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*24/02/18* दक्षिण भारत मे मुनि वृन्द, साध्वी वृन्द का सम्भावित विहार/ प्रवास
दर्शन सेवा का लाभ ले
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*संघ संवाद* + *संघ संवाद*
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*आचार्य श्री महाश्रमण जी* *के आज्ञानुवर्ति मुनिश्री सुव्रत कुमार जी ठाणा* 2
का प्रवास
*S.S Jain Sthanak*
Beri Bakkali Street, *VELLORE*
बेगलौर- चेन्नैइ रोड
☎9108075693,9894694199
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*संघ संवाद* + *संघ संवाद*
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*आचार्य श्री महाश्रमण जी के आज्ञानुवर्ती मुनि श्री रणजीत कुमार जी ठाणा २* का प्रवास
*जैन स्थानक*
*चैनपटना* (कर्नाटक)
Mysore - Bangalore Road
☎9448385582,9900946634
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*संघ संवाद*+ *संघ संवाद*
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*आचार्य श्री महाश्रमण जी के सुशिष्य*
*मुनि श्री ज्ञानेन्द्र कुमार जी ठाणा 3* का प्रवास
*Jain Bhawan*
*Thirukalikundram*
☎8107033307,9840130409
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*संघ संवाद*+ *संघ संवाद*
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*आचार्य श्री महाश्रमण जी के सुशिष्य डॉ *मुनि श्री अमृत कुमार जी ठाणा २* का प्रवास
*Jain Prayer Hall*
72 Market Street, *Tirukkoyilur* 605757
☎9566296874
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*संघ संवाद*+ *संघ संवाद*
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*आचार्य श्री महाश्रमण जी के*
*सुशिष्य मुनि श्री रमेश कुमार जी ठाणा 2* का प्रवास
*श्रीकाकुलम से विहार करके बडमरू गॉव राईस मील पधारेगें*
भुवनेश्वर -विशाखापट्नम् रोड
☎8085400108,7000790899
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*संघ संवाद* + *संघ संवाद*
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*आचार्य श्री महाश्रमण जी के सुशिष्य मुनि श्री प्रशान्त कुमार जी ठाणा २* का प्रवास
*RAJESH Ji BHANDARI ke ghar eroor Ernakulam se naveen ji chopra ke ghar Vennela Ernakulam padharenge* (केरला) ☎9672039432,7907269421
9246998909
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*संघ संवाद*+ *संघ संवाद*
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*आचार्य श्री महाश्रमण जी के सुशिष्य मुनि श्री सुधाकर जी एवं मुनि श्री दीप कुमार जी का प्रवास*
सुबह का प्रवास
*महेश्वरी ग्रेनाइट* 8015752301
शाम का प्रवास
*HILLTOP* 7397741821
(तमिलनाडु)
☎7821050720,9558651374
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*संघ संवाद*+ *संघ संवाद*
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*आचार्य श्री महाश्रमण जी की सुशिष्या 'शासन श्री' साध्वी श्री विद्यावती जी 'द्वितिय' ठाणा ५* का प्रवास
*गोल्डन टेंपल से 8 km का विहार करके दानमल जी सुराणा के निवास स्थान कृष्णानगर पधारेगे*
(तमिलनाडु)
बैगलोर - चेन्नेइ हाईवे
☎8890788494
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*संघ संवाद*+ *संघ संवाद*
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*आचार्य श्री महाश्रमण जी की सुशिष्या "शासन श्री" साध्वी श्री यशोमती जी ठाणा 4* का प्रवास
*इलुरगॉव आश्रम से 12 km का विहार करके पवन पावन कल्याण मण्डप तेलखाना गॉव पधारेगे*
