ShortNews in English
Jasol: 27.09.2012
Acharya Mahashraman said that for a householder money is important to run his daily activity and to complete primary needs. He inspired people to earn money with moral ways. He said doctors, teachers and businessmen can earn money by moral ways and can serve society too.
News in Hindi
अनैतिक तरीके से धन न कमाएं: आचार्य
जसोल(बालोतरा) २६ सितम्बर २०१२ जैन तेरापंथ न्यूज ब्योरो
जैन तेरापंथ धर्म संघ के आचार्य महाश्रमण ने कहा कि जीवन को चलाने के लिए अच्छी आवश्यकताओं की पूर्ति करना जरूरी है। जीने के लिए हवा, पानी, भोजन, मकान, कपड़े, शिक्षा, चिकित्सा आदि है जिसकी पूर्ति के लिए आदमी हमेशा चिंतित रहता है। व्यक्ति के जीवन की आवश्यकताओं की पूर्ति का साधन है पैसा। उन्होंने कहा कि लोग पैसा कमाने के लिए पापकर्म करते हैं। आचार्य मंगलवार को जसोल में चातुर्मास प्रवचन के दौरान धर्मसभा को संबोधित कर रहे थे। आचार्य ने कहा कि व्यक्ति के मन में पाप कर्म नहीं करने की प्रेरणा जगे। अर्थ के मामले में भी गलत काम नहीं होना चाहिए। आचार्य ने कहा कि व्यापारी व्यापार के माध्यम से जनता की सेवा करते हैं उसमें बेईमानी नहीं होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि रोगी के लिए चिकित्सक ही भगवान है। शिक्षक ज्ञान देकर विद्यार्थी की सेवा करते हैं। वकील वकालत से सेवा करता है। न्यायाधीश भी सेवा करता है। आदमी सेवा के बदले पैसे प्राप्त करें, यह गलत काम नहीं है।लेकिन डरा धमकाकर लिया गया पैसा गलत है उससे पीड़ा भोगनी पड़ती है। आचार्य ने कहा कि पैसा कमाने के लिए अलौकिक काम न करें। मंत्री मुनि सुमेरमल ने कहा कि अध्यात्म की साधना के साथ किसी प्रकार की इच्छा नहीं करनी चाहिए। इच्छा नाम छदमस्थता है। समझदार कभी पद, यश के साथ इच्छा नहीं जोड़ता है।