JVBU, Ladnun, 20.07.2014
कलक्टर ने किया पोधारोपण
संस्थान का प्रत्येक सदस्य लगाये एक एक पेड-वीणा प्रधान
जैन विश्वभारती विश्वविद्यालय में नागौर जिला कलक्टर श्रीमती वीणा प्रधान ने पौधारोपण कर संस्थान के प्रत्येक सदस्य एवं विद्यार्थियों को एक एक पेड लगाने का आह्वान किया। इस अवसर पर संस्थान के विद्यार्थियों एवं कर्मचारियों को संबोधित करते हुए कलक्टर वीणा प्रधान ने कहा कि हरियालो राजस्थान के अन्तर्गत यह अभियान व्यापक स्तर पर चलाया जा रहा है। उन्होनें संस्थान के कुलपति सचिवालय एवं महिला छात्रावास में पेड लगाते हुए कहा कि अधिक से अधिक पेड लगाने से ही प्रकृति का संतुलन कायम रह सकता है। प्रधान ने उपस्थित छात्राओं से बात करते हुए उन्हें पेड पोधे लगाकर पर्यावरण को हरितिमा से युक्त करने का आह्वान किया।
इस अवसर पर विश्वविद्यालय की कुलपति समणी चारित्रप्रज्ञा ने कहा कि पर्यावरण की सुरक्षा एवं संरक्षण के लिए प्रत्येक नागरिक का संकल्प ग्रहण करना चाहिए। तभी हम प्रकृति को सुरक्षित रख पायेगें।
इस अवसर पर कलक्टर ने जैन विश्वभारती विश्वविद्यालय के आचार्य कालू कन्या महाविद्यालय, आचार्य तुुलसी महिला छात्रावास, शिक्षा विभाग, एसडी घोडावत ऑडिटोरियम, केन्द्रीय कपडा मंत्रालय द्वारा स्थापित एपरैल ट्रैनिग एण्ड डिजाईन सेन्टर, तुलसी कला विथि, केन्द्रीय पुस्तकालय आदि का अवलोकन किया। इसके बाद कुलपति सचिवालय में आयोजित कुलपति के साथ बैठक में कलक्टर ने जैन विश्वभारती संस्थान की गतिविधियों को उत्कृट बताया। उन्होनें जैन विश्वभारती विश्वविद्यालय को राजस्थान का प्रमुख शिक्षण संस्थान बताते हुए यहां की व्यवस्थाओं की प्रंशसा की। कुलपति एवं कलक्टर की करीब एक घण्टे तक हुई बैठक में विश्वविद्यालय से जुडी अनेक जानकारियों से कलक्टर को अवगत करवाया गया।
इस अवसर पर नगरपालिका अध्यक्ष बच्छराज नाहटा, एसडीएम मुरारीलाल शर्मा, तहसीलदार आदूराम मेघवाल, कुलसचिव डॉ अनिलधर, डॉ आनन्दप्रकाश त्रिपाठी, राकेश जैन, डॉ बीएल जैन, डॉ बीप्रधान, समणी मल्लीप्रज्ञा, नेपालचन्द गंग, डी आर खोजा, डॉ जयश्री शर्मा, पंकज भटनागर, डॉ वीरेन्द्र भाटी मंगल सहित अनेक लोग उपस्थित थे।
दुर्लभ पांडु लिपि देखकर आश्चर्य व्यक्त किया- जिला कलक्टर ने जैन विश्वभारती संस्थान के केन्द्रीय पुस्तकालय का अवलोकन करते हुए दुर्लभ छ सौ वर्ष प्राचीन हस्तलिखित पांडुलिपि देखकर आश्चर्य व्यक्त किया। पुस्तकालयाध्यक्ष डॉ अमित शर्मा ने पुस्तकालय का अवलोकन करवाते हुए बताया कि पुस्तकालय में करीब एक लाख पुस्तके सुसज्जित है इसके अलावा पांच सौ से अधिक दुर्लभ पाण्डुलिपियां भी उपलब्ध है। वहीं तुलसी आर्ट गैलरी में जैन संतो द्वारा रचित दुर्लभ ग्रंथों को देखकर कलक्टर ने जैन आचार्याे के तप की प्रशंसा की।
कलक्टर ने ली जानकारी- केन्द्रीय कपडा मंत्रालय द्वारा स्थापित एपरैल ट्रैनिग एण्ड डिजाईन सेन्टर (एटीडीसी) का अवलोकन करते हुए जिला कलक्टर डॉ वीणा प्रधान ने मशीनों से जुडी जानकारीयां प्राप्त की। एटीडीसी के स्टेट कॉर्डीनेटर हेमेन्द्र हल्दिया ने कलक्टर को मशीनों के बारे में जानकारी दी। कलक्टर ने यहां अवस्थित हाई स्पीड मशीनों को देखकर कहा कि लाडनूं जैसी जगह में इस सेन्टर से महिलाओं एवं युवाओं को रोजगार प्राप्ति में सहयोग मिलेगा।
Samani Charitra Pragya
