08.08.2018 ►Acharya Shri VidyaSagar Ji Maharaj ke bhakt ►News

Published: 08.08.2018
Updated: 10.08.2018

Update

आचार्य श्री ने कहा आजकल किताब के पूरे पेज में से सिर्फ़ एक line को underline करके पूरे पेज के content को जो underground करने का चलन शुरू हुआ हैं उससे आप लोगों ने पूरे पेज का अर्थ गौण करके सिर्फ़ अपने मतलब की बात को highlight कर दिया जिससे अर्थ ही बदल जाता हैं..

जैन धर्म की शान.. दिगम्बर जैन महासभा के अध्यक्ष #निर्मलसेठी जी द्वारा गिरनार संरक्षण के लिए एक पहल.. 🙂🙏 #Girnar #NeminathBhagwan

सभी जैन बन्धुओं को जय जिनेंद्र दिनाँक 05-08-18 को दिल्ली मे महासभा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की मीटिंग श्री निर्मल कुमार जी सेठी जी की अध्यक्षता मे हुई जिसमें सर्व सम्मति से यह निर्णय किया गया कि गिरनार पर्वत पर जैन समाज को भगवान 1008 श्री नेमीनाथ जी के चरण दर्शन करने के लिये व निर्वाण लाडु चढ़ाने के लिये जो अड़चन डाली जा रही है व वहाँ जो अवैद्य निर्माण किया गया है उसे तुरन्त हटाया जाये इस हेतु दिल्ली मे रविवार दिनाँक 19-08-18 को दिन मे 1 से 5 बजे तक जंतर मंतर पर शान्तिपूर्वक धरना प्रदर्शन करके भारत सरकार को ज्ञापन देने हेतु विशाल संख्या मे जैन बंधुओं को दिल्ली आकर इसमे सम्मिलित होने का आमंत्रण का निर्णय हुआ इसके बाद आचार्य श्री सौभाग्य सागर जी महाराज ने भी अपना आशीर्वाद दिया व मीटीग मे यह तय किया कि देश मे जितने भी आचार्य मुनि व आर्यिका के पास जाकर उनके द्वारा भी समाज को इसमे सामिल होने का निर्देश देने का आग्रह किया जाये ताकि ज़्यादा से ज़्यादा जैन बंधु दिल्ली आये अत: आप सभी ज़्यादा से ज्यादा आकर अपना योगदान दे इस हेतु दिल्ली मे श्री पवन जी गोधा व उनकी टीम ने यह ज़िम्मेदारी ली है कि जो भी यात्री दिल्ली के बाहर से आयेंगे उनके ठहरने व भोजन की व्यवस्था वो सम्भाल लेंगें श्रीप्रकाश जी मोदी पारस चैनल वालों ने प्रचार हेतु पारस चैनल पर प्रचार चालु कर दिया है इस मेसेज को ज़्यादा से ज़्यादा आगे फारवरड करे ।*

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मूकमाटी महाकाव्य पर किसी भी माताजी/महाराज के शिविर के प्रवचन mp/audio/video (detailed explain/meaning) हो तो कहा से मिल सकते हैं? ताकि मूकमाटी को हम समझ सके.. किसी के पास available हो तो। pls let me know!

✍️.. thankS

यहाँ पृथ्वी पर हमारा उद्देश्य मोक्ष पाना है, मोक्ष में हमारा उद्देश्य क्या होगा?

पृथ्वी पर हम अपने जीवन को अच्छा बनाकर क्रमशः शरीर से मुक्त होने की कोशिश करते हैं। हमारा उद्देश्य यही है कि जन्म-मरण और शरीर से हम मुक्त हो सकें, मुक्त होने के बाद कुछ भी करना शेष नहीं रहता, वहां सबसे मुक्त होकर अपनी आत्मा में लीन रहकर अनन्त सुख का अनुभव करना होता है जैसे खाना बनाते समय माँ सारा कार्य करती है लेकिन खाना खिलाकर और खाकर वह तृप्ति का अनुभव करती है ऐसे ही तृप्ति का अनुभव मोक्ष होने पर व्यक्ति को होता है। जैसे छुट्टी की घंटी सुनकर के बच्चों को मुक्त होने की खुशी होती है वैसे ही खुशी का अनुभव मोक्ष में भी होता है।

