Jalgaon: 02.07.2019
Preksha Meditation Camp was organised at Jain Hills in presence of Sadhvi Nirvan Shree. She told Acharya Mahapragya started preksha meditation and during his birth centenary year it will be real tribute to practice Sadhvi Dr
Yogkshem Prabha gave valuable tips to all participants. Preksha Meditation. 101 people participated in camp. Pteksha trainer Rajendra Modi and Mishrimal Chaudhary and Meena ji started to guide participants from 5 A.M.
Umesh Sethia, Thakarmal Sethia, Rajkumar Sethia, Surajmal Surya were active ti make it success.
सफलताओं की अनुगूंजमय रहा प्रेक्षाध्यान शिविर - साध्वी निर्वाणश्री
तेरापंथ सभा जलगाँव व्दारा आयोजित त्रिदिवसीय प्रेक्षाध्यान शिविर हर्षोल्लास के साथ संपन्न हुआ! आचार्य श्री महाप्रज्ञ जन्म शताब्दी समारोह की शुरूआत में प्रेक्षाध्यान की जो अलख जगाई गई है, वह उनके प्रति सच्चा श्रद्धार्पण है! महातपस्वी आचार्य श्री महाश्रमणजी की विदुषी सुशिष्या साध्वीश्री निर्वाणश्रीजी के पावन सान्निध्य एवं साध्वी श्री डॉ योगक्षेमप्रभाजी के कुशल निर्देशन में जैन हिल्स के सुरम्य प्राकृतिक वातावरण में शिविर सफल रहा! 101 शिविरार्थियों एवं अन्य आगंतुक महानुभवों ने साध्वीश्रीजी, साध्वी डॉ योगक्षेमप्रभाजी से दिशाबोध प्राप्त किया! मुख्य प्रशिक्षक राजेन्द्रजी मोदी की सहज, सरल, प्रभावी प्रशिक्षण शैली ने सबको अभिभूत कर दिया! प्रेक्षा प्रशिक्षक मिश्रीलालजी चौधरी एवं श्रीमती मीनाजी साबद्रा के प्रशिक्षण ने प्रात: 5बजे से रात्रि 9बजे तक अनवरत ध्यान, योग, प्राणायाम व प्रशिक्षण आदि से सबको जोडे रखा!
समापन समारोह में शिविरार्थियों को सम्बोध देते हुए विदुषी साध्वीश्री निर्वाणश्रीजी ने कहा - जैन हिल्स में आयोजित प्रेक्षाध्यान शिविर सफलताऑ की अनुगूंजमय रहा! यह शिविर एक सच्ची श्रद्धांजली है प्रेक्षाध्यान प्रणेता के प्रति! शिविर से जो आप सभी ने प्राप्त किया उसे रक्षिता और रोहिणी बनकर जीवन में सतत सुरक्षित एवं संबधित करते रहना है!
प्रबुद्ध साध्वी डॉ योगक्षेमप्रभाजी ने अपने प्रेरक वक्तव्य में कहा - स्वयं को तराशने का एक उपक्रम है - प्रेक्षाध्यान शिविर! स्वंय को निखारने का सशक्त माध्यम है - ध्यान! भगवान महावीर की साधना प्रकॄति के अनमोल रहस्यों को उजागर करती है - प्रेक्षाध्यान प्रणाली! हमारा सौभाग्य है कि हमें आचार्य श्री महाप्रज्ञ जैसे महामानव के सान्निध्य में ध्यान सिखने का मौका मिला! इस शिविर में साध्वी लावण्यप्रभाजी, साध्वी मुदितप्रभाजी, साध्वी मधुरप्रभाजी ने प्रेक्षा से संबद्ध गीतों को स्वर दिया!
शिविर के अनुभवों की प्रस्तुति में श्रीमती डॉ हर्षा साँखला (औरगांबाद), श्रीमती उज्जवला सांखला (जामनेर), श्रीमती संतोष छाजेड़ (अध्यक्ष, तेरापंथ महिला मंडल), श्रीमती उमा सांखला (उपासिका), श्रीमती वीणा छाजेड़, श्रीमती वर्षा चोरडिया (अध्यक्ष, टी पी एफ), श्री मनोज सुराणा (पूर्व अध्यक्ष, तेरापंथ सभा), श्री आकाश चोपडा (आंचलिक सहप्रभारी, किशोर मंडल), श्रीमती भारती बेदमुथा (अध्यक्ष महिला मंडल, अमलनेर), श्री रविंद्र निमाणी (मंत्री, तेरापंथ सभा, भुसावल), श्री पंकज छाजेड़, श्री दिनेशजी मोमाया, श्रीमती सरिता जैन (सुरत), श्रीमती अनिता धारिवाल (मुंबई) ने अपने अनुभव व्यक्त किए!
शिविर के संयोजक एवं प्रेक्षा फाऊंडेशन के संचालक उमेश सेठिया ने प्रेक्षाध्यान की गतिविधियों की विशेष जानकारी प्रदान की! तेरापंथी महासभा के खान्देश के आंचलिक प्रभारी सूरजमलजी सूर्या ने साध्वी श्री निर्वाणश्रीजी के व्यक्तित्व एवं कॠत्व के प्रति अपना अहोभाव प्रकट करते हुए पूज्य गुरुदेव श्री महाश्रमणजी के प्रति कॄतज्ञता व्यकत की!
तेरापंथी सभा, जलगाँव के अध्यक्ष माणकचंदजी बैद, प्रेक्षा शिविर के प्रशिक्षक मिश्रीमलजी चौधरी, प्रशिक्षिका मीना साबद्रा ने अपने अंतर उद्गार प्रकट किए! धन्यवाद ज्ञापन शिविर संयोजक राजकुमारजी सेठिया ने किया! मंच संचालन सभा के कर्मठ कार्यकर्ता ठाकरमलजी सेठिया ने किया! इस अवसर पर तीनों प्रशिक्षकों एवं श्री सुरजमलजी सुर्या का सम्मान किया गया! शिविर की समायोजना में जैन इरिगेशन/ जैन हिल्स परिवार का सहयोग रहा! मुख्य प्रशिक्षक श्री राजेंद्रजी मोदी ने इस शिविर की समायोजना हेतु साधुवाद देते हुए साध्वीश्री के प्रति कॄतज्ञता प्रकट की!