Asadha: 18.11.2020
Tapasya is important part of jain religion. Sadhvi Sanvar Yasha who is at Asadha is doing fast and will complete tap of 17 days. She has already completed Tap of 1 to 16 in row. Her many relatives are in Terapanth sect and she got inspiration by Acharya Mahashraman and Sadhvi Pramukha Kanak Prabha. She is doing her first Chaturmas in Asadha. We wish for well being of her tapasya.
जैन धर्म तप के बीज से अंकुरित होने वाला कल्पवृक्ष है ।तप ऐसा अमृत रसायन है इसका सेवन करने वाला शाश्वत सुखों की और गतिशील रहता है ।मोक्ष मार्ग के चार सोपान है जिसमें एक है -तप । ऐसे तप का अनुसरण कर रही है साध्वी संवर यशा जी।जैन श्वेतांबर तेरापंथ धर्म संघ में दीक्षित होने का जिन्हे सौभाग्य मिला। आपको तपस्या में अभिरुचि प्रारंभ से ही है ।आपकी संसारपक्षीय दादी मां ने लगातार 35 वर्ष तक वर्षीतप किए हैं। आपकी बुआ जी महाराज साध्वी अमित रेखा जी भी वर्षों से तपस्या में संलग्न है । एक और बुआ समणी मानस प्रज्ञा जी अपनी साधना एवं आध्यात्मिक गतिविधियों में जागरूक हैं ।वर्तमान में आचार्य श्री महाश्रमण जी की सुशिष्या साध्वी अर्हत प्रभा जी की सहवर्तिनी साध्वी के रूप में आपने अपनी जन्म भूमि असाडा (ननिहाल भूमि ) में 22 वर्ष के दीक्षा काल में पहला चातुर्मास किया है।परम पूज्य आचार्य श्री महाश्रमण जी के असीम अनुग्रह एवं साध्वी प्रमुखा श्री कनकप्रभा जी की कृपा से साध्वी संवरयशा जी स्वाध्याय ,तप, जप आदि साधना में उधमशील है ।आपने तपस्या के अनेक आभूषण पहने हैं जिनका आंकड़ा इस प्रकार है ।
मास खमण तप 1 बार
एकासन का मासखमण
आयंबिल का पखवाड़ा
1 महीने बेले बेले
21 का थोकडा
10 प्रत्याख्यान 11 बार
8 व 9 का थोकडा-2 बार
तेले-60 ,बेले - 25
सावण में 11 बार एकांतर तप
16 वर्ष की आयु में वर्षी तप
1 से 16 तक की लड़ी ।
वर्तमान में 17 की तपस्या का समापन 19 तारीख को होने वाला है।धन्य है आपकी माता सुशीला देवी छाजेड़ जिन्होंने संवत्सरी महापर्व के दिन उपवास में आप को जन्म दिया। एवं आप भी तपस्या करती रहती है।
हम सब भाई बहन आपकी तपस्या की अनुमोदना करते हैं ।और मंगल कामना करते हैं कि आप इसी प्रकार तप के क्षेत्र में गति प्रगति करते रहे।तेरापंथ सभा असाडा
तेरापंथ महिला मंडल असाडा
तेरापंथ युवक परिषद असाडा
प्रवासी निवासी बंधु गण एवं समस्त ग्रामवासी सदस्य गण
Sadhvi Sanvar Yasha