Short News in English
Location: | Kelwa |
Headline: | Var Ghoda For Mumukshu Ganpatlal |
News: | A procession was taken out for Mumukshu Ganapatlal. He will accept Saman Diksha for period of 3 months. Acharya Mahashraman gave his blessing to Mumukshu Ganpatlal. |
News in Hindi
केलवा में निकला वरघोड़ा, मुमुक्षु गणपतलालजी की तीन महीने की समण दीक्षा
केलवा 1 नवम्बर 2011 जैन तेरापंथ न्यूज ब्योरो केलवा
गाजे-बाजे के साथ केलवा कस्बे के प्रमुख मार्गों से गुजरा, आचार्य श्री देंगे मुमुक्षु गणपतलाल व समणी परमप्रज्ञा एवं प्रेक्षा प्रज्ञा को दीक्षा
तेरापंथ का जयघोष और बैंडबाजों से प्रवाहित होती स्वर लहरियां। घोड़े पर सवार मुमुक्षु। यह मनभावन दृश्य तेरापंथ धर्म संघ की उद्गम स्थली केलवा कस्बे में सोमवार दोपहर को दिखाई दिया। अवसर था आचार्यश्री महाश्रमण के चातुर्मास काल में दूसरी बार आयोजित दीक्षा समारोह के एक दिन पूर्व का।
सांसारिक माया-मोह का परित्याग कर संयम के मार्ग पर अग्रसर मुमुक्षु गणपतलाल बोहरा का वरघोड़ा दोपहर को कस्बे में निकाला गया। इसमें देश, प्रदेश और मेवाड़ के विभिन्न क्षेत्रों से आए लोगों का सैलाब उमड़ पड़ा। मुमुक्षु गणपतलाल को मंगलवार सुबह आचार्य महाश्रमण द्वारा साधविक समण और दो समणियों परमप्रज्ञा एवं प्रेक्षा प्रज्ञा का श्रेणी आरोहण कर उन्हें साध्वी दीक्षा दी गई!
दोपहर ढाई बजे भिक्षु विहार से शुरू हुआ वरघोडा कस्बे के जलमंदिर, रेगर मोहल्ला, रावटी, रामद्वारा, खटीक मोहल्ला, सदर बाजार, चारणा की खाली, पुराना बस स्टैंड से होते हुए तेरापंथ समवसरण पहुंचा। यहां आचार्य महाश्रमण ने मुमुक्षु गणपतलाल को आशीर्वाद प्रदान किया। इस दौरान मौजूद हजारों लोग इस अविस्मरणीय क्षण को देखकर गद्गद् हो उठे। शोभायात्रा के प्रति बाहर से आए लोगों ही नहीं वरन कस्बा वासियों का जोश देखते ही बन रहा था।
श्रावक समाज उल्लासित
केलवा 2 नवम्बर २०११ जैन तेरापंथ न्यूज ब्योरो केलवा
शोभायात्रा के दौरान श्रावक समाज उल्लासित नजर आ रहा था। कस्बे के विभिन्न मौहल्लों में पानी की पर्याप्त व्यवस्था की गई थी। लोग घरों और दुकानों की छतों पर चढ़कर नजारे को टकटकी लगाकर देख रहे थे। इस दौरान चातुर्मास व्यवस्था समिति, तेरापंथी सभा, भिक्षु मित्र मंडल मुंबई केलवा, तेरापंथ युवक परिषद, तेरापंथ महिला मंडल, तेरापंथ कन्या मंडल, तेरापंथ किशोर मंडल और अणुव्रत समिति के कार्यकर्ता व्यवस्थाओं पर नजर रखे हुए थे। शोभायात्रा का जगह-जगह अन्य समाज के लोगों ने भी स्वागत किया।
बचपन में दीक्षा लेना सौभाग्य की बात
केलवा 2 नवम्बर २०११ जैन तेरापंथ न्यूज ब्योरो केलवा
उन्होंने कहा कि तेरापंथ धर्म संघ में अविवाहित और छोटी अवस्था में कई लोगों ने दीक्षा ग्रहण की है। अविवाहित और बाल्यावस्था में दीक्षा लेना विशेष बात होती है। यह सौभाग्य की बात है कि जो बचपन में ही दीक्षा लें। हमारा संघ बाल मुनियों से शोभायमान हो रहा है। यह अच्छी बात है। उन्होंने श्रावक समाज से आह्वान किया कि वे गुरुदेव आचार्य तुलसी की जन्म शताब्दी के अवसर पर होने वाले कार्यक्रमों में दो सौ दीक्षा के लक्ष्य को पूरा करने में अपनी सहभागिता का निर्वाह करने का प्रयास करें। इस कार्य में साधु-साध्वियों को भी चिंतन करने की आवश्यकता है।