News In English:
Location: | Khamnor |
Headline: | Avoid Ego For Progress In Life◄ Acharya Mahashraman |
News: | Acharya Mahashraman reached Sema, will do Vihar towards Saloda. Acharya Mahashraman addressed people of Sema village and advised them to avoid ego. He advised people to do Tap and Sadhana to weaken your ego. Politeness, Faith and Devotion are some points which control ego. Every person should do soul searching to see how effectively he controlled ego of self. |
News in Hindi:
अहंकार पतन का मार्ग: महाश्रमणआचार्य महाश्रमण का धवल सेना सहित सेमा में पदार्पण, आज सलोदा विहार करेंगे आचार्य महाश्रमण आचार्य महाश्रमण ने कहा कि अहंकार के कारण मनुष्य का विवेक कमजोर हो जाता है। वह आत्मानुभव, आत्मा से साक्षात्कार में बाधक बन जाता है। अहंकार व्यक्तिगत तथा व्यावहारिक अवनति का मार्ग खोलता हैं। अंतत: अहंकार व्यक्ति का पतन कर देता है। आचार्य मंगलवार को खमनोर क्षेत्र के सेमा गांव में आयोजित धर्मसभा में श्रावक-श्राविकाओं को संबोधित कर रहे थे। महाश्रमण ने कहा कि अहम् जितना बलवान होता है, आदमी की महानता उतनी ही न्यून होती जाती है और अहंकार जितना कम हो मनुष्य की महत्ता उतनी ही बलवती हो जाती है। उन्होंने कहा कि व्यक्ति को आत्मावलोकन करना चाहिए कि उसके भीतर अहंकार लेश मात्र भी मौजूद है की नहीं। अगर है तो फिर अहंकार को कमजोर करने के लिए तप-साधना होनी चाहिए। विनम्रता, श्रद्धा व भक्ति के द्वारा यह विकार दूर किया जा सकता है। कई बार गुरु श्रद्धा के बल पर शिष्य भी कई प्रकार के पापों से वंचित हो जाता है। उसे जीवन-दर्शन का मार्ग मिल जाता है। मृदुता का अभ्यास व चिंतन करो तो भी अहंकार को कम किया जा सकता है। अहंकार को कम करने के लिए जितने कारगर उपाय बताए गए हैं, उन सभी उपयुक्त उपायों को काम में लिया जाना चाहिए। |
खमनोर. सेमा में आचार्य महाश्रमण के प्रवचन सुनते श्रावक। प्राणी के प्रति दया भाव रखें: आचार्य ने कहा कि आत्मा के भीतर का तरुवर साधना से ही प्राप्त किया जा सकता है। प्राणी के प्रति अनुकम्पा (दया) का भाव रखें। इससे चित्त-मन निर्मल बनता है। अहंकार रहित आचरण वाला व्यक्ति आर्थिक, सामाजिक उन्नति व संपन्नता हासिल कर लेता है। वह जीवन में अपने लिए विकास के मार्ग प्रशस्त कर लेता है। आचार्य ने क्रोध, व्यसन को त्यागने तथा समर्पण की भावना रखने का आह्वान किया। इससे पूर्व आचार्य महाश्रमण ने अपनी अहिंसा सेना के साथ मंगलवार सुबह छह बजे कराई गांव से विहार कर सेमा में पदार्पण किया। यहां सेमा में जैन-अजैन श्रावक-श्राविकाओं ने भावभरी अगवानी की। आचार्य महाश्रमण बुधवार को सेमा से विहार कर सलोदा गांव में प्रवेश करेंगे |