ShortNews in English
Rani Station: 02.03.2012 Acharya Mahashraman advised people to do good sadhana by avoiding bad action. Sadhvi Pramukha Kanak Prabha told that we cannot get knowledge only from books but Guru give Knowledge. Muni Ravindra Kumar also spoke.
News in Hindi
'अध्यात्म से मिलता है आत्मिक सुख'
रानी ०२ मार्च २०१२ जैन तेरापंथ न्यूज ब्योरो
आचार्य महाश्रमण ने कहा कि आदमी वर्तमान युग में केवल असत प्रकृति को निवृत कर ले तो बहुत अच्छी साधना हो सकती है। सत प्रकृति निर्झरा का कारण बनती है। वे गुरुवार को कस्बे में प्रवचन दे रहे थे।
उन्होंने कहा कि निर्झरा होते-होते व्यक्ति अपने भीतर में जा सकता है, इसलिए व्यक्ति असत् का परित्याग कर सत् का प्रयोग करें, पर एक समय ऐसा भी आता है जब साधक साधना करते-करते सत् से भी निवृत हो जाता है। जब तक सत् से निवृत्ति नहीं तब तक आत्मा विमुक्ति श्री का वरण नहीं कर सकती। उन्होंने कहा कि भौतिक साधनों से केवल भौतिक सुख मिलता है, लेकिन आत्मिक सुख अध्यात्म की साधना से ही मिलता है। इस अवसर पर मुनि रविंद्र कुमार ने कहा कि साधना में रूचि रखने वाले जागरूक संयमी शासन निष्ठ संत है। साध्वी कनक प्रभा ने कहा कि व्यक्ति को केवल ज्ञान पुस्तकें पढऩे से ज्ञान नहीं मिलता है, इसलिए गुरु की आवश्यकता पड़ती है, क्योंकि गुरु के पास अनुभव होता है।
उन्होंने कहा कि जो साधक पाप मुक्त पथ पर स्वयं चलता है, उसे सद्गुरु का आशीर्वाद मिलता है। इस अवसर पर मुनि दिनकर ने भी प्रवचन दिए। इससे पूर्व महिला मंडल द्वारा स्वागत गीत प्रस्तुत किया गया। कार्यक्रम में बाव गुजरात के बारह नवविवाहित दंपतियों ने गुरुओं से गुरू धारणा की। संतों के आगमन पर रानी के विभिन्न मार्गों से अहिंसा रैली निकाली गई। इस अवसर पर नगरपालिका अध्यक्ष मनीषा जैन सहित बड़ी संख्या में श्रावक-श्राविकाएं मौजूद थे। अहिंसा यात्रा का रानी में प्रवेश, जगह-जगह हुआ स्वागत