विशाखापट्नम् - चेन्नैइ रोड
☎7297958479,7044937375
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*संघ संवाद*+ *संघ संवाद*
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*आचार्य श्री महाश्रमण जी की सुशिष्या 'शासन श्री' साध्वी श्री कंचनप्रभा जी ठाणा 5* का प्रवास
*धनराज जी टाटीया के निवास स्थान पर*
*Maloo Apartment*
G-1 *Rajarajeshwarinagar*
Bangalore (कर्नाटक)
☎7624946879,
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*संघ संवाद*+ *संघ संवाद*
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*आचार्य श्री महाश्रमण जी की सुशिष्या साध्वी श्री राकेश कुमारी जी (बायतु) ठाणा 4* का प्रवास
*वाणी श्री विद्या पीठ बहमपुर बोर्डर से 13.5 km का विहार करके ज्ञान भारती पब्लिक स्कूल इच्छापुरम् पद्यारेगे*
भुवनेश्वर- विशाखापट्नम् रोड
☎8917477918,9959037737
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*संघ संवाद*+ *संघ संवाद*
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*आचार्य श्री महाश्रमण जी की सुशिष्या साध्वी श्री विमल प्रज्ञा जी ठाणा 19* का प्रवास
*निलुवडा आरदर स्कूल से 12 कि.मी. विहार कर पोस्पेटरेगा कस्तूरबा विधालय पद्यारेगे*
नियर:- पुलिस स्टेशन के सामने
भुवनेश्वर- विशाखापट्नम् रोड
☎9051582096,9123032136
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*संघ संवाद* + *संघ संवाद*
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*आचार्य श्री महाश्रमण जी की सुशिष्या साध्वी श्री काव्यलता जी ठाणा 4* का प्रवास
*Binny Mills Villa No 10 North Town*
*Chennai* (तमिलनाडु)
☎8428020772,9444052840
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*संघ संवाद*+ *संघ संवाद*
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*आचार्य श्री महाश्रमण जी की सुशिष्या साध्वी श्री प्रज्ञा श्री जी ठाणा 4* का प्रवास
*jain bhavan Td road near convent junction Ernakulam se Dr. Babu kutty ke ghar Vennela Ernakulam padharenge*.
☎8875762662,9246998909
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*संघ संवाद*+ *संघ संवाद*
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*आचार्य श्री महाश्रमण जी की सुशिस्या साध्वी श्री सुर्दशना श्री जी ठाणा 4* का प्रवास
*तेरापंथ भवन*
*पारस गार्डन रायचुर*
☎9845123211
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*संघ संवाद+संघ संवाद*
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*आचार्य श्री महाश्रमण जी की सुशिष्या साध्वी श्री लब्धि श्री जी ठाणा 3 का प्रवास*
*लीलावती आश्रम*
*इन्फोसिस के नजदीक मैसुर*
*पधारेगे* (कर्नाटक)
☎9601420513,
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*संध संवाद*+ *संध संवाद*
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*आचार्य श्री महाश्रमण जी की सुशिष्या साध्वी श्री मघुस्मिता जी ठाणा 6* का प्रवास
*तेरापंथ सभा भवन*
*गॉधीनगर Bangalore* (कर्नाटक)
☎7798028703
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Sangh Samvad
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त्याग, बलिदान, सेवा और समर्पण भाव के उत्तम उदाहरण तेरापंथ धर्मसंघ के श्रावकों का जीवनवृत्त शासन गौरव मुनि श्री बुद्धमलजी की कृति।
📙 *'नींव के पत्थर'* 📙
📝 *श्रंखला -- 90* 📝
*पनराजजी लूणिया*
*मौन ही श्रेयस्कर*
गतांक से आगे...
