Short News in English
Ladnun: 19.11.2011
Sadhvi Kamal Shree: Politeness is Necessary for Chitsamadhi
News in Hindi
चित्त समाधि के लिए जरूरी है विनम्रता
लाडनू 19 नवम्बर २०११ जैन तेरापंथ न्यूज ब्योरो
महिला मंडल के तत्वावधान में लगा चित्त समाधि शिविर
लाडनूं& तेरापंथ महिला मंडल की ओर से रविवार को ऋषभद्वार सभागार में चित्त समाधि शिविर लगा। सेवा केंद्र की व्यवस्थापिका साध्वी कमलश्री व जिनरेखा के सान्निध्य में हुए समारोह में साधक जीतमल शाह ने कहा कि चित्त समाधि तक पहुंचने के लिए विनम्रता, सहिष्णुता, ध्यान, कायोत्सर्ग व इंद्रिय चेतना का होना जरूरी है। उन्होंने कहा कि इसके द्वारा हम अपने जीवन में परिवर्तन ला सकते हैं। आज के युग में श्रम कम व सुविधावादी ज्यादा है। साध्वी जिनरेखा ने कहा कि दुख में से सुख निकालना ही सुखी जीवन जीने की कला है। वर्तमान युग में हम इंद्रियों के प्रति समर्पित होते जा रहे हैं। चित्त में समाधि लाना रामबाण दवाई है। साध्वी कमलश्री ने कहा कि आरोग्य के लिए खान-पान, खाद्य संयम, दीर्घश्वांस, कार्यात्सर्ग जरूरी है। इसी तरह तनाव मुक्ति के लिए मन को शांत रखना जरूरी है। डॉ. सुशीला बाफना ने चित्त समाधि तक कैसे पहुंचे विषय पर प्रकाश डाला। सीमा कोचर व सुशीला दूगड़ ने भी विचार व्यक्तकिए। संचालन सुनीता बैद ने किया। सुमन बैद ने आभार व्यक्त किया।