Virar: 05.09.2019
Upasak Sushil Bafana and Mahavir Choraria guided Shrawak and Shrawaika for Sadhana and Upasana. 27 Pre birth of Lorad Mahavir and his life was explained. Life of great Acharya was discussed. Samvatsarik Pratikraman was performed. Forgiveness day was celebrated on following day.
उपासक सुशील बाफना और महावीर चोरड़िया ने संवत्सरी महापर्व की आराधना करवाई। तेजराज जी हिरण, मदन जी धाकड़ ने मंगलाचरण में गुरुदेव तुलसी की गीतिका और महासती चन्दना की गीतिका प्रस्तुत की।
महावीर जी चोरड़िया ने महावीर के 27 पूर्व भव में नयसार और मरीचि के पूर्व भव के बारे में और महावीर के जन्म से लेकर बाल्यकाल और दीक्षा प्रसंग तक बताया। उपासक सुशील जी बाफना ने शेष भब के बारे में, महावीर के साधना काल और श्रुत केवली आचार्य और जैन धर्म के प्रभावक आचार्य के जीवन के बारे में बताया।तेरापंथ की गौरवशाली आचार्य परम्परा के जीवन वृत को प्रस्तुत किया।
महिला मंडल की संयोजिका श्रीमती हेमा जी चोरड़िया ने मधुर गीतिका प्रस्तुत की। लीना जी सोलंकी ने आचार्य रायचन्द जी के जीवन प्रसंग पर प्रकाश डाला।
सांवत्सरिक प्रतिक्रमण में बरसात के बावजूद लगभग 250 लोगो की उपस्थिति थी।
मैत्री पर्व पर आचार्य प्रवर से खमत खामणा की गयी। सभा अध्यक्ष श्री तेजराज जैन, पूर्व अध्यक्ष जीवराज जी सांखला, तेयुप अध्यक्ष विजय जी धाकड़, महिला मंडल संयोजिका हेमा जी चोरड़िया ने क्षमा पर्व पर अपने विचार रखे।
भाइयों और बहिनों में 70 पौषध सम्पन्न हुये। दोनो उपासको सहित 8 भाइयों ने अष्टप्रहरी पौषध किया। मैत्री दिवस का प्रभावी संचालन सभा मंत्री अजयराज जैन फुलफगर ने किया