22.03.2018 ►SS ►Sangh Samvad News

Published: 22.03.2018
Updated: 23.03.2018

Update

👉 जयपुर शहर - अखिल भारतीय तेरापंथ महिला मंडल की संगठन यात्रा
👉 तुसरा - प्रेक्षावाहिनी कार्यशाला आयोजित

प्रस्तुति:🌻 *संघ संवाद* 🌻

Source: © Facebook

Source: © Facebook

Follow this link to join my WhatsApp group: https://chat.whatsapp.com/Bn14edJH7ZDEQ1bmszUWYx
*23/03/18* दक्षिण भारत मे मुनि वृन्द, साध्वी वृन्द का सम्भावित विहार/ प्रवास
दर्शन सेवा का लाभ ले
==============================
*संघ संवाद* + *संघ संवाद*
=============================
*आचार्य श्री महाश्रमण जी* *के आज्ञानुवर्ति मुनिश्री सुव्रत कुमार जी ठाणा* 2 का प्रवास
*गोतम कुमार जी सेठीया*
43/1 गोपाल पिल्लैयार कोइल स्ट्रीट
*तिरुवन्नामलाई*
☎9108075692,
==============================
*संघ संवाद* + *संघ संवाद*
==============================
*आचार्य श्री महाश्रमण जी के आज्ञानुवर्ती मुनि श्री रणजीत कुमार जी ठाणा २* का प्रवास
*सुरेश जी देवड़ा के निवास स्थान*
*बिड़दी* (कर्नाटक)
(Mysore - Bangalore Road)
☎ 9448374522
==============================
*संघ संवाद*+ *संघ संवाद*
==============================
*आचार्य श्री महाश्रमण जी के सुशिष्य मुनि श्री ज्ञानेन्द्र कुमार जी ठाणा 5* का प्रवास
*तेरापंथ भवन*
*पल्लावरम चेन्नई*
☎8107033307,
==============================
*संघ संवाद*+ *संघ संवाद*
==============================
*आचार्य श्री महाश्रमण जी के सुशिष्य डॉ *मुनि श्री अमृत कुमार जी ठाणा २* का प्रवास
*गौतमकुमार जी सेठिया*
43/1 गोपाल पिल्लैयार कोइल स्ट्रीट *तिरुवन्नामलाई*
☎9566296874,9487556076
9940744445
==============================
*संघ संवाद*+ *संघ संवाद*
==============================
*आचार्य श्री महाश्रमण जी के सुशिष्य मुनि श्री रमेश कुमार जी ठाणा 2* का प्रवास
*पवन जी सुराणा*
AV Apparao Road
हेरीटेज रेसीडेन्टी Flat no B -5
*राजमुन्द्री*
(विशाखापट्टनम -चेन्नई रोड)
☎8085400108,7000790899
==============================
*संघ संवाद* + *संघ संवाद*
==============================
*आचार्य श्री महाश्रमण जी के सुशिष्य मुनि श्री प्रशान्त कुमार जी ठाणा २* का प्रवास
*तेरापंथ भवन*
*कोयम्बतुर* ☎9672039432,7200690967
==============================
*संघ संवाद*+ *संघ संवाद*
==============================
*आचार्य श्री महाश्रमण जी की सुशिष्या 'शासन श्री' साध्वी श्री विद्यावती जी 'द्वितिय' ठाणा ५* का प्रवास
*आलंदुर*से विहार करके *अशोक कुमार जी ललित कुमार जी मुथा* के निवास स्थान
*सौदापेट* चेन्नैइ पधारेगे (तमिलनाडु)
☎8890788494
==============================
*संघ संवाद*+ *संघ संवाद*
==============================
*आचार्य श्री महाश्रमण जी की सुशिष्या "शासन श्री" साध्वी श्री यशोमती जी ठाणा 4* का प्रवास
RSR Engineering से 12.7
