Short News in English
Location: | Kelwa |
Headline: | Russian Singer Alexander Ready to Accept Saman Diksha with Time Limit |
News: | Participants of IPMC expressed their desire to accept Saman Diksha for short time if they get visa for longer time in India. Delegates from Russia invited Acharya Mahashraman to come in their country. Pop singer of Russia Alexander told that Preksha Meditation initiated by Acharya Mahaprajna showed us power of soul. Now I understand difference of body and soul. I come to attend IPMC to get peace. Another delegate Elena told that Preksha has power to transform. After experiment I feel positive change in myself. Marina told that books of Acharya Mahaprajna impressed me most. She mentioned “The Mirror of My Soul “changed my life. I practice Preksha Meditation regularly. |
News in Hindi
विदेशी भी लेना चाहते है जैन तेरापंथ समण दीक्षा
प्रेक्षाध्यान ने करवाया आत्म शांति से परिचित, आचार्य महाश्रमण को दिया रूस आने का आमंत्रण
केलवा ३ नवम्बर २०११ जैन तेरापंथ न्यूज ब्योरो
आचार्य महाश्रमण के सान्निध्य में प्रेक्षा इंटरनेशनल की ओर से आयोजित अंतरराष्ट्रीय प्रेक्षाध्यान शिविर में समागत विदेशी शिविरार्थियों ने भी जैन समण दीक्षा लेने की इच्छा जताई है। उनका कहना है कि भारत सरकार लंबे समय तक का वीजा देने को तैयार हो तो वे समण दीक्षा लेने को तैयार हैं। शिविरार्थियों ने आचार्यश्री को रूस आने का भी आमंत्रण दिया। रूस के पॉप गायक एलेक्जेंडर ने कहा कि आचार्य महाप्रज्ञ द्वारा प्रदत्त प्रेक्षाध्यान ने हमें हमारी आत्मशक्ति से परिचित कराया है। अब हम शरीर और आत्मा को अलग मानते हैं। आत्मा की सुरक्षा के लिए कुछ भी कर सकते हैं। जब हम यहां से जाते हैं तो ऐसा लगता है अपनी आत्मा को यहां छोड़कर जा रहे हैं। उसी आत्मा से मिलने और शांति के लिए प्रतिवर्ष प्रेक्षाध्यान शिविर में आते है। अगर भारत सरकार वीजा देने को तैयार हो तो सावधिक समण दीक्षा लेने को हम तैयार है। प्रेक्षाध्यान अंधविश्वास नहीं: रूस के कुर्धन की मैक्सिमुवा एलिना का कहना है कि प्रेक्षाध्यान कोई अंधविश्वास वाली बात नहीं है। इसके प्रयोग में बदलाव लाने की अदभुत शक्ति है। मैंने स्वयं इसका अनुभव किया है। मेरी सिस्टर की रूस में रात्रिकालीन ड्यूटी रहती है। इस कारण मैं अस्त-व्यस्त हो गई थी। चिड़चिड़ापन बढ़ गया था। जब से प्रेक्षाध्यान का प्रयोग करने लगी हूं तब से अपने आप में सकारात्मक परिवर्तन अनुभव कर रही हूं। मेरे पास जो भी मरीज आते हैं उन्हें मैं प्रेक्षाध्यान के बारे में बताती हूं। मेरे परिचित भी प्रेक्षाध्यान करने लगे है।
महाप्रज्ञ की पुस्तक से प्रभावित हुई:
कुर्धन की ही नेवरोवा मरीना का कहना है कि मैंने आचार्य महाप्रज्ञ की पुस्तक ‘द मिरर ऑफ माई सोल’ पढ़ी। इस पुस्तक ने मेरी जिंदगी बदल दी। मैंने अनेक आध्यात्म गुरुओं एवं लेखकों की पुस्तकें पढ़ी थी, पर ऐसे प्रभावक विचार कहीं नहीं मिले। इस पुस्तक ने मुझे आत्मा के बारे में गहरी जानकारी कराई। इस बार मैं प्रेक्षाध्यान से जुड़ी। अब मैं नियमित प्रयोग करती हूं।