News in English:
Location: | Lava Sardargarh |
Headline: | Acharya Bhikshu Struggled For A Cause◄ Sadhvi Swarnrekha |
News: | Acharya Bhikshu was great saint. He was devoted to Truth and Non-Violence. Life of Acharya Bhikshu was full of struggle. He was strong enough to tolerate every misery for a cause. Sadhvi Swarnrekha expressed these view on occasion of Bodhi Diwas. Sadhvi Mridula kumari, Sadhvi Swastika shree, Sadhvi Sudhanshu prabha also expressed their views. |
News in Hindi:
संघर्षों के बाद भी आचार्य भिक्षु ने हार स्वीकार नहीं की: साध्वी स्वर्ण रेखा
लावासरदारगढ़ 13 जुलाई तेरापंथ न्यूज ब्योरो कार्यालय संवाददाता
साध्वी स्वर्णरेखा ने कहा कि आचार्य भिक्षु एक महान संत थे। उनका जीवन सत्य, अहिंसा से ओत-प्रोत था। साध्वी तेरापंथ सभा भवन में बोधि दिवस पर पाथेय प्रदान कर रही थी। साध्वी ने कहा कि आचार्य संघर्षों के बावजूद भी वे डटे रहे। हार को गले नहीं लगाया। साधना के ताप संताप को सहन करके साध्य का जीवन व्यतीत किया। उस क्रांतिकारी भिक्षु के बनाए राजमार्ग पर आचार्य महाश्रमण राजहंस बनकर अध्यात्म की अलख जगा रहे हैं। इस अवसर पर साध्वी मृदुला कुमारी, साध्वी स्वस्तिका श्री, साध्वी सुधांशुप्रभा, हस्तीमल कच्छारा ने भी विचार व्यक्त किए। संयोजन लता बापना ने किया।