km का विहार करके
Sonampatti Middle School पद्यारेगे
(विजयवाडा -चेन्नैइ हाईवे)
☎7297958479,7044937375
==============================
*संघ संवाद*+ *संघ संवाद*
==============================
*आचार्य श्री महाश्रमण जी की सुशिष्या 'शासन श्री' साध्वी श्री कंचनप्रभा जी ठाणा 5* का प्रवास
*तेरापंथ सभा भवन*
*गॉधीनगर Bangalore* (कर्नाटक)
☎7624946879,
==============================
*संघ संवाद*+ *संघ संवाद*
==============================
*आचार्य श्री महाश्रमण जी की सुशिष्या साध्वी श्री राकेश कुमारी जी (बायतु) ठाणा 4* का प्रवास
*रणजीत जी दुगड़ के निवास स्थान पर*
*विशाखापट्नम*
☎7728077649,9959037737
==============================
*संघ संवाद*+ *संघ संवाद*
==============================
*आचार्य श्री महाश्रमण जी की सुशिष्या साध्वी श्री विमल प्रज्ञा जी ठाणा 10* का प्रवास
*डोमेरो गाँव* से 14 km का विहार करके *कल्याण मंडप देवरापल्ली* गाँव पधारेगे
☎9051582096,9123032136
==============================
*संघ संवाद* + *संघ संवाद*
==============================
*आचार्य श्री महाश्रमण जी की सुशिष्या साध्वी श्री प्रमिला कुमारी जी ठाणा 5* का प्रवास
*लक्ष्मीपत जी कोठारी*
Kothari nivas Lalithanagar Nager
*Visakhapatnam*
☎:9014491997,8290317048
==============================
*संघ संवाद+ संघ संवाद*
==============================
*आचार्य श्री महाश्रमण जी की सुशिष्या साध्वी श्री काव्यलता जी ठाणा 4* का प्रवास
*Ashta Mangal villa*
27 Lettangs Road, Purasavakam, Chennai-7 (तमिलनाडु)
☎8428020772,984017646
9884244004
==============================
*संघ संवाद*+ *संघ संवाद*
==============================
*आचार्य श्री महाश्रमण जी की सुशिष्या साध्वी श्री प्रज्ञा श्री जी ठाणा 4* का प्रवास
*तेरापंथ भवन*
*Erode*
☎7200299224,9489161916
==============================
*संघ संवाद*+ *संघ संवाद*
==============================
*आचार्य श्री महाश्रमण जी की सुशिस्या साध्वी श्री सुर्दशना श्री जी ठाणा 4* का प्रवास
*तेरापंथ भवन*
*पारस गार्डन रायचुर*
☎9845123211
==============================
*संघ संवाद + संघ संवाद*
==============================
*आचार्य श्री महाश्रमण जी की सुशिष्या साध्वी श्री लब्धि श्री जी ठाणा 3 का प्रवास*
*विजय राज जी बरडिया के निवास स्थान पर*
Yash Vijay
Brook land *COONOOR*
☎9442251218
==============================
*संध संवाद*+ *संध संवाद*
==============================
*आचार्य श्री महाश्रमण जी की सुशिष्या साध्वी श्री मघुस्मिता जी ठाणा 6* का प्रवास
*रमेश जी बम्ब के निवास स्थान पर*
No 19 रतन विलास रोड
*बसवनगुडी Bangalore* (कर्नाटक)
☎7798028703,
==============================
*संघ संवाद*+ *संघ संवाद*
==============================
*संघ संवाद whatshap ग्रुप से जुडने के लिए दिए link पर click करे*

