ShortNews in English
Padru: 09.01.2013
Muni Jay Kumar told students of school to stay alert every moment and do manliness for success. He also outlined aim of Anuvrata code of conduct.
News in Hindi
पुरुषार्थ जीवन में सफलता के आयाम स्थापित करता हैं: मुनि श्री जय कुमार जी
पादरू 08 जनवरी 2013 जैन तेरापंथ न्यूज ब्योरो
आचार्य महाश्रमण के शिष्य मुनि जयकुमार ने पादरू कस्बे में राजकीय बालिका स्कूल के छात्र-छात्राओं को जीवन में विकास के सूत्र एवं अणुव्रत की महत्ता पर प्रकाश डाला।
कार्यक्रम में ुमुनि ने अपने संबोधन में कहा कि विद्यार्थी जीवन में माता-पिता, गुरुजनों के प्रति सम्मान विनय भाव के साथ पूर्ण समर्पण विकास में सहयोगी होता है। समर्पण के साथ पुरुषार्थ लक्ष्य को प्राप्त कराता है। आलस्य एवं प्रमाद व्यक्ति को निराशा एवं पतन की ओर बढ़ाते हैं। वहीं जागरुकता, सतत् परिश्रम, लक्ष्य के प्रति सजगता के साथ पुरुषार्थ जीवन में सफलता के आयाम स्थापित करता है।
विद्यार्थी जीवन में ही व्यसनमुक्ति के साथ नैतिकत, प्रमाणिकता एवं सत्य निष्ठा भावों का बीजारोपण होने से स्वयं का जीवन तो आगे बढ़ता है, वहीं राष्ट्र के लिए भी गौरव का पात्र बनता है। अणुव्रत महासमिति क्षेत्रीय प्रभाारी ओम बांठिया ने छोटे-छोटे संकल्पों एवं नियमों से जीवन में नैतिकता एवं चारित्र निर्माण के लिए अणुव्रतों को महत्वपूर्ण बताया तथा आचार्य महाश्रमण के बाड़मेर जिले में प्रवास से व्यसन मुक्ति के विशेष अभियान से हजारों लोगों के जीवन में विशेष निखार आ रहा है। मुनि मुदितकुमार ने अणुव्रतों के संदर्भ में प्रेरक गीतिका प्रस्तुत की।
पादरू नगर की ओर से प्रेमसिंह ने आभार ज्ञापित करते हुए मुनि प्रवास को जन-जन के लिए उपयोगी बताया।
स्थानीय स्कूलों के छात्र-छात्राओं ने सामूहिक रूप से मुनि श्री से अणुव्रत के संकल्प स्वीकार किए। अध्यापक लूणाराम ने संचालन किया। समारोह में बाबूलाल जैन, पुखराज जैन, विनोद गोठी सहित बड़ी संख्या में गणमान्य नागरिक मौजूद थे।
बालोतरा. कार्यक्रम में उपस्थित स्टूडेंट्स व ग्रामी