News in Hindi
ईमानदार व नैतिक जीवन जीएं मेवाड़वासी: महाश्रमण
ईमानदार व नैतिक जीवन जीएं मेवाड़वासी: महाश्रमण
सायरा २५ फरवरी २०१२ जैन तेरापथ न्यूज ब्योरो नगर संवाददाता
मेवाड़वासियों ने अहिंसा से खुद को जोडऩे के लिए अहिंसा के विचारों को सुना ही नहीं स्वीकार भी किया है। हम भले ही मेवाड़ से विदा हो रहे हैं, लेकिन मेवाड़वासियों को यह संदेश है कि वे ईमानदारी, नैतिकता का जीवन जीएं। झूठ, चोरी, भ्रष्टाचार से बचें, नशामुक्त रहने हुए मन में अहिंसा का भाव रखें। मेवाड़ की केलवा भूमि तेरापंथ की जन्मभूमि है, जिसे कभी नहीं भुलाया जा सकता। यह बात तेरापंथ धर्म संघ के 11वें अधिशास्ता आचार्य महाश्रमण ने शुक्रवार को उदयपुर के सायरा कस्बे में पत्रकारों से बातचीत में कही। उन्होंने कहा कि मेवाड़ में अहिंसा यात्रा का लक्ष्य अनुकंपा की चेतना का विकास करना है।
उन्होंने मानव में दया के भाव रखने, नशामुक्त जीवन जीने, साम्प्रदायिक सद्भाव रखने, ईमानदारी से जीवन जीने व कन्या भ्रूण हत्या जैसे पाप से दूर रहने पर जोर दिया। आचार्य महाश्रमण का साढ़े 11 माह की मेवाड़ यात्रा का शुक्रवार को सायरा में आखिरी पड़ाव था।