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Palana: 07.01.2014
Acharya Mahashraman Reached Palana and Bhinasar.
News in Hindi
आज भीनासर पहुंचें परम श्रद्धेय आचार्य श्री महाश्रमणजी 07:01:2014
पुरुषार्थी बनने के लिए स्वार्थ त्यागे- आचार्य श्री महाश्रमणजी
जगदंबा इंडस्ट्रीज पलाना 06 जनवरी 2014
मनुष्य को हमेशा पुरुषार्थी बनने की प्रेरणा दी। उन्होंने कहा कि पुरुषार्थी बनने के लिए व्यक्ति में स्वार्थ की भावना नहीं होनी चाहिए। साध्वियों ने गुरु वंदना में गुरु को सर्वोपरि बताते हुए सात द्वीप, दश दिशाएं, नौ ग्रह आदि से पुलकित किया।
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देशनोक 05 जनवरी 2014
राजकीय करणी सीनियर सैकंडरी स्कूल में प्रवचन देते हुए आचार्य महाश्रमण ने अणुव्रत आचार संहिता, संयम व विवेक पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि विवेक ही मनुष्य को सभी प्राणियों में सर्वश्रेष्ठ व सर्वोत्तम बनाता है।
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कामनाओं को वश में करना जरूरी
रासीसर 04 जनवरी 2014
कामनाओं को कम करके ही आदमी सुखी जीवन जी सकता है। यह विचार शनिवार को आचार्य महाश्रमण ने रासीसर में आयोजित प्रवचन के दौरान व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि आदमी कामनाओं का अतिक्रमण कर सुखी बन सकता है। व्यक्ति की सभी कामनाएं पूरी हो, यह आवश्यक नहीं है और जब कामनाओं के साथ आसक्ति जुड़ जाए और वह पूरी न हो तो उसे कष्ट होता है। इससे वह दुखी हो जाता है। इसलिए आदमी को कामनाएं कम करने का प्रयास करना चाहिए। असंतोष का कोई अंत नहीं है इसलिए संतोष परमसुख होता है। आदमी का बाह्य आकर्षण कम हो जाए, भीतर का आकर्षण बढ़ जाएं, भौतिक दृष्टिकोण से आध्यात्मिक दृष्टिकोण बन जाए तो वह सुखी हो सकता है।
पलाना 04:05:2014