ShortNews in English:
Dhelana: 04.02.2012
Do Not Eat Jamikand for Sadhana of Non-Violence: Acharya Mahashraman
News in Hindi
जमीकंद का करें त्याग - आचार्य
आमेट (ढेलाणा गांव) ०४ फरवरी २०१२ जैन तेरापंथ न्यूज ब्योरो
आचार्य ने श्रावकों से कहा कि वे जमीकंद का परित्याग करें। सामूहिक भोज के दौरान भी इनके उपयोग से बचने का प्रयास करें। यदि व्यक्ति इन वस्तुओं के परिहार करने का प्रयास करता है तो उसके जीवन में अहिंसा का भाव बना रहेगा। यह परिवार और समाज के लिए भी अच्छा साबित हो सकता है। आचार्य ने ग्रामीणों को नशा नहीं करने का संकल्प दिलाया और कहा कि नशा करके वे अपना जीवन तो खराब कर ही रहे हैं, साथ ही आने वाली पीढ़ी को भी प्रेरणा देने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं। इसे त्यागने से जहां स्वयं का शरीर स्वस्थ होगा वहीं आर्थिक तंगी की समस्या से भी निजात मिल सकेगी।