-मुनि श्री क्षमा सागर जी ✍️

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Update

मूक-माटी से - आचार्य विद्यासागर जी महाराज

युग के आदि में/इसका नामकरण हुआ है/कुम्भकार!
‘कु’ यानी धरती
और ‘भ’ यानी/ भाग्य होता है।
यहाँ पर जो/भाग्यवान् भाग्य-विधाता हो
कुम्भकार कहलाता है। (पृष्ठ 28)
भावना भाता हुआ गधा भगवान् से प्रार्थना करता है कि:
मेरा नाम सार्थक हो प्रभो!
यानी
‘गद’ का अर्थ है रोग
‘हा’ का अर्थ है हारक
मैं सबके रोगों का हन्ता बनूँ,....बस। (पृष्ठ 40)

× × × × × × ×
राही बनना ही तो/ हीरा बनना है,
स्वयं राही शब्द ही/ विलोम-रूप से कह रहा है—
रा.....ही....ही.....रा

× × × ×
तन और मन को / तप की आग में/ तपा-तपा कर
जला-जला कर/ राख करना होगा...
तभी नहीं चेतन-आत्मा खरा उतरेगा।
खरा शब्द भी स्वयं विलोम रूप से कह रहा है—
राख बने बिना/ खरा दर्शन कहाँ?
रा...ख...ख...रा (पृष्ठ 57)

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News in Hindi

🙋🏻‍♂️ Unfortunately these days some people are spreading wrong/ misleading information that #AcharyaVidyasagar Ji promotes only #Hindi Language, which is untrue. Truth is we all know Acharya Sri's morher tongue itself is #Kannada & all our Siddanta/Shatkanda aagama (Dhavala) granths are found in it orginal form only in Kannada scripts in Jaina Kashi #Moodabidre. With respect to Indian constitution Acharya Sri Vidyasagara ji wants all the Bharatiya #Regional_language like Kannada, Gujrati, Tamil, Marathi and all other languages should be given equal rights, respect & importance. On the open stage Acharya Sri clearly said he has no opposition to #English or any regional language. Regional languages should be learnt to understand different information for both professional & Jaina dharmic welfare. Most people don’t understand the legal/court hearing and documentation happens in English, so regional languages should be given priority & importance for right justification which is rights of Bharatiya Citizen.

There is no issue in learning, speaking, writing other state/country language, like English, Kannada, Gujrati, Tamil, Marati, so on. One should not degrade/disrespect to those who can’t speak English, because English is not a parameter to measure ones talent. After all language is a medium to communicate & express our feelings/emotions/thoughts. 🙂

We all are Acharya Sri followers, pls have shudda bavana, tolerance to all languages & #share these ignorance wiper words of Acharya Sri.. 🙏🏻

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स्वतंत्रता दिवस:

माननीय प्रधान मंत्री जी द्वारा 15 अगस्त के अपने भाषण हेतु सुझाव मांगे गए हैं. पूज्य मुनिश्री अभय सागर जी महाराज ने इस अवसर पर समूची जैन समाज से समाज के हित में कुछ बातें माननीय प्रधान मंत्री जी के भाषण में शामिल कराने हेतु अपना आशीर्वाद दिया है. इस जनकल्याण में आप भी अपनी भागीदारी करें.

वेब्सायट की link (लिंक) और मुनि श्री द्वारा सुझाव
******************************************

माननीय प्रधानमंत्री जी की वेबसाइट या माय गवर्नमेंट की वेबसाइट पर पर निम्न सुझावों को अवश्य भेजें. उसके उपरांत यहाँ कन्फर्म करें (maitreesamooh.com/confirm)



1- माय गवर्नमेंट वेबसाइट - https://www.mygov.in/group-issue/give-suggestions-prime-ministers-speech-independence-day-2018/?utm_source=webcampaign&group_issue&276251

(you will need to register first at https://auth.mygov.in/user/register?destination=oauth2/register/mygovweb)



OR you can share these on

2- माननीय प्रधानमंत्री जी की वेबसाइट - https://www.narendramodi.in/share-your-inputs-for-prime-minister-s-speech-on-independence-day-540965

(you will need to register first at https://www.narendramodi.in/subscribe#signup)



3 - अंत में हमें यहाँ यहाँ सूचित करें (maitreesamooh.com/confirm)

______________________________________

माननीय श्री नरेंद्र मोदी जी
प्रधानमंत्री महोदय
भारत सरकार
क. नं.152, साउथ ब्लॉक, रायसीना हिल्स,
नई दिल्ली-110 011

सामग्री भेजने हेतु लिंक -
1- http://www.mygov.in/group-issue/suggetions-prime-minister-speech- independence-day-2018/
2- http://auth.mygov.in/user/register?destination=oauth2/register/mygovweb

