ShortNews in English
Momasar: 17.12.2013
Padamchand Patawari Representing People of Momasar Requested Acharya Mahashraman to Grant Chaturmas.
News in Hindi
वंदे गुरुवरम् नेमाजी रे लाल ने घणी घणी खम्मा, जय-जय ज्योति चरण, जय-जय महाश्रमण के उद्घोष से बीकानेर जिले की सीमा पर बसा मोमासर गांव मंगलवार को गुंजायमान हो गया। मौका था 11वें अनुशास्ता आचार्य श्री महाश्रमण व साध्वी प्रमुखा कनक प्रभा का बीकानेर जिले की सीमा में मंगल प्रवेश का।
मोमासर गांव में प्रवेश करने पर मोमासर में विराजित मुनि श्री वत्स राज ने आचार्य श्री महाश्रमण, साध्वी प्रमुखा श्री कनकप्रभाजी का स्वागत किया। श्रीडूंगरगढ़ विधायक किशनाराम नाई भी आचार्य महाश्रमण की अगवानी में मोमासर पहुंचे। ग्रामीणों के आग्रह पर आचार्य श्री महाश्रमणजी गांव में भोमियाजी मंदिर पहुंचे और मंगल पाठ सुनाया। इसके बाद मुख्य बाजार होते हुए मरुदेवा भवन पहुंचे। यहां पर उन्होंने धर्म सभा को संबोधित किया। अपने एक दिवसीय प्रवास के दौरान धर्म सभा को संबोधित करते हुए आचार्य महाश्रमण ने कहा कि इंसान के भीतर अहंकार, नमृता, माया, ऋजुता, लालच, संतोष आदि अनेक वृत्तियां होती हैं। हमें हमेशा सद संस्कार को ही महत्त्व देना चाहिए। इसके लिए विशेष रूप से बच्चों पर ध्यान देना आवश्यक है।
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ग्रामीणों के आग्रह पर आचार्य श्री महाश्रमणजी गांव में भोमियाजी मंदिर पहुंचे और मंगल पाठ सुनाया 17:12:2013
मोमासर वासियो ने की चातुर्मास की अरज
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