22.04.2011 ►Terapanth News ►Gangapur City, Balotara, Amet, Ladnun

Published: 22.04.2011
Updated: 21.07.2015
Gangapur City, Balotara, Amet, Ladnun

News in Hindi:

साध्वी विद्यावती को दी शहरवासियों ने विदाई

गंगापुर सिटी 21/04/11 (जैन तेरापंथ समाचार ब्योरो)

अपने 33 दिन के प्रवास के दौरान शहरवासियों को अध्यात्म, ज्ञान, दर्शन और तप की शिक्षा देने के बाद बुधवार को साध्वी विद्यावती को शहरवासियों ने विदाई दी।

प्रवास स्थल विजय पैलेस पर सुबह छह बजे से श्रद्धालुओं के आने का तांता लग गया था। पौने सात बजे सैकंडों श्रद्धालुओं के साथ साध्वी ने अपना विहार शुरू किया इस दौरान फव्वारा, जामा मस्जिद सहित अन्य स्थान से लोग जुड़ते रहे। कैलाश टाकीज पर साध्वी ने लोगों से पुन:: लौटने के लिए मंगल पाठ सुनाया लेकिन साध्वी से प्रभावित लोगों का मन उनका साथ छोडऩे का नहीं हुआ। ईदगाह पहुंचने पर एक बार फिर साध्वी ने मंगल पाठ सुनाकर लोगों को लौटने का आग्रह किया इसके बावजूद दर्जनों लोग सदर थाने से आगे तक साध्वी को छोडऩे गए। 

श्रेष्ठ चरित्र से ही जीवन सुंदर बनता है

Muni Madan Kumar

मुनि श्री मदन कुमार जी

बालोतरा  21/04/11 (जैन तेरापंथ समाचार ब्योरो)

विधायक सोच सुख की खान है। अच्छे भावों से शरीर के भीतर अच्छे रसायनों का निर्माण किया जा सकता है। निकटवर्ती असाडा स्थित तेरापंथ भवन में आगम प्रवचन के दौरान मुनि मदन कुमार ने ये विचार व्यक्त किए। 

मुनि ने शांत और संतुष्ट जीवन को उपादेय बताते हुए कहा कि सफल जीवन के लिए आवेश का नियमन करना चाहिए। उन्होंने कहा कि जीवन का निर्माण सबसे बड़ी साधना है। श्रेष्ठ चरित्र से ही जीवन को सुंदर बनाया जा सकता है। 

उन्होंने कहा कि सफल जीवन शैली के लिए श्रुत और शील का समन्वय करना चाहिए। उन्होंने कहा कि हेम और हीरे की तरह जीवन में प्रभावकता के लिए विनय को बहुमान देना चाहिए। 

कार्यक्रम में मुनि कोमल कुमार व शांतिप्रिय ने भी अपने विचार व्यक्त किए। 

जीवन को पगडंडी नहीं राजमार्ग बनाएं: मुनि सुरेश

आमेट 21/04/11 (जैन तेरापंथ समाचार ब्योरो)

माया मित्रता का नाश कर वैर और विषमता के रास्ते खोल देती है। जिनकी कथनी और करनी में फर्क होता है, उनकी गति ही नहीं बिगड़ती, बल्कि हर कोई उनसे कतराने लगता है।

 यह विचार मुनि सुरेश कुमार ने गुरुवार को नगर के तेरापंथ सभा भवन में धर्म सभा में व्यक्त किए। मुनि ने कहा कि जीवन को पगडंडी नहीं राजमार्ग बनाओ। पगडंडियों से राह भटकने का डर रहता है और राजमार्ग मंजिल तक पहुंचाते हैं। इस अवसर पर मुनि संबोध कुमार ने कहा कि ईंट का जवाब पत्थर नहीं होना चाहिए। नफरत की आग को नफरत नहीं बुझा सकती। इससे पूर्व गंगापुर स्थित जयसिंह श्याम गौशाला से प्रस्थान कर यहां पहुंचने पर तेरापंथ सभा, तेरापंथ युवक परिषद, महिला मंडल ने मुनिवृंद का भावभीना स्वागत किया।

