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३मार्च २०११ तेरापंथ समाचार (सवाददाता)
अहिंसा यात्रा
तेरापंथ धर्म संघ के आचार्य महाश्रमण एवं साध्वी प्रमुखा कनक प्रभा का विशाल संघ सहित बुधवार को मकराना के निकटवर्ती कालवा गांव में पदार्पण हुआ। कालवा सरपंच रमेश बुगालिया ने सभी का स्वागत किया। कालवा के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में आचार्य महाश्रमण ने कहा कि कामनाओं पर विजय प्राप्त करने वाला व्यक्ति ही सफल साधु है। कामनाओं का त्याग करने के बाद ही हम साधना के मार्ग पर चल सकते हैं। कन्या भ्रूण हत्या को महान पाप बताते हुए उन्होंने इस पर पूर्णतया रोक लगाने की बात कही। नशा मुक्ति पर उन्होंने कहा कि बढ़ती नशे की संस्कृति ने एक ओर जहां हमारे चरित्र को लील लिया है वहीं सामाजिक, पारिवारिक व राष्ट्रीय जीवन में भी विकृतियां पैदा होने लगी हैं। नशे के कुपरिणामों को जन -जन तक पहुंचाने की जरूरत है। अहिंसा यात्रा में अणुव्रत महा समिति दिल्ली के प्रतिनिधि भी यात्रा में शामिल है जिनका लक्ष्य देख के एक करोड़ लोगों को नशे के दुव्र्यसन से मुक्त कराना है। मुनि किशनलाल ने बताया कि नैतिकता जागृत करने व नशा मुक्ति के लिए बच्चों पर भी प्रयोग किए जा रहे हैं। मंगलवार को मनानी के राजकीय विद्यालय में विद्यार्थियों को नशा मुक्ति की प्रतिज्ञा दिलवाई गई। बुधवार दोपहर कालवा सीनियर सैकण्डरी स्कूल में विद्यार्थियों से नशा मुक्ति व स्मृति विकास के प्रयोग करवाए गए।
मंगल प्रवेश आज: आचार्य महाश्रमण व साध्वी कनकप्रभा गुरुवार प्रात: ८:३० बजे बोरावड़ की सीमा में मंगल प्रवेश करेंगे। तेरापंथी सभा बोरावड़ के तत्वावधान में जुलूस निकाला जाएगा जो कि रेलवे स्टेशन चौक से प्रारंभ होकर तेरापंथ भवन पहुंचेगा। वहां पहुंचने के बाद सुबह ९:३० बजे आचार्य का अभिनंदन समारोह होगा। बाद में आध्यात्मिक प्रवचन होंगे। रात्रि ७:३० बजे भी आचार्य महाश्रमण प्रवचनों से लाभान्वित करेंगे। प्रवचन दीपचंद गेलड़ा के नोहरे में अहिंसा समवसरण स्थान पर होंगे। अहिंसा यात्रा के अभिनंदन के लिए तेरापंथ समाज ने बोरावड़ के मुख्य मार्गों को सजाया है। तेरापंथ द्वार से तेरापंथ भवन के बीच में फर्रियां लगाई गई हंै। अहिंसा व अणुव्रत का पालन करने वाले संदेशक पर्दे भी लगाए गए हैं। अहिंसा यात्रा २०११ में लगभग एक सौ साधु व साध्वियों के दिन व रात्रि में ठहराव व अन्य सुविधाओं के लिए तेरापंथ युवक परिषद्, तेरापंथ महिला मण्डल व जैन श्वेतांबर तेरापंथी सभा ने कमान संभाल रखी है। आचार्य के पहुंचने से पहले ही ठहराव वाले स्थल पर भोजन, पानी, रहने, प्रवचन आदि सारी व्यवस्थाएं जुटा दी जाती है।
श्रद्धालुओं में गजेन्द्र बोथरा, सुरेश दुग्गड़, महेन्द्र जैन, रायचंद गेलड़ा आदि यात्रा के दौरान व्यवस्थाऐं बनाने में सहयोग कर रहे हैं
आचार्य महाश्रमण का होली चातुर्मास गुलाबपुरा मे
३मार्च २०११ तेरापंथ समाचार (सवाददाता)
आचार्य महाश्रमण का होली चातुर्मास
