Updated on 16.05.2025 10:55
आचार्य श्री महाश्रमण जी के मंगल प्रवचन की छाया चित्र झलकियाँ : १६-०५-२०२५Photos of Jain Terapanth News post
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*16 मई*
*कब क्या हुआ!*
- जाने तेरापंथ के इतिहास को
*सन् 1989 योगक्षेम वर्ष के अवसर पर आचार्य श्री तुलसी ने धर्मसंघ में, महाश्रमण- महाश्रमणी ये दो नए पदों का सृजन किया।*
*महाश्रमण - महाश्रमणी पद*
लाडनूं योगक्षेम वर्ष भाद्रव शुक्ला नवमी।आचार्य श्री तुलसी ने पट्टोत्सव कार्यक्रम के मध्य दो नये पदों की सर्जना की - महाश्रमण और महाश्रमणी। महाश्रमण पद पर मुनि मुदितकुमारजी (आचार्य महाश्रमण) को एवं महाश्रमणी पद पर साध्वीप्रमुखा कनकप्रभाजी को स्थापित किया। दोनों के हाथों में नियुक्ति पत्र थमाये। इस सर्जना के पीछे उद्देश्य प्रकट करते हुए आचार्यवर ने कहा - ' हमारा धर्मसंघ एक आचार्य केन्द्रित है। इसी पद्धति में हम सबका विश्वास है। फिर भी कार्य संचालन की सुविधा के लिए एक सहयोगी व्यवस्था अपेक्षित है। इस अपेक्षा को ध्यान में रखते हुए मैं चौपनवें पट्टोत्सव के अवसर पर 9 सितम्बर 1989 को (वि. सं. 2046 भाद्रव शुक्ला नवमी) इस नयी व्यवस्था को क्रियान्वित कर रहा हूँ ।
जैन धर्म को जानने के लिए चैनल से जुड़े - https://whatsapp.com/channel/0029VayfLav6GcG8zAG6gz2G
*समण संस्कृति संकाय*
कार्यालय संपर्क सूत्र-
*9784762373, 9694442373, 9785442373*
📲 प्रस्तुति : *समण संस्कृति संकाय, जैन विश्व भारती*
📲 संप्रसारक : *अभातेयुप जैन तेरापंथ न्यूज़*
*कब क्या हुआ!*
- जाने तेरापंथ के इतिहास को
*सन् 1989 योगक्षेम वर्ष के अवसर पर आचार्य श्री तुलसी ने धर्मसंघ में, महाश्रमण- महाश्रमणी ये दो नए पदों का सृजन किया।*
*महाश्रमण - महाश्रमणी पद*
लाडनूं योगक्षेम वर्ष भाद्रव शुक्ला नवमी।आचार्य श्री तुलसी ने पट्टोत्सव कार्यक्रम के मध्य दो नये पदों की सर्जना की - महाश्रमण और महाश्रमणी। महाश्रमण पद पर मुनि मुदितकुमारजी (आचार्य महाश्रमण) को एवं महाश्रमणी पद पर साध्वीप्रमुखा कनकप्रभाजी को स्थापित किया। दोनों के हाथों में नियुक्ति पत्र थमाये। इस सर्जना के पीछे उद्देश्य प्रकट करते हुए आचार्यवर ने कहा - ' हमारा धर्मसंघ एक आचार्य केन्द्रित है। इसी पद्धति में हम सबका विश्वास है। फिर भी कार्य संचालन की सुविधा के लिए एक सहयोगी व्यवस्था अपेक्षित है। इस अपेक्षा को ध्यान में रखते हुए मैं चौपनवें पट्टोत्सव के अवसर पर 9 सितम्बर 1989 को (वि. सं. 2046 भाद्रव शुक्ला नवमी) इस नयी व्यवस्था को क्रियान्वित कर रहा हूँ ।
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Posted on 16.05.2025 06:28
🌞 *नवप्रभात के प्रथम दर्शन* 🌞16 मई, 2025
*प्रस्तुति : अभातेयुप जैन तेरापंथ न्यूज़*
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*_16 मई_*
स्वयं के साथ
मित्रता करने वाला व्यक्ति दूसरों के साथ गलत व्यवहार नहीं करता।
- आचार्य महाश्रमण
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*- आदर्श साहित्य विभाग, जैन विश्व भारती*
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