आचार्यश्री विजय जयघोष सूरीश्वरजी महाराजा का देवलोकगमन
Jain Star News Network,13 November 2019
जैन धर्म के 83 वर्षीय आचार्यश्री विजय जयघोष सूरीश्वरजी महाराजा का बुधवार,13 नवंबर को दोपहर 4 बजे नवकार मंत्र की धून सुनते हुए पालड़ी में कालधर्म हुआ है। आचार्यश्री के देवलोकगमन की खबर से जैन समाज में शोक की लहर छा गई।प्राप्त जानकारी अनुसार कालधर्म के बाद तय कार्यक्रमानुसार ओपेरा जैन संघ उपाश्रय पालड़ी में आचार्यश्री के अंतिम दर्शन का लाभ लिया जा सकता है। गुरूवार,14 नवंबर, सुबह 8 बजे पालखी के चढ़ावे के बाद सकल श्रीसंघ के साथ पालखी को तय मार्गानुसार अग्निदाह हेतु श्री लब्धिनिधान जैन श्वेताम्बर मूर्तिपूजक संघ संचालित प्रांगण में अंतिम संस्कार 14 नवंबर,दोपहर 3 बजे अपेक्षित है। आचार्य श्री के अंतिम संस्कार में भाग लेने हेतु जैन धर्म के हजारों अनुयायियों के पहुंचने की संभावना के चलते संबंधित ट्रस्ट सभी व्यवस्थाओ को अंतिम रूप देने में लगे है।
आचार्यश्री के जीवन की एक झलक-
जन्म -अषाढ वद 2,1992,6/7/1936
संसारी नाम -जवाहर
माता -कान्ताबेन
पिता -मफतभाई
जन्म भूमि -पाटण
दीक्षा -वैशाख वद 6,2006,7/5/1950 भायखला
वडी दीक्षा -आसो वद 6,1/11/1950
गणी पद-कारतक वद 6,2031,8/12/1974
पन्यास पद- वैशाख सुदर्शन 5,2034,12/5/1978
आचार्य पद ओर सिद्धांत दिवाकर पदवी - महा सुदर्शन
13,2040,15/2/1984
गच्छाधिपति पदवी -वैशाख वद 4,2049,9/5/1993
देवलोकगमन- कार्तिक वद 1 बुधवार,13 नवंबर को दोपहर 4 बजे
Jain Star News Network,13 November 2019
जैन धर्म के 83 वर्षीय आचार्यश्री विजय जयघोष सूरीश्वरजी महाराजा का बुधवार,13 नवंबर को दोपहर 4 बजे नवकार मंत्र की धून सुनते हुए पालड़ी में कालधर्म हुआ है। आचार्यश्री के देवलोकगमन की खबर से जैन समाज में शोक की लहर छा गई।प्राप्त जानकारी अनुसार कालधर्म के बाद तय कार्यक्रमानुसार ओपेरा जैन संघ उपाश्रय पालड़ी में आचार्यश्री के अंतिम दर्शन का लाभ लिया जा सकता है। गुरूवार,14 नवंबर, सुबह 8 बजे पालखी के चढ़ावे के बाद सकल श्रीसंघ के साथ पालखी को तय मार्गानुसार अग्निदाह हेतु श्री लब्धिनिधान जैन श्वेताम्बर मूर्तिपूजक संघ संचालित प्रांगण में अंतिम संस्कार 14 नवंबर,दोपहर 3 बजे अपेक्षित है। आचार्य श्री के अंतिम संस्कार में भाग लेने हेतु जैन धर्म के हजारों अनुयायियों के पहुंचने की संभावना के चलते संबंधित ट्रस्ट सभी व्यवस्थाओ को अंतिम रूप देने में लगे है।
आचार्यश्री के जीवन की एक झलक-
जन्म -अषाढ वद 2,1992,6/7/1936
संसारी नाम -जवाहर
माता -कान्ताबेन
पिता -मफतभाई
जन्म भूमि -पाटण
दीक्षा -वैशाख वद 6,2006,7/5/1950 भायखला
वडी दीक्षा -आसो वद 6,1/11/1950
गणी पद-कारतक वद 6,2031,8/12/1974
पन्यास पद- वैशाख सुदर्शन 5,2034,12/5/1978
आचार्य पद ओर सिद्धांत दिवाकर पदवी - महा सुदर्शन
13,2040,15/2/1984
गच्छाधिपति पदवी -वैशाख वद 4,2049,9/5/1993
देवलोकगमन- कार्तिक वद 1 बुधवार,13 नवंबर को दोपहर 4 बजे