जयाचार्य उस समय जयपुर में ही विराजमान थे। पत्नी और पुत्र ने सारी स्थिति उनके सम्मुख रखी। पनराजजी आए तब जयाचार्य ने अंगूठी के विषय में पूछा। उन्होंने कहा— 'गुरुदेव! अंगूठी के विषय में मैं तो अभी कुछ भी बतलाने की स्थिति में नहीं हूं, परंतु आपको निश्चित विश्वास दिला सकता हूं कि जुए के प्रत्याख्यान का मैंने किंचित भी भंग नहीं किया है।'
जयाचार्य ने उनके कथन को व्यर्थ समझा और कठोर उपालंभ देते हुए फरमाया— 'मैंने तुम्हारा विश्वास करके ही प्रत्याख्यान करवाया था, परंतु तुम मेरे विश्वास के अनुरूप सिद्ध नहीं हो सके।' पनराजजी नम्रतापूर्वक उपालंभ को सहन करते रहे। वे अंत तक 'तहत' के सिवाय कुछ नहीं बोले।
कई वर्षों पश्चात् अंगूठी ले जाने वाला उनके पास आया और अंगूठी देते हुए बोला— 'आर्थिक विवशता से घिरकर मैंने तुम्हारी अंगूठी ली थी। उस समय मेरे पास भूमि भांग भी नहीं थी। इसलिए मुझे ऐसा करना पड़ा। अंगूठी को गिरवी रखकर मैंने अपना काम निकाला। अब मैंने अच्छे पैसे कमा लिए हैं, अतः इसे छुड़ा लाया हूं। तुम्हारी अंगूठी ने मेरी लाज रख ली। तुमने भी मेरी वह बात किसी को न कहकर सच्ची मित्रता का परिचय दिया है। मुझे तो यह विश्वास भी नहीं था कि बलात् दिलाई गई सौगंध का तुम इस प्रकार से पालन करोगे।'
परिवार वालों को इतने अर्से के पश्चात् यह पता चला कि वह अंगूठी जुए में हारी नहीं गई थी, किंतु एक मित्र ने सौगंध दिला कर अंगुली में से निकाल ली थी। पनराजजी द्वारा एतद्-विषयक मौन पर सभी आश्चर्यचकित हुए। जयाचार्य तक जब ये सारे समाचार पहुंचे तो वे भी अपने श्रावक की संकल्प दृढ़ता का तथा गंभीरता से बहुत प्रभावित एवं प्रसन्न हुए। पनराजजी भी बहुत प्रसन्न थे कि जयाचार्य ने व्यसन मुक्त बना कर उनको पतन से बचा लिया। उनके मन में यह प्रसन्नता भी कोई कम नहीं थी कि पारिवारिकों के मन में उनके प्रति उत्पन्न हुए अविश्वास का घेरा टूट गया है।
*जयाचार्य के अनन्य भक्त और विश्वसनीय श्रावकों में प्रथम कोटि का स्थान रखने वाले श्रावक भैंरुलालजी सींधड़ के प्रेरणादायी जीवन-वृत्त* के बारे में जानेंगे और प्रेरणा पाएंगे... हमारी अगली पोस्ट में... क्रमशः...
प्रस्तुति --🌻 *संघ संवाद* 🌻
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जैनधर्म की श्वेतांबर और दिगंबर परंपरा के आचार्यों का जीवन वृत्त शासन श्री साध्वी श्री संघमित्रा जी की कृति।
📙 *जैन धर्म के प्रभावक आचार्य'* 📙
📝 *श्रंखला -- 266* 📝
*पुण्यश्लोक आचार्य पात्रकेशरी (पात्रस्वामी)*
*साहित्य*
पात्रकेशरी गंभीर, दार्शनिक, तार्किक, न्यायविज्ञ आचार्य थे। उनकी साहित्यिक रचना में संतुलित तर्क प्रधान मेधा के साथ आस्थामय व्यक्तित्व की झलक मिलती है। वर्तमान में दो रचनाएं पात्रकेशरी की मानी गई हैं। उनका नाम और परिचय इस प्रकार है—
*त्रिलक्षण कदर्थन* यह ग्रंथ आचार्य पात्रकेशरी का उच्चकोटि का ग्रंथ था। वर्तमान में यह ग्रंथ उपलब्ध नहीं है पर इस ग्रंथ की कारिकाएं उत्तरवर्ती आचार्यों के ग्रंथों में यत्र-तत्र उद्धरण रूप में मिलती हैं। इन कारिकाओं में पात्रकेशरी की प्रौढ़ दार्शनिक प्रतिभा के दर्शन होते हैं। इस ग्रंथ की रचना बौद्ध विद्वान् दिङ्नाग द्वारा स्थापित त्रिलक्षण हेतु के प्रतिवाद में हुई है।