Collector's Award
Planted Trees
कलक्टर ने किया पोधारोपण
संस्थान का प्रत्येक सदस्य लगाये एक एक पेड-वीणा प्रधान
जैन विश्वभारती विश्वविद्यालय में नागौर जिला कलक्टर श्रीमती वीणा प्रधान ने पौधारोपण कर संस्थान के प्रत्येक सदस्य एवं विद्यार्थियों को एक एक पेड लगाने का आह्वान किया। इस अवसर पर संस्थान के विद्यार्थियों एवं कर्मचारियों को संबोधित करते हुए कलक्टर वीणा प्रधान ने कहा कि हरियालो राजस्थान के अन्तर्गत यह अभियान व्यापक स्तर पर चलाया जा रहा है। उन्होनें संस्थान के कुलपति सचिवालय एवं महिला छात्रावास में पेड लगाते हुए कहा कि अधिक से अधिक पेड लगाने से ही प्रकृति का संतुलन कायम रह सकता है। प्रधान ने उपस्थित छात्राओं से बात करते हुए उन्हें पेड पोधे लगाकर पर्यावरण को हरितिमा से युक्त करने का आह्वान किया।
इस अवसर पर विश्वविद्यालय की कुलपति समणी चारित्रप्रज्ञा ने कहा कि पर्यावरण की सुरक्षा एवं संरक्षण के लिए प्रत्येक नागरिक का संकल्प ग्रहण करना चाहिए। तभी हम प्रकृति को सुरक्षित रख पायेगें।
इस अवसर पर कलक्टर ने जैन विश्वभारती विश्वविद्यालय के आचार्य कालू कन्या महाविद्यालय, आचार्य तुुलसी महिला छात्रावास, शिक्षा विभाग, एसडी घोडावत ऑडिटोरियम, केन्द्रीय कपडा मंत्रालय द्वारा स्थापित एपरैल ट्रैनिग एण्ड डिजाईन सेन्टर, तुलसी कला विथि, केन्द्रीय पुस्तकालय आदि का अवलोकन किया। इसके बाद कुलपति सचिवालय में आयोजित कुलपति के साथ बैठक में कलक्टर ने जैन विश्वभारती संस्थान की गतिविधियों को उत्कृट बताया। उन्होनें जैन विश्वभारती विश्वविद्यालय को राजस्थान का प्रमुख शिक्षण संस्थान बताते हुए यहां की व्यवस्थाओं की प्रंशसा की। कुलपति एवं कलक्टर की करीब एक घण्टे तक हुई बैठक में विश्वविद्यालय से जुडी अनेक जानकारियों से कलक्टर को अवगत करवाया गया।
इस अवसर पर नगरपालिका अध्यक्ष बच्छराज नाहटा, एसडीएम मुरारीलाल शर्मा, तहसीलदार आदूराम मेघवाल, कुलसचिव डॉ अनिलधर, डॉ आनन्दप्रकाश त्रिपाठी, राकेश जैन, डॉ बीएल जैन, डॉ बीप्रधान, समणी मल्लीप्रज्ञा, नेपालचन्द गंग, डी आर खोजा, डॉ जयश्री शर्मा, पंकज भटनागर, डॉ वीरेन्द्र भाटी मंगल सहित अनेक लोग उपस्थित थे।
दुर्लभ पांडु लिपि देखकर आश्चर्य व्यक्त किया- जिला कलक्टर ने जैन विश्वभारती संस्थान के केन्द्रीय पुस्तकालय का अवलोकन करते हुए दुर्लभ छ सौ वर्ष प्राचीन हस्तलिखित पांडुलिपि देखकर आश्चर्य व्यक्त किया। पुस्तकालयाध्यक्ष डॉ अमित शर्मा ने पुस्तकालय का अवलोकन करवाते हुए बताया कि पुस्तकालय में करीब एक लाख पुस्तके सुसज्जित है इसके अलावा पांच सौ से अधिक दुर्लभ पाण्डुलिपियां भी उपलब्ध है। वहीं तुलसी आर्ट गैलरी में जैन संतो द्वारा रचित दुर्लभ ग्रंथों को देखकर कलक्टर ने जैन आचार्याे के तप की प्रशंसा की।
कलक्टर ने ली जानकारी- केन्द्रीय कपडा मंत्रालय द्वारा स्थापित एपरैल ट्रैनिग एण्ड डिजाईन सेन्टर (एटीडीसी) का अवलोकन करते हुए जिला कलक्टर डॉ वीणा प्रधान ने मशीनों से जुडी जानकारीयां प्राप्त की। एटीडीसी के स्टेट कॉर्डीनेटर हेमेन्द्र हल्दिया ने कलक्टर को मशीनों के बारे में जानकारी दी। कलक्टर ने यहां अवस्थित हाई स्पीड मशीनों को देखकर कहा कि लाडनूं जैसी जगह में इस सेन्टर से महिलाओं एवं युवाओं को रोजगार प्राप्ति में सहयोग मिलेगा।