विषय - ‘स्वतंत्रता दिवस-15 अगस्त’ पर प्रधानमंत्री महोदय के राष्ट्रीय उद्बोधन हेतु आमंत्रित सुझावों के संदर्भ में 9 सुझाव ।
मान्यवर,
प्रतिवर्ष की भाँति इस वर्ष भी राष्ट्रीय पर्व ‘स्वतंत्रता दिवस -15 अगस्त 2018’ को लाल किला, नई दिल्ली की प्राचीर से आपके द्वारा राष्ट्र को संबोधित किया जाना है । उस अभिभाषण में माननीय प्रधानमंत्री महोदय जी आपके द्वारा अपने उद्बोधन में सम्मिलित किए जाने हेतु सुझाव राष्ट्र के नागरिकों से आमंत्रित किए गए हैं । अतः इस संबंध में कुछ सुझाव संप्रेषित किए जा रहे हैं । विश्वास है कि इन बिंदुओं को भी अपने अभिभाषण में आप सम्मिलित करके राष्ट्र को नई सौगात प्रदान करेंगे -

1. देश का नामकरण आधिकारिक रूप से *‘भारत-BHARAT’* ही घोषित किया जाए । अभी हिंदी में *‘भारत’* और अंग्रेजी में *‘इंडिया’ (INDIA)* लिखा जाता है । जिस प्रकार जन भावनाओं को दृष्टि में रखकर ‘उड़ीसा’ को ‘ओड़िशा’, ‘उत्तरांचल’ को ‘उत्तराखंड’, ‘कलकत्ता’ को ‘कोलकाता’, ‘मद्रास’ को ‘चेन्नई’, ‘बम्बई’ को ‘मुंबई’ के रूप में आधिकारिक रूप से नाम परिवर्तित/संशोधित कर लिया गया है । इसी प्रकार हिंदी में *‘भारत’* और अंग्रेजी में *‘INDIA’* रूप भिन्नता समाप्त कर हिंदी एवं अंग्रेजी आदि सभी भाषाओं में आधिकारिक रूप से सर्वत्र ही देश का नाम *‘भारत’ -BHARAT’* ही लिखना एवं बोलना अधिकृत किया जाए । इस हेतु कानून में उचित संशोधन करना यदि आवश्यक हो, तो वह भी किया जाने का संकल्प कर यथाशीघ्र इसे मूर्त रूप दिया जाए ।
2. विदेशों में स्थित संग्रहालयों में भारत से ले जाकर बहुमूल्य धरोहरें प्रदर्शित हो रही हैं । इस विषय में राष्ट्रीय नीति बनाकर विदेशों में संग्रहीत उन बहुमूल्य पुरा संपदाओं को पुनः भारत वापिस लाए जाने हेतु समुचित कदम उठाए जाएँ और देश में ही उचित स्थानों पर उन्हें संरक्षित कराया जाए ।
3. भाजपा शासित राजस्थान सरकार के पशुपालन विभाग ने अधिसूचना क्रमांक - म 4(3) पपा/2014, जयपुर, दिनांक 16 सितंबर 2014 में ‘चिंकारा’ (CHINKARA) के साथ-साथ ऊँट (CAMEL) को भी सहर्ष *‘राजस्थान का राज्य पशु’* घोषित कर उसको संरक्षित किए जाने हेतु अधिसूचना जारी की है । इसी प्रकार भारत सरकार के द्वारा भी *‘बाघ’* के स्थान पर अथवा बाघ के साथ-साथ *‘गाय’(COW)* को भी ‘राष्ट्रीय पशु’ घोषित किया जाए । गाय को राष्ट्रीय पशु घोषित करने के साथ गाय को संरक्षित करने हेतु कानूनों में उचित संशोधन करने की समुचित पहल भी की जाए ।
अधिसूचना संलग्न है ।
4. लोकसभा चुनाव से पहले देशव्यापी चुनाव प्रचार के समय आपके द्वारा कहा जाता रहा है कि भाजपा की सरकार आने पर *‘मांस निर्यात नीति’* की समीक्षा करके इसे रोके जाने हेतु हर संभव प्रयास किए जाएँगे । किंतु इस संबंध में अभी तक कोई उल्लेखनीय पहल नहीं की गई । अतः आपसे अनुरोध है कि इस वर्ष आप देश को अपनी सरकार की नीति, आगामी कार्य योजना में इस महत्त्वपूर्ण विषय को दृष्टिगत रखकर कोई सार्थक पहल करें ।
