News in Hindi
समाचारों पत्रों में
#गुरु_पुष्कर_रजत_जयन्ती 2018
Source: © Facebook
Source: © Facebook
Source: © Facebook
Source: © Facebook
Source: © Facebook
आत्मीक उन्नयन के लिए आयम्बिल प्रथम सीढी
- 350 से अधिक श्रावक-श्राविकाओं ने की आयम्बिल व्रत की आराधना -
उदयपुर 26/3/2018। ज्यों-ज्यों भौतिकता की श्रीवृद्धि होती है त्यों-त्यों मानवता का क्षरण होता है। मनुष्य के चारित्रिक विकास के लिए अध्यात्म का आलम्बन अनिवार्य है। अध्याम के लिए आत्मीक दीवट के सहारे ही मानव से महामानव की यात्रा का मार्ग प्रशस्त बनता है। इसके लिए जिन व्रत-संकल्पों का आधार माना गया है उसमें आयम्बिल प्रथम सीढी है।
श्रमणसंघीय सलाहकार दिनेश मुनि ने बताया कि विश्वसंत उपाध्याय श्री पुष्कर मुनि के 25वें रजत स्मृति दिवस के तृतीय दिवस समारोह पर सोमवार को श्री तारक गुरु जैन ग्रंथालय में आयम्बिल दिवस आयोजित किया गया। उपाध्याय श्री पुष्कर मुनि वचनसिद्ध तपपुरुष थे। उनके सान्निध्य में जो भी आता उसे वे तपश्चर्या की करने की प्रेरणा देते। आयंबिल व्रत में एक आसन पर बैठकर बिना तेल-मिर्च-मसाले-मिष्ठान रहित भोजन करना होता है। पूरे दिन में एक बार भोजन लिया जाता है और इस व्रत को करने वाले श्रावक-श्राविकाएं रात्रि सूर्यास्त होने के बाद पानी भी सेवन नहीं करते हैं। इस व्रत में 350 श्रावक-श्राविकाओं ने तपाराधना पूर्वक भाग लिया।
इस अवसर पर महाश्रमण जिनेन्द्र मुनि, उपप्रवर्तक अक्षय ऋषि, डॉ. द्वीपेन्द्र मुनि, डॉ. पुष्पेन्द्र मुनि, सेवाभावी प्रवीण मुनि, जयंत मुनि, शमित मुनि, साध्वी दिव्यप्रभा, कल्पना, हेमवती का महत्वपूर्ण सान्निध्य रहा। महासती श्री सोहनकुंवर महिला मंडल की कार्यकर्ताओं ने व्यवस्था संभाल व्रत आराधना सम्पन्न करवाई। इससे पूर्व 27 बार नवकार महामंत्र का जाप किया गया। कार्यक्रम में लक्की ड्राॅ भी निकाले गए। लक्की ड्राॅ तीरु विजय जैन, प्रभावना भंवरलाल मांडोत परिवार द्वारा एवं डायरी शांतिलाल बोहरा व नरेन्द्र चौधरी द्वारा प्रदान की गई।
नमस्कार महामंत्र का जाप मंगलवार को:
श्री तारक गुरु जैन ग्रंथालय के महामंत्री वीरेन्द्र डांगी ने बताया कि मंगलवार 27 मार्च को प्रातः 8.30 बजे नमस्कार महामंत्र का जाप किया जाएगा। इसमें महिलाएं चूंदड एवं पुरुष सफेद परिधान में सम्मिलित होंगे।
Source: © Facebook
Source: © Facebook
Source: © Facebook
Source: © Facebook