प्रस्तुति:- 🌻 *संघ संवाद* 🌻

WhatsApp Group Invite
Follow this link to join

👉 *दिनांक - 23 मार्च 2018 का संकल्प _______*

❗ *संकल्प - रात्रि भोजन परिहार*
------------------------
*सूर्य के प्रभाव से ही रहता पाचनतंत्र सक्रिय।*
*जब छा जाती रात्रि हो जाता वह निष्क्रिय ।।*

👉 *तिथि - चैत्र शुक्ल षष्ठी संवत् 2075*

प्रस्तुति: 🌻 *संघ संवाद*🌻

Source: © Facebook

Update

👉 *पुज्यवर का प्रेरणा पाथेय*
_____________________

🔹 *राधाकृष्ण हाईस्कूल स्कूल में पधारे तेरापंथ सरताज*

🔸 *देपुर से लगभग 8.0 कि.मी. का विहार कर आचार्यश्री पहुंचे संतपुर*

*दिनांक - 22-03-2018*

प्रस्तुति - 🌻 *संघ संवाद*🌻

Source: © Facebook

Update

👉 जयपुर - राजस्थान राज्य महिला आयोग द्वारा तेरापंथ महिला मंडल (शहर) सम्मानित
👉 तिरुकलिकुण्ड्रम - अभातेममं की राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्याएं संगठन यात्रा पर
👉 बारडोली - जैन संस्कार विधि के बढ़ते चरण
👉 मुम्बई - भ्रूण हत्या पर लघु नाटिका का आयोजन

प्रस्तुति -🌻 *संघ संवाद* 🌻

Source: © Facebook

Source: © Facebook

Source: © Facebook

Source: © Facebook

Video

Source: © Facebook

*आचार्य श्री महाप्रज्ञ जी* द्वारा प्रदत प्रवचन का विडियो:

*श्वास पर अनुशासन - ४*

👉 *खुद सुने व अन्यों को सुनायें*

*- Preksha Foundation*
Helpline No. 8233344482

संप्रेषक: 🌻 *संघ संवाद* 🌻

🔆⚜🔆⚜🔆⚜🔆⚜🔆⚜🔆

जैनधर्म की श्वेतांबर और दिगंबर परंपरा के आचार्यों का जीवन वृत्त शासन श्री साध्वी श्री संघमित्रा जी की कृति।

📙 *जैन धर्म के प्रभावक आचार्य* 📙

📝 *श्रंखला -- 288* 📝

*जिनचरणानुगामी जिनदास महत्तर*

*साहित्य*

गतांक से आगे

*दशवैकालिक चूर्णि* दशवैकालिक चूर्णि को हरिभद्र ने वृद्ध विवरण संज्ञा प्रदान की है। इस चूर्णि की रचना में मुख्यतः निर्युक्ति पदों का अनुसरण है। भाषा प्राकृत प्रधान है। धर्म द्रुम आदि पदों की व्याख्या निक्षेप पद्धति के आधार पर की गई है। आचार्य शय्यंभव का जीवनवृत्त इस चूर्णि में है। विषय वर्णन में कहीं-कहीं संस्कृत का प्रभाव है। मुनिचर्या से संबंधित विविध विषयों का विवेचन है। आवश्यक चूर्णि का उल्लेख भी इसमें हुआ है। इससे स्पष्ट है कि इस चूर्णि की रचना आवश्यक चूर्णि के बाद हुई है। इस चूर्णि की कथाएं प्रभावक हैं एवं जोणिपाहुड ग्रंथ का उल्लेख ऐतिहासिक दृष्टि से महत्त्व रखता है।

अगस्त्य ऋषि की एक और दशवैकालिक चूर्णि उपलब्ध है। अगस्त्य ऋषि विक्रम की तृतीय शताब्दी के विद्वान् माने गए हैं। अतः इस चूर्णि की रचना वल्लभी वाचना से बहुत पहले ही संभव है। इस चूर्णि की प्राकृत भाषा संस्कृत से सर्वथा अप्रभावित है।

*उत्तराध्ययन चूर्णि* इस चूर्णि की रचना निर्युक्ति पदों के आधार पर हुई है। इसमें दशवैकालिक चूर्णि का उल्लेख है। इससे स्पष्ट है दशवैकालिक चूर्णि के बाद उत्तराध्ययन चूर्णि की रचना हुई है। इस चूर्णि में अनेक शब्दों की नवीन व्युत्पत्तियां प्राकृत भाषा में है। इसमें प्रयुक्त कथानक हृदयस्पर्शी हैं। संस्कृत और प्राकृत भाषा का मिश्रण चूर्णि रचना की अर्वाचीनता को प्रकट करता है। चूर्णि के अंत में चूर्णिकार ने वाणिज्यकुलीन, कोटिकगणीय, वज्रशाखी, गोपालगणी महत्तर का गुरु रूप में उल्लेख किया है।

