ShortNews in English
Derajsar: 25.12.2013
Acharya Mahashraman Inspired People to Follow Morality for Healthy Society.
News in Hindi
स्वस्थ समाज के लिए अपनाएं नैतिकता-आचार्य श्री महाश्रमणजी
जैतस न्यूज ब्योरो देराजसर 24 दिसंबर 2013 शालू चौपड़ा
देराजसर - धर्म संघ के 11वें अनुशास्ता आचार्य श्री महाश्रमणजी, साध्वी प्रमुखा श्री कनकप्रभाजी ने अपनी धवल सेना के साथ मंगलवार को लखासर गांव से विहार किया। दोपहर साढ़े बारह बजे आचार्य महाश्रमण देराजसर गांव में पहुंचे। गांव के साध्वी पन्ना साधना केंद्र व बुच्चा चौपड़ा परिवार सेवा समिति की बड़ी संख्या में ग्रामीणों ने गांव के रावतराम सदन में आचार्य श्री महाश्रमण, साध्वी प्रमुखा श्री कनकप्रभा को नमन कर अभिनंदन किया। इस अवसर पर एक दिवसीय प्रवास के दौरान आयोजित धर्मसभा को संबोधित करते हुए आचार्य महाश्रमण ने कहा कि स्वस्थ समाज की संरचना के लिए नैतिकता से कमाए हुए धन की आवश्यकता होती है। कुछ लोग धन को ही भगवान मान बैठते हैं। यह कटु सत्य है कि भौतिकता के इस युग में धन की भूमिका महत्त्वपूर्ण होती है लेकिन धन को भगवान मान लेना बुद्धि भ्रष्टता का सूचक होता है।उन्होंने कहा कि व्यक्ति को अपने चरित्र को उत्तम रखते हुए नैतिकता के साथ ही धन की कमाई करनी चाहिए। नैतिकता से कमाए हुए धन से व्यक्ति संयम व विवेक के साथ एक अच्छा इंसान बन सकता है। उन्होंने कहा कि गृहस्थ व्यक्ति को दान जरूर करना चाहिए। दान करने से समाज में एकता, प्रेम उत्पन्न होता है। धर्म सभा को संबोधित करते हुए आचार्य महाश्रमणजी ने उपस्थित श्रावक श्राविकाओं को भगवान महावीर के बताए रास्ते पर चलने की प्रेरणा दी।
कार्यक्रम में श्री जैन श्वेतांबर तेरापंथ सभा के स्थानीय इकाई मंत्री संपतलाल बुच्चा, मंत्री राजेंद्र बुच्चा ने भी विचार व्यक्त किए।इस अवसर पर आचार्य महाश्रमण ने साध्वी पन्ना साधना केंद्र पहुंच और मंगल पाठ सुनाया।