 गांगागुड़ा में अणुव्रत विचार गोष्ठी: तेरापंथ धर्मसंघ के आचार्य महाश्रमण के आमेट में घोषित 148वें मर्यादा महोत्सव व अमृत महोत्सव के तृतीय चरण को चिरस्मरणीय बनाने गांगागुड़ा में बुधवार को अणुव्रत विचार संगोष्ठी हुई। गोष्ठी में मुनि सुरेश कुमार, मुनि संबोध कुमार ने अणुव्रत कार्यक्रमों को गति देने के मद्देनजर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। इस अवसर पर गौशाला के लक्ष्मीलाल यति, मोतीसिंह ने मुनिवृंद का स्वागत किया। मुनिवृंद के निर्देशानुसार गांव गांगागुड़ा को व्यसन मुक्त बनाकर जल्द ही अणुव्रत ग्राम के रूप में विकसित करने व अमृत महोत्सव पंच सूत्रीय संकल्प पत्र भरवाने में आम आदमी को जोडऩे के प्रयास करने का संकल्प लिया।

तीन दिवसीय प्रेक्षाध्यान कार्यशाला सम्पन्न

मुनि महेंद्रकुमार ने बताई प्रेक्षाध्यान की बारीकियां

 लाडनूं 20/04/11 (जैन तेरापंथ समाचार ब्योरो)

जैन विश्वभारती में तीन दिवसीय प्रेक्षाध्यान कार्यशाला सोमवार को संपन्न हुई। 

इस अवसर पर साधकों से मुनि महेंद्रकुमार ने कहा कि प्रेक्षा-पद्घति केवल ध्यान की साधना ही एक विधि नहीं है वरनï यह अपने-आप में एक संपूर्ण जीवन-दर्शन है। उन्होंने बताया कि प्रेक्षा के साथ जुड़े हुए भाव क्रिया यानी वर्तमान में जीना, प्रतिक्रिया न करना, सबके साथ मैत्रीभाव रखना, मिताहार एवं मितभाषण- ये पांच साधनाएं जुड़ी हुई हैं, जिनके आधार पर साधक का संपूर्ण जीवन ही साधनामय बन जाता है। उन्होंने साधकों को प्रेरणा देते हुए कहा कि जो व्यक्ति प्रेक्षा को जीवन-व्यवहार के साथ अनुस्यूत कर देता है, वह कलह-मुक्त एवं आवेश मुक्त शांत जीवन जीता हुआ सदा प्रसन्न रहकर अपना व्यवहार करता है। कार्यशाला में मनुष्य के मस्तिष्क एवं व्यवहार पर पडऩे वाले प्रेक्षाध्यान के प्रभावों का ज्ञान पॉवर पाइंट प्रेजन्टेशन के द्वारा कराया गया। 

कार्यशाला में संभागी बने साधक न्यूजीलैण्ड, दिल्ली, कोटा, मुंबई के साधक रश्मिभाई जवेरी, उज्जैन के प्रशिक्षक मुकेश दीक्षित आदि है। तुलसी अध्यात्म नीडम के व्यवस्थापक जीतमल ने आभार जताया।

बालोतरा. कार्यशाला में लोक संगीत की प्रस्तुति देती बालिका

केसरिया बालम पधरो म्हारे देस....

बालोतरा. कार्यशाला में लोक संगीत की प्रस्तुति देती बालिका

बालोतरा 20/04/11 (जैन तेरापंथ समाचार ब्योरो)

तेरापंथ भवन में गुरुवार को महिला मंडल के तत्वावधान व मुनि सुव्रत कुमार के सानिध्य में कन्या मंडल की ओर से लोक संस्कृति पर आधारित संगीत प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।कन्या प्रभारी नयना छाजेड़ ने बताया कि प्रतियोगिता में कन्याओं ने केसरिया बालम पधारो म्हारे देश, राजस्थानी मिट्टी, लेहरिया घोटा, बाजरी खीच जैसे विभिन्न लोकगीतों की प्रस्तुतियां दी।कार्यक्रम में निर्णायक की भूमिका संघ गायक प्रकाश श्रीश्रीमाल ने निभाई।कार्यक्रम में मुनि सुव्रत कुमार ने भी लोक संस्कृति पर अपने विचार व्यक्त किए।छाजेड़ ने बताया कि प्रतियोगिता में मीनाक्षी ने प्रथम, सुमन ने द्वितीय व श्रेष्ठा गोलेच्छा ने तृतीय स्थान प्राप्त किया।कार्यक्रम का संचालन नयना छाजेड़ ने किया।

Sources
Jain Terapnth News

English captions: Sushil Bafana
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