Short News in English
Location: | Jasol |
Headline: | Anuvrata Week In Presence of Muni Madan Kumar |
News: | Anuvrata week will be celebrated from 26th September to 2nd October in presence of Muni Madan Kumar. Environment day, Jeevan Vigyan day, Addiction free day, Anuvrata Inspiration day, Discipline day, Non-violence day and All religion amity day will be observed during the week. |
News in Hindi
जसोल - अणुव्रत उद्बोधन सप्ताह की तैयारियां जोरों पर - मुनि मदन कुमार
अणुव्रत उद्बोधन सप्ताह की तैयारियां जोरों पर
जसोल जैन तेरापंथ न्यूज ब्योरो 23 Sep-2011
कस्बे में आचार्य महाश्रमण की ओर से २६ सितंबर से २ अक्टूबर तक मनाए जाने वाले अणुव्रत सप्ताह की तैयारियां जोरों पर चल रही है।
अणुव्रत मंत्री सफरु खां ने बताया कि मुनि मदन कुमार के सान्निध्य व चातुर्मास २०१२ व्यवस्था समिति के तत्वावधान में अणुव्रत सप्ताह के दौरान विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। उन्होंने बताया कि 26 सितंबर को पर्यावरण शुद्धि दिवस, 27 सितंबर को जीवन विज्ञान दिवस, 28 सितंबर को नशा मुक्ति दिवस व भील बस्ती का सामूहिक कार्यक्रम, 29 सितंबर को अणुव्रत प्रेरणा दिवस, 30 सितंबर को अनुशासन दिवस, 1 अक्टूबर को अहिंसा दिवस व 2 अक्टूबर को सांप्रदायिक सौहार्द दिवस मनाया जाएगा। प्रदेश उपाध्यक्ष भूपतराज कोठारी ने चातुर्मास के दौरान अलग-अलग वर्ग, संप्रदाय व समाज के लोगों को जोडऩे का आह्वान किया। जीवन विज्ञान अकादमी प्रभारी रमेश बोहरा ने अणुव्रत के साथ जीवन विज्ञान को जोडऩे तथा अणुव्रत नीति को नियमित रूप से प्रार्थना से जोडऩे का सुझाव दिया। राष्ट्रीय अणुव्रत शिक्षक संसद के बाड़मेर जिला प्रभारी मोहनलाल खंडेलवाल ने व्यसन मुक्ति अभियान को सक्रिय करने का विश्वास दिलाया। अध्यक्ष मूणलाल प्रजापत ने पिछड़े व दलित वर्ग में अणुव्रत अभियान चलाने की आवश्यकता जताई।
धन मात्र साधन, साध्य नहीं: मुनि मदन कुमार
जसोल जैन तेरापंथ न्यूज ब्योरो 23 Sep-2011
नकारात्मक भाव सबसे बड़ी समस्या है। संवेगों का नियमन करके ही जीवन शैली को संतुलित बनाया जा सकता है। नवकार विद्या मंदिर में मूल्यपरक शिक्षा और जीवन विज्ञान पर प्रवचन देते हुए मुनि मदन कुमार ने ये विचार व्यक्त किए। मुनि ने कहा कि भीतर की आंखें खोलने वाली शिक्षा ही सार्थक है। चरित्र पर बल देते हुए मुनि ने कहा कि सफल जीवन के लिए प्रज्ञा का आलोक और नियंत्रण की शक्ति आवश्यक है। राष्ट्र ऋषि आचार्य तुलसी ने संयम को सर्वोपरि स्थान देकर मानव जाति का
सर्वश्रेष्ठ मार्गदर्शन किया है। मुनि ने कहा कि मनुष्य को हर हालत में शील की रक्षा करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि धन जीवन-यापन का साधन मात्र है, साध्य नहीं। कार्यक्रम के अंत में मुनि ने छात्रों को जीवन विज्ञान का प्रायोगिक प्रशिक्षण प्रदान किया। कार्यक्रम के दौरान भूपत कोठारी, सुरेश जे बुरड़, धनपत संकलेचा व कांतिलाल जैन ने भी अपने विचार व्यक्त किए। लक्ष्मणसिंह रजोत ने अतिथियों का आभार जताया।