5. आपके द्वारा लोकसभा चुनाव से पहले घोषणा की गई थी कि पूर्ववर्ती सरकार के द्वारा *‘मांस निर्यात’* हेतु दी जाने वाली *‘आर्थिक सब्सिडी’* रूप रियायत को समाप्त करेंगे । किंतु *‘पिंक रेवॉल्यूशन’* योजना में वर्तमान में दी जा रही सब्सिडी बढ़ ही रही है । अतः आप उस आर्थिक सब्सिडी को समाप्त किए जाने की घोषणा करना सुनिर्धारित करें ।
6. केंद्र सरकार के द्वारा *'जैन समुदाय’* को भी *‘धार्मिक अल्पसंख्यक समुदाय’* के रूप में अधि- सूचित किया गया है । जैन समुदाय के अधिकांश प्राचीन ग्रंथ *‘प्राकृत भाषा’* में निबद्ध हैं । अतः *‘प्राकृत भाषा’* के संरक्षण, संवर्धन आदि को दृष्टि में रखकर ‘सिंधी अकादमी’, ‘उर्दू अकादमी’ एवं ‘पंजाबी अकादमी’ आदि की तरह राष्ट्रीय एवं प्रादेशिक स्तरों पर भी *‘प्राकृत अकादमी’* स्थापित की जाएँ, जिससे इस भाषा का भी पर्याप्त उन्नयन करने हेतु समुचित प्रयास हो सकें ।
7. ‘संघ लोक सेवा आयोग’ (यूपीएससी) एवं राज्य सरकारों के ‘राज्य लोक सेवा आयोग’ (पीएससी) के द्वारा संचालित किए जाने वाले विषयों में *‘प्राकृत भाषा’* को भी सम्मिलित किया जाए । इस कारण से हिंदी, अंग्रेजी, पाली आदि भाषाओं की तरह *‘प्राकृत भाषा’* को भी पढ़ने, जानने वाले विद्यार्थियों को इस विषय के माध्यम से प्रतियोगी परीक्षाओं में शामिल होने का अवसर मिल सकेगा ।
8. ज्ञात जानकारियों के अनुसार जर्मनी देश की पर्यावरण संघीय मंत्री बारबरा हैंडरिंग्स ने अपने सरकारी कार्यक्रमों में मांस (मछली सहित) पर प्रतिबंध लगा कर एक आदर्श उदाहरण प्रस्तुत किया है । आपसे अनुरोध है कि भारत सरकार के द्वारा आयोजित किए जाने वाले समस्त कार्यक्रमों में जर्मनी सरकार की तरह *‘सामिष भोजन सामग्री’* (मांस, मछली, अंडा आदि नॉन वेजिटेरियन फूड) को परोसना/वितरित किया जाना भी प्रतिबंधित किया जाए । जानकारी संलग्न है ।
9. भारत सरकार के विभिन्न विभागों/मंत्रालयों के अंतर्गत देशभर में उच्च शिक्षा एवं स्कूली शिक्षा के अनेकविध संस्थान संचालित किए जाते हैं । उन संस्थानों में अध्ययनरत विद्यार्थियों के लिए हॉस्टल्स में मेस रूप सामूहिक भोजनशालाएँ संचालित की जाती हैं । भोजनशाला रूप मेस के भोजनकक्षों में अभी शाकाहार तथा मांसाहार युक्त भोजन सामग्रियों का निर्माण तथा वितरण भी एक साथ ही संचालित किया जाता है । इस कारण शाकाहार करने वाले शिक्षार्थियों को अत्यधिक मानसिक पीड़ा का अनुभव होता है एवं उनकी धार्मिक आस्था/विश्वासों पर आघात पहुँचता है । अतः ऐसी व्यवस्था निर्धारित की जाए ताकि हॉस्टल्स के उन भोजनकक्षों रूप मेसों में शाकाहार एवं मांसाहार खाद्य सामग्रियों का निर्माण एवं वितरण आदि भी एक साथ किया जाना संभव नहीं हो सके ।
आशा है उपर्युक्त समस्त बिंदुओं को स्पर्शित करके *‘स्वतंत्रता दिवस’* समारोह के अभिभाषण में आप अवश्य ही इन्हें सम्मिलित कर राष्ट्र के सम्मुख कुछ नई सौगातें अवश्य प्रदान करेंगे ।

Source: © Facebook

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