18.04.2018 ►Acharya Shri Gyan Sagar Ji Maharaj Ke Bhakt ►News

Published: 18.04.2018
Updated: 19.04.2018

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अक्षय तृतीया के दिन हुए महामुनि श्री आदिश्वर के आहार...

आज दिनांक 18 अप्रैल को श्री दिग. जैन अतिशय क्षेत्र, क्षेत्रपाल मंदिर, ललितपुर में प्रातः काल धर्म सभा को संबोधित करते हुए पूज्य आचार्य श्री ज्ञानसागर जी मुनिराज ने अपनी पीयूष वाणी द्वारा कहा कि गृहस्थ की शोभा दान और पूजन से है। यूं तो सभी अपने-अपने रसोई घर में भोजन करते हैं, पर उससे रसोई घर की शोभा नहीं होती। जिस दिन जैन दिगंबर साधु के आहार हो जाते हैं उस दिन रसोईघर पवित्र हो जाता है। जिस दिन दातार मुनिराज के हाथों में आहार देता है उस दिन वह अपने जीवन को धन्य कर लेता है।

इस युग के प्रथम तीर्थंकर श्री आदिनाथ जी राग द्वेष को छोड़कर वन की राह जाकर दिगंबरी दीक्षा लेकर 6 महीने तक ध्यानस्थ रहे। 6 महीने के बाद जब आहार चर्या को निकले तब उस समय कोई कहता हे प्रभु लो यह सुंदर सुंदर आभूषण ले लो, कोई कहता लो यह सुंदर सुंदर कन्याएं, क्या चाहिए-?आप हमारे द्वार पर आकर क्यों लौट रहे हैं। उस समय विधि ना मिलने से वह पुन: ध्यान में लीन हो गए लगभग 6 महीने कुछ दिन तक यही क्रम चला महा मुनि आहार चर्या को निकलते पर कोई भी पड्गाहन की विधि नहीं जानते थे।

*वैशाख सुदी तृतीया के दिन राजा श्रेयांस को जाति स्मरण हुआ और जैसे ही महा मुनि आदिनाथ द्वार पर पहुंचे वैसे ही राजा श्रेयांस ने अत्र तिष्ठ तिष्ठ कह कर पड़गाहन किया।*

चारों ओर राजा श्रेयांश के भी जयघोष के स्वर, रत्न्वृष्टि,आदि पंच आश्चर्य हुए।

*आज के दिन राजा श्रेयांस ने इक्षुरस का आहार देकर दान तीर्थ की प्रवर्तन किया।* तभी से ये दिन अक्षय तृतीया के नाम से प्रसिद्ध हुआ।

तीर्थंकर को प्रथम आहार देकर राजा श्रेयांस धन्य हो गए।

श्रावकों की भूमिका में श्रावकों को देव पूजा, गुरु भक्ति, स्वाध्याय, संयम, तप, दान इन छह आवश्यक कर्तव्यों का पालन करना चाहिए।

आहार दान, औषधि दान, ज्ञानदान, अभयदान के साथ करुणादान भी बहुत महत्वपूर्ण है।

दान देते समय मन में दिखावे की भावना नहीं होनी चाहिए। *दान हर्षित भाव से देना चाहिए*। प्रियवचन बोलकर देना चाहिए। श्रद्धा, भक्ति, शक्ति, त्रुस्ती, विवेक क्षमा, अलुब्धता आदि सात गुणों से युक्त होकर दान देना चाहिए।

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VISHWA JAIN SANGATHAN
आज वैशाख शुक्ल तृतीया को जैन धर्म के वर्तमान चोबीसी के प्रथम तीर्थंकर भगवान ऋषभदेव (आदिनाथ) जी भगवान के प्रथम आहार दिवस अक्षय तृतीया के पावन पर्व पर आपको हार्दिक शुभकामनाएं...विश्व जैन संगठन 🙏🙏 🎋🎋

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