ShortNews in English
Asadha: 19.01.2013
Acharya Mahashraman told people to follow way of morality in life. He was welcomed by whole village. Monks and Nuns also felt extra happy to get Acharya Mahashraman in their birthplace. Muni Hemant Kumar, Sadhvi Jagat Yasha, Samani Rohit Pragya, Samani Punya Pragya, Mumukshu Bhagya Shree and Mumukshu Maitri expressed their happiness and welcome Acharya Mahashraman in birthplace of them.
News in Hindi
व्यक्ति नैतिकता का विकास करें: आचार्य
व्यक्ति नैतिकता का विकास करें: आचार्य
आचार्य महाश्रमण का असाड़ा में प्रवेश, 36 कौम के लोगों ने किया स्वागत
आसाडा 19 जनवरी 2013 जैन तेरापंथ न्यूज ब्योरो डेस्क आसाडा
'व्यक्ति को नैतिकता का विकास करना चाहिए। व्यक्ति लक्ष्य बनाता है, उसे पूर्ण करता है, उसमें नैतिकता अति आवश्यक है।' ये उद्गार तेरापंथ धर्मसंघ के आचार्य महाश्रमण ने शुक्रवार को असाड़ा में वर्धमान समवसरण में नागरिक अभिनंदन समारोह में उपस्थित श्रावक-श्राविकाओं को संबोधित करते हुए व्यक्त किए।
उन्होंने कहा कि सत्य की आराधना करने से कार्य में बाधा आ सकती है। किंतु यदि वह सहनशीलता का विकास करता है तो वह महान ऊंचाइयों को प्राप्त कर सकता है। व्यक्ति नैतिक तब बन सकता है, जब वह करूणा और अनुकंपा का विकास करें। लक्ष्य प्राप्ति के लिए साधु को क्या करणीय है इस पर आचार्य ने प्रकाश डालते हुए कहा कि साधु सहनशीलता का विकास करें। इसी से तेरापंथ धर्मसंघ ने विकास किया है। मुनि हेमन्त कुमार, साध्वी जगतयशा, समणी रोहितप्रज्ञा, समणी पुण्यप्रज्ञा, मुमुक्षु पूजा, मुमुक्षु भाग्यश्री एवं मुमुक्षु मैत्री ने अपनी जन्म भूमि पर आचार्य की वर्धापना की।