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Tosham: 20.05.2014
Acharya Mahashraman has Inspired People to Follow Non-violence, Sanyam and Morality. Earlier Acharya Mahashraman was welcomed by devotees.
News in Hindi
आचार्य श्री महाश्रमणजी के कस्बे में प्रवेश होने पर श्रद्धालुओं ने नतमस्तक हो कर स्वागत किया। सोमवार को आयोजित कार्यक्रम में आचार्य श्री महाश्रमणजी ने कहा है कि संयम, अहिंसा व नैतिकता जैसे गुणों से मनुष्य अपने आपको भावित कर जीवन को सर्वश्रेष्ठ बनाने का मार्ग प्रशस्त कर सकता है।
आचार्य श्री महाश्रमणजी ने कहा कि शरीर और आत्मा का अलग -अलग होना मृत्यु है। गुरुवर तुलसी ने अणुव्रत के माध्यम से सेवा की थी। आचार्य श्री ने कहा कि आदमी की दुर्बलता है की वो क्रोध, लोभ, भय व हास्य में झूठी बात का प्रयोग कर लेता है, अगर दुनिया में झूठ बोलना न हो तो दुनिया कितनी सुंदर होगी। महाश्रमण ने कहा कि संकल्प बल मजबूत हो जाए तो माया व झूठ दोनों से छुटकारा मिल जाएगा।
आचार्य श्री ने कहा कि गृहस्थ जीवन में इद्रिय संयम को महत्व देना चाहिए। इससे पहले आचार्य महाश्रमण जी की भव्य शोभा यात्रा का लोक निर्माण विश्राम घर के पास स्वागत किया गया। इसके बाद अस्पताल रोड, मुख्य चौक होते हुए यात्रा राजकीय कन्या विद्यालय में पंहुची। एसएस जैन सभा तोशाम के अध्यक्ष राजेंद्र जैन तोशामिया ने कहा कि आचार्य श्री अनेक सदियों का निर्माण करते हैं और उनकी दिव्य ज्योति से संसार में प्रकाश फैलता है। ग्रंथ, पंथ व संत अलग हो सकते हैं लेकिन इनका कथ्य और तथ्य एक ही होता है।
इस मौके पर दिल्ली से आए सुरेंद्र जैन, हरियाणा प्रांतीय तेरापंथ सभा के अध्यक्ष घीसाराम जैन, एडवोकेट नत्थूराम जैन, जयकुमार जैन, अशोक कुमार जैन, बिजेंद्र उर्फ पप्पी जैन, नरेंद्र जैन, विरेंद्र कुमार जैन, श्री जैन तेरापंथ सभा तोशाम के अध्यक्ष मुकेश कुमार जैन, विनय जैन, पूर्व सरपंच नानकचंद, पवन जैन, मनोज जैन आदि ने आचार्य श्री का स्वागत किया।