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Tapara: 09.02.2013
Nomination Day of Sadhvi Pramukha Kanak Prabha Celebrated in Presence of Acharya Mahashraman.
News in Hindi
साध्वी प्रमुखा के चयन दिवस पर आचार्य ने उद्बोधन दिया
टापरा 09 फरवरी 2013 जैन तेरापंथ न्यूज ब्योरो
आचार्य महाश्रमण के दैनिक प्रवचन पूर्व सवेरे 7.30 बजे चयन दिवस का कार्यक्रम आयोजित हुआ। कार्यक्रम में समणी वृंद ने 'अवतरीया गण रै आंगणीये, झील-मिल ज्योत ले' गीत का संगान किया। 'म्हारै भाग्य री डोर गुरु हाथ, ऊंची उड़ान भराला- महासमणी रो सिर पर हाथ, ऊंची उड़ान भराला' की सुंदर प्रस्तुति साध्वी वृंद की ओर से दी गई। मुनिवृंद द्वारा 'भिक्षु शासन री पुण्याई रो नहीं आर पार है' गीत की प्रस्तुति दी गई। मुनि विजय कुमार ने 'साध्वी प्रमुखा कनकप्रभा की गुणगाथा गाएं हम' गीत का गायन किया। मुनि विमल कुमार, मुनि दिनेश कुमार, मुनि किशनलाल एवं साध्वी यशोधरा ने भी अपने विचार व्यक्त किए। कार्यक्रम के पूर्व में आचार्य के आने से पहले समणी वृंद ने प्रभुजी समवसरण में पधारों गीत की सुंदर प्रस्तुति दी। चयन दिवस के मौके पर साध्वी प्रमुखा कनकप्रभा अपने विचार रखे। आचार्य महाश्रमण ने संबोधित करते हुए कहा कि हमारे धर्मसंघ में आचार्यों पर वैधानिक रूप से संघ का संचालन का दायित्व होता है। आचार्य भिक्षु के समय संघ छोटा था। आज संघ विराट बना हुआ है। मंगल कामना हमारा धर्मसंघ विराट बनें। साध्वियों की व्यवस्था भी आचार्य के अन्तर्गत है। साध्वीप्रमुखा कनकप्रभा ने कहा कि आज का दिन मेरे लिए चिन्तन का दिन है।