Short News in English
Location: | Kelwa |
Headline: | India Can Bring Happiness► Mohan Bhagwat |
News: | RSS chief Mohan Bhagwat express his view that India can bring cheer to world. He was speaking on new released book SUKHI BANO of Acharya Mahashraman. He also told Gita is important scripture. |
News in Hindi
आचार्य महाश्रमण की पुस्तक 'सुखी बनो' का विमोचन करने आए राष्ट्रीय स्वयं सेवक प्रमुख डॉ. मोहन भागवत ने कहा
'भारत ही ला सकता है सुख-शांति'
केलवा १३ अगस्त २०११ जैन तेरापंथ समाचार ब्योरो राजसमन्द
राजसमंद जिले के केलवा में शुक्रवार को आचार्य महाश्रमण की पुस्तक 'सुखी बनो' का विमोचन करने आए राष्ट्रीय स्वयं सेवक प्रमुख डॉ. मोहन भागवत ने कहा है कि फिर भारत को विश्व का पथ प्रदर्शक बनना होगा। सुख की प्राप्ति क्या होती है इसके बारे में विश्व को समझाना होगा। वहीं, आचार्य ने कहा कि गीता भारतीय वांङग्मय का अत्यन्त महत्वपूर्ण ग्रन्थ है। डॉ. भागवत केलवा में शनिवार को राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के स्वयंवेकों के समागम में भाग लेंगे।
डॉ. भागवत ने कहा कि आचार्य तुलसी के समय से संघ व तेरापंथ धर्मसंघ का एक सौहार्द पूर्ण और बौद्धिक सम्पर्क बना। इसके बाद से ही दोनों का सम्पर्क जारी है। दोनों का उद्देश्य देश में सौहार्द स्थापित करना व लोगों को सुखी कैसे किया जाए इस बात का विचार है। सुखी बनो इस बात के लिए पूरे विश्व को भारत ही संदेश दे सकता है।
गीता भारतीय वांङग्मय का अत्यंत महत्वपूर्ण ग्रंथ- महाश्रमण इससे पूर्व आचार्य महाश्रमण ने कहा कि श्रीमद् भागवत गीता भारतीय वांङग्मय का महत्वपूर्ण ग्रंथ है। इसके अटारह अध्याय है। प्रवेश युद्ध के प्रसंगों से होता है, पर आगे जाने के बाद इसमें अध्यात्म का मनोहर उपवन दृष्टिगोचर होता है। गीता जहां नितांत पद्यमय ग्रंथ है। वहीं उत्तराध्ययन पद्या और गं्रथ दोनों से परिपूर्ण है। उत्तराध्ययन 36 अध्याय रूपी पुष्पों से गुणित ऎसा ग्रंथ है जो आध्यात्म का सुंदर मार्ग दर्शन करना है।
पुस्तक सारगर्भित
इससे पूर्व भागवत ने आचार्य महाश्रमण की पुस्तक सुखी बनों से लोगों का परिचय करते हुए कहा कि आचरणीय पुस्तक नहीं बल्कि एकत्व का भाव भी दर्शाती है। यह पुस्तक को देशवासियों के लिए सारगर्भित बताया और कहा कि यह बौद्धिक ज्ञान तो कराएगी ही वरन् आत्मा की अनुभूति का अहसास होगा।