News in Hindi
Give top priority to moral values - Acharya Mahashraman
नैतिक मूल्यों का ध्यान रखें: आचार्य महाश्रमण
रेलमगरा (ग्रामीण) 4 अप्रेल 2011 (जैन तेरापंथ समाचार ब्योरो की प्रस्तुती)
आचार्य श्री महाश्रमण ने कहा कि व्यक्ति को नैतिक मूल्यों का ध्यान रखना चाहिए। राग व द्वेष की भावना नहीं रखनी चाहिए।
वे रविवार को आशा होली (भीलवाड़ा) में प्रवचन दे रह थे। उन्होंने कहा कि किसी ने आपकी प्रशंसा कर दी, आप खुश हो गए। किसी ने निंदा की, तो आप आक्रोशित हो गए। यह साधना की कमजोरी है। साधक को जीवन में दुख व सुख के समय शांत रहना चाहिए। इसलिए पांचों इंद्रियों को जीतने का प्रयास करें। यह कार्य साधक के साथ गृहस्थ को भी करना चाहिए। कार्यक्रम में गंगापुर, रेलमगरा, मुंबई, सूरत, आरणी, भीलवाड़ा, आमली, महेंद्रगढ़ के श्रावक व श्राविका मौजूद थे।
आचार्य के स्वागत के लिए तैयार जूणदा:आचार्य महाश्रमण के 7 अप्रैल को जूणदा आगमन को लेकर व्यापक तैयारियां की जा रही हैं। तेरापंथ सभा के अध्यक्ष रतनलाल सहलोत एवं मंत्री घीसूलाल पीतलिया ने बताया कि आचार्य महाश्रमण 7 अप्रैल को खाकला से विहार कर राजसमंद जिले में प्रवेश करेंगे, जहां टपरिया खेड़ी चौराहे पर जूणदा सहित रेलमगरा तहसील एवं जिले के श्रावक व श्राविकाएं अगवानी कर अभिनंदन करेंगे। आचार्य यहां से जूणदा पधारेंगे, जहां जूणदा वासी, ग्राम पंचायतों एवं जैन समाज द्वारा अभिनंदन किया जाएगा। आचार्य रात्रि विश्राम कर 8 अप्रैल को रेलमगरा के लिए विहार करेंगे, जहां दो दिन विराजेंगे। वहां से विहार करते हुए बनेडिय़ा, सोनी फार्म हाउस, कोठारिया होते हुए शिशोदा में प्रवेश करेंगे तथा वहां महावीर जयंती मनाई