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Asadha: 28.01.2013
Three Days function of Vardhman Mahotsav was celebrated in presence of Acharya Mahashraman. Acharya Mahashraman told we want healthy and long live Sangh. Acharya is leader of Sangh and he is empowered to take all decision. We also give respect to democratic values and hence hear feelings of all members and take proper consultation before reaching any important decisions. Sangh is important for all of us.
News in Hindi
संघ पुरुष चिरायु' विषय पर संघ शिरोमणि का पाथेय हुआ
असाड़ा (बालोतरा) 26 जनवरी 2013 जैन तेरापंथ न्यूज ब्योरो
संघ के शिखर पुरुष आचार्य महाश्रमण ने वर्धमान महोत्सव के अंतिम दिन वर्धमान समवसरण में 'संघ पुरुष चिरायु हो' विषय पर कहा कि संघ पुरुष चिरायु होने के साथ स्वस्थ भी रहे। संघ पुरुष का स्वस्थ व कार्यकारी दीर्घ जीवन होना खास बात है। संघ पुरुष के चिरायु होने से अधिक महत्व कार्यकारी अवस्था का है। संघ पुरुष पूरे संघ के लिए द्योतक शब्द है।
उन्होंने कहा कि हमारे धर्मसंघ में मुख्य नेतृत्व आचार्य का चलता है। हमारे संघ में एक तंत्र व लोकतंत्र व्यवस्था है। संघ में आचार्य की दृष्टि, सोच विचार बड़ी महत्वपूर्ण बात है। संघ आचार्य के अनुसार चलता है। आचार्य ने कहा कि आचार्यों का हमेशा जागृत रहना आवश्यक है। संघ पुरुष चिरायु हो, इसके लिए समीक्षा आवश्यक है। वह संघ पुरुष चिरायु हो सकता है। प्राणवान बन सकता है। साध्वी प्रमुखा कनकप्रभा ने कहा कि संघ हमारे लिए प्राण, गति, प्रतिष्ठा सब कुछ है। संघ महान है, महाप्रभावी है। कार्यक्रम में मुनि अनेकांत कुमार ने जय-जय शासन में भैक्ष व शासनम्, राजकुमार ने मर्यादामय जीवन हमने पाया है गीत का संगान किया। साध्वी ऋजुयशा ने आचार्य ये कृपा कराई है, समणी सुमनप्रज्ञा ने वर्धमान की समवसरण में वर्धमान अरमान फले गीत की प्रस्तुति दी। साध्वी यशोधरा, समणी पुण्यप्रज्ञा, समणी भव्यप्रज्ञा, समणी स्वर्णप्रज्ञा ने अपने भावों की अभिव्यक्ति दी। मुनि विजयकुमार ने संघ पुरुष को करें प्रणाम गीत का संगान किया। साध्वी प्रबलयशा व साध्वियों ने गीत प्रस्तुत किया।