भीलवाड़ा। तेरापंथ धर्मसंघ के 11 वें आचार्य महाश्रमण का भीलवाड़ा जिले की सीमा में प्रवेश 19 मार्च को गुलाबपुरा से होगा। आचार्य मेवाड़ क्षेत्र की सीमा में प्रवेश 28 मार्च को लाछुड़ा से करेंगे। आचार्य श्री का भीलवाड़ा जिले में करीब एक पखवाड़ा प्रवास रहेगा। मेवाड़ क्षेत्र में प्रवेश के लिए मर्यादा महोत्सव के बाद करेंगे।
आचार्यश्री संत मण्डल के साथ लाडनूं, किशनगढ़, अजमेर, बिजयनगर होते हुए होली चातुर्मास के लिए 19 मार्च को गुलाबपुरा आएंगे। भीलवाड़ा जिले में एक पखवाड़ा प्रवास के दौरान आचार्य महाश्रमण शंभूगढ़, बदनोर होते हुए 26 मार्च को आसीन्द पहुचेंगे। महाश्रमण बराणा होते हुए 28 मार्च को लाछुड़ा से मेवाड़ प्रवेश करेंगे। आचार्य के आगमन तैयारियों के लिए सुरेश मुनि हरनावा के सान्निध्य में तेरापंथ सभा के पदाधिकारी बैठकों में जुटे है।
फिर कायम मेवाड़ यात्रा
हरनावा के सहयोग सम्बोध मुनि ने बताया कि आचार्य महाप्रज्ञ की अपरिहार्य कारणों से स्थगित मेवाड़ यात्रा को पुन: कायम करते हुए महाश्रमण शिशोदा में महावीर जयन्ती, रिछेड़ में अक्षय तृतीय महोत्सव, सम्बोधि उपवन में प्रज्ञा दिवस, मजेरा में आचार्य महाप्रज्ञ प्रथम महाप्रयाण दिवस, कांकरोली में अमृत महोत्सव, राजसमन्द में बोधि दिवस एवं वर्ष 2011 का चार्तुमास केलवा में करेंगे। वर्ष 2012 का मर्यादा महोत्सव राजसमन्द जिले के आमेट में होगा।
रेलमगरा में आचार्य के स्वागत की तैयारियां
आचार्य महाश्रमण
रेेलमगरा (ग्रामीण)& तेरापंथ धर्म संघ के आचार्य महाश्रमण के केलवा चातुर्मास से पहले रेलमगरा क्षेत्र के विभिन्न गांवो से विहार की खबर से समाज जनों में उत्साह व्याप्त है। इसकी तैयारियों को लेकर बैठकों के साथ ही मार्ग की जानकारी की जा रही है।
आचार्य महाश्रमण के रेलमगरा क्षेत्र के जुणदा, सादड़ी, बनेडिय़ा क्षेत्र में 7 से 11 अप्रैल तक विहार की घोषणा से तेरापंथ समाज के साथ ही सकल जैन समाज में उत्साह की लहर व्याप्त हो गई। टपरियाखेड़ी (भीलवाड़ा) सीमा पर स्वागत करने की तैयारियों को लेकर सम्पूर्ण रेलमगरा क्षेत्र के परिवारों से सम्पर्क कर अधिकाधिक श्रावक श्राविकाओं की उपस्थिति सुनिश्चित करने के साथ ही तैयारियों को लेकर जुणदा व रेलमगरा समाज की बैठक गत दिनों हो चुकी है। यात्रा को अंतिम रूप देने के लिए तेरापंथ सभा-, तेरापंथ युवक परिषद, महिला मंडल, कन्या मंडल की बैठकें रेलमगरा में प्रवास रत मुनि श्री जंबु कुमार एवं मुनि स्वास्तिक कुमार के सानिध्य में हुई, जिसमें भव्य कार्यक्रम करने के प्रयासों पर चर्चा की गई। समाज के अध्यक्ष नरेन्द्र लोढ़ा व युवक परिषद के अध्यक्ष पुष्कर मेहता, संगठन मंत्री पुखराज सेठिया ने बताया कि इसके लिए भवन के मुख्य दरवाजों का जीर्णोद्धार कराया जा रहा है। साथ ही आवास की व्यवस्था की जा रही है। इसी के साथ रेलमगरा से सादड़ी व बनेडिय़ा में आचार्य प्रवर के प्रवास के लिए स्थान का चयन किया जा रहा है। जुणदा समाज के रतनलाल सहलोत व घीसूलाल पीतलिया ने बताया की पहली बार आचार्य के जुणदा आगमन को लेकर व्यापक तैयारियां की जा रही हैं। मुनि जंबु कुमार ने बैठक में आचार्य के मार्ग की जानकारी देकर कहा कि हर श्रावक श्राविका की जिम्मेदारी है कि इस अवसर का पूरा लाभ उठा अपने कर्तव्य का पालन करें।