बौद्धचार्य दिङ्नाक ने हेतु के त्रिलक्षण निर्धारित किए थे। *(1)* पक्षधर्मत्व *(2)* सपक्ष सत्व *(3)* विपक्ष व्यावृत्ति।
बौद्धों के त्रिलक्षणात्मक हेतु के स्थान पर पात्रकेशरी ने 'अन्यथानुपपन्नत्व' किसी दूसरे प्रकार से उत्पन्न न होना हेतु-लक्षण कि यह व्याख्या उनका मौलिक चिंतन था। जिसने न्यायविज्ञ विद्वानों को हेतु-लक्षण के विषय में पुनः चिंतन करने को विवश कर दिया और कर्णगोभि जैसे उद्भट बौद्ध विद्वानों के ग्रंथों में समालोचना का यह महत्त्वपूर्ण विषय बन गया।
श्रवणबेलगोला के संख्यक 54वें अभिलेख में त्रिलक्षण कदर्थन ग्रंथ का उल्लेख है। वह इस प्रकार है—
*महिमा स पात्रकेसरिगुरोः परं भवति यस्य भक्त्यासीत्।।*
*पद्मावतिसहाया त्रिलक्षणकदर्थनं कर्तुम्।।*
पात्रकेशरी गुरु की महिमा अपरम्पार है। उनकी भक्ति में नतमस्तक पद्मावती देवी 'त्रिलक्षण कदर्थन' ग्रंथ की रचना में सहायक बनी थी। लक्षण ग्रंथ में पात्रकेशरी के लक्षण ग्रंथ का महत्त्वपूर्ण स्थान था। अमर कोषकार ने इनके लक्षण ग्रंथ को अपश्चिम रत्न माना है।
टीकाकार अनंतवीर्य ने स्वामी पद के साथ पात्रकेशरी का और उनकी त्रिलक्षण कदर्थन टीका का उल्लेख अपनी सिद्धिविनिश्चय नामक टीका में किया है।
*पुण्यश्लोक आचार्य पात्रकेशरी (पात्रस्वामी) द्वारा रचित पात्रकेशरी स्तोत्र (जिनेन्द्र गुण संस्तुति) व उनके आचार्य काल के समय-संकेत* के बारे में जानेंगे... हमारी अगली पोस्ट में... क्रमशः...
प्रस्तुति --🌻 *संघ संवाद* 🌻
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News in Hindi
👉 लिलुआ, कोलकत्ता - कैंसर कारण एवं निवारण कार्यशाला
👉 पर्वत पाटिया, सूरत - निर्माण एक नन्हा सा कदम स्वच्छता की ओर कार्यक्रम
👉 विजयनगर - अमृतवाणी राष्ट्रीय अध्यक्ष के आगमन पर संगोष्ठी
👉 अहमदाबाद - प्रतिक्रमण जागरुकता कार्यशाला
👉 सूरत - निबंध प्रतियोगिता का आयोजन
👉 तिरुपुर - “निर्माण”-एक कदम स्वच्छता की ओर कार्यक्रम
👉 वेलूर - अणुव्रत विद्यालय में हुआ प्रेरणादायी कार्यक्रम
👉 चेन्नई - प्रतिक्रमण जागरूक कार्यशाला का आयोजन
👉 पीलीबंगा - निर्माण एक नन्हा कदम स्वच्छता की ओर
👉 छोटी खाटू - आध्यात्मिक मिलन
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*आचार्य श्री महाप्रज्ञ जी* द्वारा प्रदत प्रवचन का विडियो:
👉 *खुद सुने व अन्यों को सुनायें*
*- Preksha Foundation*
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संप्रेषक: 🌻 *संघ संवाद* 🌻
👉 प्रेक्षा ध्यान के रहस्य - आचार्य महाप्रज्ञ
प्रकाशक - प्रेक्षा फाउंडेसन
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👉 *"अहिंसा यात्रा"* के बढ़ते कदम
👉 पूज्यप्रवर अपनी धवल सेना के साथ विहार करके "रामपुर, पटनागढ़" पधारेंगे
👉 आज का प्रवास - तेरापंथ भवन, रामपुर, पटनागढ़ जिला - बलांगीर (ओड़िशा)
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