04.04.2018 ►Acharya Shri VidyaSagar Ji Maharaj ke bhakt ►News

Published: 04.04.2018
Updated: 04.04.2018

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आचार्य श्री विद्यासागर जी सासंघ तथ मुनि श्री विद्यासागर जी द्वारा... भगवान आदिनाथ जीको सूरी मंत्र देकर पंचकल्यानक करतेहुए अनुपम clip.. #share 🙃😍

Clip by Rajat Jain Bhilai..

वीरम गाँव मे 21 मुस्लिम लोगो ने जैन साधुसंतो के सानिध्य मे माँसाहार छोडा।RATNASUNDAR SURI AACHARYA MAHARAJ - SAMAIYU IN VIRAMGAM BY MUSLIM LEADER AND BAND

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जीवन में चरित्र नहीं तो ज्ञान व्यर्थ: सुधासागरजी

सुधासागर जी महाराज ने नारेली तीर्थ में सोमवार को आयोजित धर्मसभा में कहा कि मात्र शब्द ज्ञान कर लें, पीएचडी कर लें मगर वह ज्ञान बिना चरित्र निरर्थक है।
उन्होंने कहा कि जो वैद्य जी स्वयं बीमार है और रोग के निदान की पचास दवाओं को जानते भी हैं, किंतु दवा लेते नहीं तो उनका रोग भी ठीक नहीं हो सकता है। उसी प्रकार से जीवन में सम्यक ज्ञान के साथ चरित्र धारण कर आत्म कल्याण कर लेना चाहिए। महाराज ने सावचेत किया कि अगली श्वास के आने का कोई भरोसा नहीं। उन्होंने कहा कि संसार में चार चीजें विषय-कषायों का त्याग, तत्व दर्शन, जीवन में सहजता-सरलता व गुरुवचन गुरू कृपा दुर्लभ है। संसार के समस्त प्राणियों की पर्यायों में मात्र मनुष्य पर्याय में ही गुरुवचन सुनने का सौभाग्य मिल सकता है।

महाराज श्री ने कहा कि जीवन में गुरू के चरित्र की सुगंध से संसारी प्राणी अपने अंतःकरण को शुद्ध कर समाधिकरण, गुरुता की प्राप्ति कर लेते हैं, जिस प्रकार हड़, बहड़, आंवला कारगर औषधि है, उसी प्रकार जन्म, जरा-मृत्यु जैसी शाश्वत बीमारी की औषधि सम्यक दर्शन ज्ञान चरित्र है। जो कि मात्र निग्रंथ गुरु से ही प्राप्त होना संभव है।

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समय का सदुपयोग करे... आचार्य सुनील सागर जी

आचार्य श्री सुनील सागर जी महाराज ने नागदा भवन सेक्टर 4 मे कहा की सम्यकद्रष्टि जीव का समय सही काम मे लगता है क्याकि सम्यकद्रष्टि जीव सम्यकज्ञान युक्त होता है ज्ञानवान होता है उन्होने कहा बीता समय वापिस नही आता इसलिए समय का सही उपयोग करे..

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