*आचारांग चूर्णि* इस चूर्णि की रचना आचारांग निर्युक्ति पद्यों के आधार पर हुई है। प्रस्तुत चूर्णि में आचारांग निर्युक्ति के विषय ही विशेष रूप से चर्चित हैं। विषय वर्णन निक्षेप पद्धति के आधार पर किया गया है। चूर्णि प्राकृत गद्यात्मक होते हुए भी इसमें स्थान-स्थान पर संस्कृत के महत्त्वपूर्ण श्लोक उद्धृत किए गए हैं, जो विवेचन की दृष्टि से उपयोगी हैं और पाठक के लिए ज्ञानवर्धक हैं। कहीं-कहीं चूर्णि में पूर्वाचार्यों द्वारा रचित प्राकृतिक गाथाएं प्रयुक्त हैं। प्रत्येक शब्द की व्याख्या चूर्णि में है। नागार्जुनीय आगम वाचना के पाठ भेदों की सप्रमाण व्याख्या की गई है। ग्राम, नगर आदि की परिभाषाएं प्राकृत में सम्यक् प्रकार से प्रस्तुत हुई हैं। अनेक स्थानों पर उपयोगी रोचक कथाओं का उपयोग भी किया गया है, जिससे पाठक को भारतीय प्राचीन संस्कृति का, नाना देशों की परंपराओं का ज्ञान होता है। इस चूर्णि गोल्ल देश के रीति-रिवाजों की विशेष चर्चा है। कोंकण देश का भी उल्लेख है, जहां निरंतर होती थी।

*सूत्रकृतांग चूर्णि* यह चूर्णि आचारांग चूर्णि की भांति भारतीय संस्कृति का ज्ञान कराने के लिए महत्त्वपूर्ण है। इस चूर्णि में भी गोल्ल देश, ताम्रलिप्ति आदि देशों का प्राकृतिक वर्णन, वहां की परंपराएं, रीती-रिवाज एवं मनुष्य के पारस्परिक संबंधों की चर्चा है। इस चूर्णि की शैली आचारांग चूर्णि से मिलती-जुलती है। तीर्थसिद्धि आदि विविध विषय चूर्णि में चर्चित हुए हैं। वैनयिकवाद, नास्तिकमत, सांख्यमत, ईश्वरकर्तृत्व, नियतिवाद आदि विभिन्न दार्शनिक विषयों की चर्चा इसमें है। चूर्णि में संस्कृत, प्राकृत दोनों का मिश्रण है। प्राकृत से संस्कृत का प्रभाव इस चूर्णि पर अधिक है।

*जिनचरणानुगामी जिनदास महत्तर द्वारा रचित कुछ और भी साहित्य व आचार्य-काल के समय-संकेत* के बारे में आगे और पढ़ेंगे व प्रेरणा पाएंगे... हमारी अगली पोस्ट में... क्रमशः...

प्रस्तुति --🌻 *संघ संवाद* 🌻
🔆⚜🔆⚜🔆⚜🔆⚜🔆⚜ 🔆

🌺🌿🌺🌿🌺🌿🌺🌿🌺🌿🌺

त्याग, बलिदान, सेवा और समर्पण भाव के उत्तम उदाहरण तेरापंथ धर्मसंघ के श्रावकों का जीवनवृत्त शासन गौरव मुनि श्री बुद्धमलजी की कृति।

📙 *'नींव के पत्थर'* 📙

📝 *श्रंखला -- 112* 📝

*जोधोजी सिरोहिया*

*पदयात्री*

जोधोजी ने गुरु दर्शन के निमित्त अनेक बार पदयात्राएं की थीं। किसी वाहन आदि का सहयोग लेने के लिए उनकी आर्थिक स्थिति स्वीकृति नहीं देती थी और गुरु दर्शन की कामना रुक नहीं पाती थी। आखिर पदयात्रा ही मात्र उसका हल था। पदयात्रा के द्वारा वे अनेक बार थली तक दर्शनार्थ जा आए थे। उनकी ये यात्राएं बहुधा साधु-साध्वियों की सेवा में हुआ करती थीं। कहा जाता है कि प्रत्येक यात्रा में उनका अर्थ व्यय कभी एक रुपया हो जाता था तभी मात्र चौदह आने ही।

