3 जुलाई को जवालियां, 4 को खरनोटा, 5 को धानीन, 6 को मोजावतों कागुढा, 7 व 8 को पड़ासली, 9 जुलाई को कालका मार्बल केलवा तथा 10 जुलाई सुबह कालका मार्बल से विहार कर आचार्य श्री महाश्रमण अपनी धवल वाहिनी के साथ तेरा पंथ की ऐतिहासिक उद्गम स्थली केलवा में वर्षा वास के लिए मंगल प्रवेश करेंगे।
‘गलती काम करने वाले से ही’
6 अप्रेल 2011(जैन तेरापंथ समाचार न्यूज ब्योरो)
रेलमगरा (ग्रामीण)& गलती उसी आदमी से होती है जो काम करता है, मनुष्य स्वभाव गलतियों का भंडार है। इसलिए गलती होना स्वाभाविक प्रक्रिया है। यह बात तेरा पंथ धर्म संघ के 11वें आचार्य महाश्रमण ने भीलवाड़ा के खाकला गांव में बुधवार को धर्मसभा को संबोधित करते हुए कहे। उन्होंने आगे कहा व्यक्ति में अगर सुधार की जरा सी भी गुंजाइश हो तो सुधरने का मौका देना चाहिए। वितिद हो कि खाकला गांव भीलवाड़ा की अंतिम सीमा है। इसके तुरंत बाद से ही राजसमंद सीमा लग जाती है जहां पर आज आचार्य पधारेंगे। समारोह में देवरिया, गंगापुर, रेलमगरा, कुंवारिया, झीलवाड़ा आदि जगहों के श्रावक श्राविकाएं मौजूद थे।