Jalgaon: 16.08.2019
Rakshabandhan & Independence day was celebrated in presence of Sashi Nirvana Shree. Sadhvi Dr Yogkshem Prabha compered function.
*राष्ट्रीय पर्व एवं रक्षाबंधन के* *समवेत कार्यक्रम में देश भक्ति* *और स्नेह का दरिया।*
हर व्यक्ति स्वतंत्रता चाहता है । बंधन किसी को भी अच्छा नहीं लगता। एक मछली पानी में स्वतंत्र रहती है। एक पंछी खुले आकाश में विवरण कर खुश रहता है। आज के दिन सदियों की दासता से भारत ने आजादी पाई थी। स्वतंत्रता का सूर्य गणतंत्र को चमका रहा था। आत्मरक्षा और आत्म स्वतंत्रता एक ही सिक्के के दो पहलू है।राष्ट्रीय पर्व के दिन सभी अपनी सुरक्षा का संकल्प ले तो सही मायने में राष्ट्रीय स्वतंत्रता का आनंद ले सकता है।यह उदगार आचार्य श्री महाश्रमण जी की विदुषी सुशिष्या साध्वी श्री निर्वाण श्री जी ने 15 अगस्त एवं रक्षाबंधन के पावन अवसर पर व्यक्त किया।
साध्वी श्री जी ने कहा-असली आज़ादी इंद्रिय विषयों की दासता से मुक्त होने पर मिलेगी। रक्षाबंधन भारतीय संस्कृति का ऐसा त्यौहार है जिसमें रिश्ते की मिठास है ।आत्म की सुरक्षा करने पर ही दुखमुक्ति संभव है।
प्रमुख वक्ता साध्वी डॉ. योगक्षेम प्रभा जी ने अपने संयोजकिय वक्तव्य में कहा- दर्शन,ज्ञान और चरित्र के धागेवाली एक अनमोल राखी हम लाए हैं। आज साध्वी श्री जी की ओर से सामूहिक रक्षाबंधन का आह्वान है।वह राखी है *\\\"एक राखी* *आत्मा के नाम\\\"* औरों की कलाई को सजाने के साथ अपनी आत्मा को सवारना है।
कार्यक्रम का शुभारंभ अभिनंदन के साथ हुआ। अणुव्रत भवन के विशाल परिसर में राष्ट्रगान और विजय गीत की मंजुल स्वरलहरियों को गुनगुनाते हुए सबने राष्ट्रभक्ति का संदेश दिया। तेरापंथ युवक परिषद अध्यक्ष राजेश जी धाड़ेवा ने शुभकामनाएं देते हुए श्रावक निष्ठा पत्र का वाचन किया। तेरापंथ महिला मंडल की अध्यक्षा सौ. निर्मला जी छाजेड़ ने राखी के महत्व को बताते हुए शुभकामनाएं प्रदान की।तेरापंथ महिला मंडल की संगायिका बहनों ने रिश्ते और राखी से जुड़ा एक भाव पुर्ण गीत प्रस्तुत किया, जिसके साथ सभा के मंत्री नोरतनमल जी चौरडिया ने हारमोनियम सह स्वर दिया। तेरापंथ सभा के अध्यक्ष माणकचंद जी बैद ने राखी पर्व की शुभकामनाएं दी।कार्यक्रम से पूर्व तेरापंथ महिला मंडल ने सामूहिक रक्षाबंधन का मनोहर आयोजन करके समागत सभी सदस्यों के हाथ में राखी बांधते हुए तिलक आदि से वर्धापन किया। कार्यक्रम 8:50 से 10:30 तक उल्लास एवं उमंग के साथ चला।
मंच संचालन साध्वी श्री योगक्षेम प्रभा जी ने सरसता एवं प्रभावता के साथ किया। साध्वी लावण्य प्रभा जी, साध्वी कुंदनयाशा जी,साध्वी मुदित प्रभा जी व साध्वी मधुर प्रभा जी ने समवेत स्वरों में रक्षाबंधन का गीत का संगान किया।
Sadhvi Nirvan Shree and group
Mahila Mandal
Sadhvi Yogkshem Prabha,Sadhvi Lavniya Prabha Sadhvi Kundan Yash Sadhvi Mudit Prabha Sadhvi Madhur Prabha
Nirmala Chhajer
Kanyamandal
Audience