जोधोजी ने अच्छी लंबी अवस्था पाई थी। उनका जन्म आचार्य भारमलजी के युग में हुआ। संभव है उन्होंने अपनी बाल्यावस्था में उनके दर्शन किए हों। ऋषिराय से लेकर मघवागणी तक सभी आचार्यों की सेवा करने का लाभ उन्हें मिलता रहा। सम्वत् 1943 में मघवागणी का चातुर्मास उदयपुर में था। बोरियापुर से वह लगभग 32 कोस (सौ किलोमीटर) दूर है। जोधोजी के मन में एक दिन आचार्यश्री के दर्शन करने की लालसा उत्पन्न हुई। वृद्धावस्था में भी उन्होंने पैदल चलने का अपना अभ्यास छोड़ा नहीं था। वे पैदल चलकर कई दिनों में उदयपुर पहुंचे। मघवागणी उस समय व्याख्यान दे रहे थे। परिषद् पूरी तल्लीनता से सुन रही थी। जोधोजी ने तो दर्शन कुछ दूरी से ही कर लिए, परंतु चरण स्पर्श करने का लोभ संवृत्त नहीं कर पाए। वे ज्यों ही आगे जाने लगे, कुछ व्यक्तियों ने टोका— "देखते नहीं, व्याख्यान हो रहा है।" टोकने वालों के इन शब्दों ने सबका ध्यान उनकी ओर खींच दिया। वे ठिठककर खड़े रह गए। वृद्ध एवं दुबला-पतला शरीर, बड़ी एवं उलझी हुई दाढ़ी, अनेक स्थानों पर थेगड़ी लगे फटे-पुराने वस्त्र— यह सब यही आभास दे रहे थे कि कोई अजनबी अंदर चला आया है।

उन्हें रोकने की प्रक्रिया में जो थोड़ी सी हलचल हुई, उससे मघवागणी का भी उधर ध्यान गया। उन्होंने देखते ही जोधोजी को पहचान लिया और टोकने वालों को फरमाया— "इन्हें रोको मत, दर्शन करने दो।" आचार्यश्री के इन शब्दों ने उनके मार्ग को निरापद बना दिया। गुरु की कृपा से गद-गद होते हुए उन्होंने आगे बढ़कर चरण स्पर्श किया और वंदना तथा सुख पृच्छा से स्वयं को कृतार्थ किया। उसी समय उन्होंने गुरु आज्ञा पूर्वक अत्यंत भावविभोर होते हुए एक सरस गीतिका भी सुनाई।

*अत्यंत श्रद्धाशील और विवेकी श्रावक जोधोजी सिरोहिया द्वारा गुरु चरणों में समर्पित वह गीतिका* पढ़ेंगे और प्रेरणा पाएंगे... हमारी अगली पोस्ट में... क्रमशः...

प्रस्तुति --🌻 *संघ संवाद* 🌻
🌺🌿🌺🌿🌺🌿🌺🌿🌺🌿🌺

News in Hindi

👉 *"अहिंसा यात्रा"* के बढ़ते कदम

🌀 *पूज्यप्रवर अपनी धवल सेना के साथ विहार करके "संतपुर" पधारेंगे*

🌐 *आज का प्रवास - राधाकृष्ण हाईस्कूल, संतपुर, जिला - कालाहांडी (ओड़िशा)*

👉 *दिनांक - 22 मार्च 2018*

प्रस्तुति: 🌻 *संघ संवाद*🌻

Source: © Facebook

👉 प्रेक्षा ध्यान के रहस्य - आचार्य महाप्रज्ञ

प्रकाशक - प्रेक्षा फाउंडेसन

📝 धर्म संघ की तटस्थ एवं सटीक जानकारी आप तक पहुंचाए

🌻 *संघ संवाद* 🌻

Source: © Facebook

Source: © Facebook

Sources

Sangh Samvad
SS
Sangh Samvad

Share this page on:
Page glossary
Some texts contain  footnotes  and  glossary  entries. To distinguish between them, the links have different colors.
  1. Bangalore
  2. Mysore
  3. Preksha
  4. आचार्य
  5. आचार्य महाप्रज्ञ
  6. ज्ञान
  7. दर्शन
  8. भाव
  9. राजस्थान
Page statistics
This page has been viewed 1258 times.
© 1997-2024 HereNow4U, Version 4.56
Home
About
Contact us
Disclaimer
Social Networking

HN4U Deutsche Version
Today's Counter: