07.08.2022: Jain Swetambar Terapanthi Mahasabha

Published: 07.08.2022

Posted on 07.08.2022 20:41

पाछा म्हारा दर्शन कद होसी..

कालूयशोविलास का राजस्थनी भाषा में
आख्यान परम पूज्य गुरुदेव के मुखारविंद से जरूर जरूर सुनें

पाछा म्हारा दर्शन कद होसी..

Watch video on Facebook.com


🌸 असफलता से सीख लेकर करें सम्यक् पुरुषार्थ : महातपस्वी महाश्रमण 🌸

-आचार्यश्री ने सवीर्य, शक्ति, भाग्य और पुरुषार्थ को किया व्याख्यायित

-कालूयशोविलास के माध्यम से आचार्यश्री सुना रहे आचार्य कालूगणी की यशोगाथा

07.08.2022, रविवार, छापर, चूरू (राजस्थान) :

भगवती सूत्र में एक प्रश्न किया गया है कि दो आदमी जो अवस्था में समान और उनके पास युद्ध की सामग्री भी समान होती है। वे जब आपस में एक युद्ध करते हैं तो एक जीत जाता है और दूसरा हार जाता है ऐसा क्यों? इसका उत्तर दिया गया कि सवीर्य जीतता है और अवीर्य हारता है। जो शक्तिशाली होता है वह जीत का वरण करता है और कमजोर हार जाता है। इसमें कर्म का संबंध है। जिसके बाह्य कर्म उपशांत होते हैं उसकी विजय होती है। शरीर, उम्र और साधन सामग्री में समानता होने के बाद भी जिसके भीतर शक्ति होती है, विजयश्री उसकी होती है। आदमी का सत्व और उसकी शक्ति है तो साधन सामग्री कम होते हुए भी विजय प्राप्त हो सकता है।

आदमी की आंतरिक शक्ति कितनी और उपलब्ध साधन सामग्री के उपयोग की कला किसमें अच्छी है, जय-पराजय का निर्धारण उससे भी होता है। बन्दूक हाथ में हो और चलाने नहीं आए तो भला वह किस काम का। जीवन में शक्ति का बहुत महत्त्व है। शक्तिशाली होना एक तरह का वरदान है और कमजोर होना मानों एक तरह का अभिशाप है। हाथी का स्थूल शरीर कितना विशाल होता है, किन्तु एक छोटा-सा अंकुश उसे नियंत्रित करता है। अंधकार कितना घना होता है, किन्तु एक छोटे से दीपक के जलते ही अंधकार दूर हो जाता है। एक छोटा वज्र बड़े पहाड़ को भी चकनाचूर कर देता है। इसलिए आदमी को अपनी शक्ति का विकास करने का प्रयास करना चाहिए।
शक्ति की जागरणा और उसके विकास का प्रयास करने तथा उसका सही सदुपयोग करने की चेतना का विकास हो तो आदमी सफलता को प्राप्त कर सकता है। जीवन में भाग्य का महत्त्व है तो पुरुषार्थ का भी बहुत महत्त्व है। पुरुषार्थी व्यक्ति का लक्ष्मी वरण करती हैं। भाग्य भरोसे बैठ जाने वाला पुरुष कापुरुष होता है। आदमी को पुरुषार्थ करने का प्रयास करना चाहिए। कई बार पुरुषार्थ के बाद भी सफलता नहीं मिलती तो आदमी को असफलता से निराश नहीं होना चाहिए। आदमी को असफलता से अच्छी सीख ग्रहण कर और आगे बढ़ने का प्रयास करना चाहिए।

उक्त पावन प्रेरणाएं जैन श्वेताम्बर तेरापंथ धर्मसंघ के वर्तमान अनुशास्ता, भगवान महावीर के प्रतिनिधि, महातपस्वी आचार्यश्री महाश्रमणजी ने छापर चतुर्मास प्रवासस्थल परिसर में बने प्रवचन पंडाल में उपस्थित श्रद्धालुओं को प्रदान की। आचार्यश्री ने भगवती सूत्र के आधार पर लोगों को उत्प्रेरित करते हुए कहा कि आदमी के भीतर शक्ति का विकास हो और आदमी विवेकपूर्वक सही दिशा में अपनी शक्ति का नियोजन करे, सम्यक् पुरुषार्थ करे तो सफलता प्राप्त हो सकती है।

आचार्यश्री ने नित्य की भांति कालूयशोविलास के माध्यम से आचार्य कालूगणी के आचार्यकाल के अनेक प्रसंगों का सरसशैली में वर्णन किया। नागौर जिलाप्रमुख श्री भागीरथ चौधरी ने आचार्यश्री के दर्शन कर पावन आशीर्वाद प्राप्त किया। सरदारशहर के आठ वर्षीय बालक लक्षित बरड़िया ने आचार्यश्री से अठाई की तपस्या का प्रत्याख्यान किया। कार्यक्रम में समणी कुसुमप्रज्ञाजी ने अपनी श्रद्धाभिव्यक्ति दी और आचार्यश्री से पावन आशीष प्राप्त किया। इस दौरान उपस्थित प्रेक्षाध्यान के शिविरार्थियों को भी आचार्यश्री से पावन आशीर्वाद प्राप्त हुआ।

यूट्यूब पर Terapanth चैनल को सब्सक्राइब करें
https://www.youtube.com/c/terapanth

यूट्यूब पर आज का वीडियो ऑनलाइन देखने के लिए नीचे दिये गए लिंक पर क्लिक करें
https://youtu.be/xji91dlT-S0

फेसबुक पेज पर प्रतिदिन न्यूज़ पढ़ने के लिए पीछे दिए गए लिंक पर क्लिक करें और पेज को लाइक करे, फॉलो करें।

तेरापंथ
https://www.facebook.com/jain.terapanth/

🙏 संप्रसारक🙏
जैन श्वेताम्बर तेरापंथी महासभा

आचार्यश्री महाश्रमण जी एवं तेरापंथ धर्मसंघ आदि के नवीनतम समाचार पाने के लिए--
♦ 7044774444 पर join एवं अपने शहर का नाम लिखकर whatsapp करें।

Photos of Terapanths post


Sources
Categories

Click on categories below to activate or deactivate navigation filter.

  • Jaina Sanghas
    • Shvetambar
      • Terapanth
        • Institutions
          • Jain Swetambar Terapanthi Mahasabha [JSTM]
            • Share this page on:
              Page glossary
              Some texts contain  footnotes  and  glossary  entries. To distinguish between them, the links have different colors.
              1. JSTM
              2. Terapanth
              3. आचार्य
              4. दर्शन
              5. महावीर
              6. राजस्थान
              7. लक्ष्मी
              Page statistics
              This page has been viewed 54 times.
              © 1997-2024 HereNow4U, Version 4.56
              Home
              About
              Contact us
              Disclaimer
              Social Networking

              HN4U Deutsche Version
              Today's Counter: