19.11.2017 ►Acharya Shri VidyaSagar Ji Maharaj ke bhakt ►News

Published: 19.11.2017
Updated: 21.11.2017

Update

#Warning Apple ने iPhone के लिए में Night-Shift मोड लंच किया, आज Research करते हुए पाया की 'Blue Light' किस तरह हमारी लाइफ को बर्बाद कर रही हैं 'Electronic Gadget' के बढ़ता हुआ प्रयोग और रात रात को Laptop/Mobile/Tablet प्रयोग करने से कैसे कैंसर तक हो सकता हैं, आचार्य श्री ज्ञानसागर जी अपने प्रवचन में कह रहे थे कुछ दिन पहले ही की mobile के बढ़ते प्रयोग से Serious health issues जैसे Migraine, Depression, Over eating, Irritation, eye blindness, loss of memory #MobileBlueLight जैसी गंभीर चीज़े बढ़ रही हैं आज जब Research की और ये सभी पाया तो होश उड़ गए, उन पर विश्वास नहीं करते ये देखिये साथ में ' How exposure to Blue Light affects your brain and body -An Info graphic' देखे और संभल जाए!! कम से कम रात में कम से कम प्रयोग करे जैसे Laptop/Mobile/TV #please_share

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चमत्कार को नमस्कार नहीं, बल्कि नमस्कार में चमत्कार छुपा हुआ होता है अगर भक्ति निष्काम हो तो | आचार्य श्री वर्धमान सागर जी महाराज जब मुनि अवस्था में थे तब दीक्षा के उपरांत महाराज की नेत्र ज्योति चले गई थी, तब उन्होंने जयपुर (खानिया जी) के चन्द्रप्रभु मंदिर में शांति भक्ति का पाठ किया था तब 52 घंटो के बाद नेत्र ज्योति वापस आई थी, दुर्लभ फोटो! ✿⊰ Info with Picture Sharing by Siddha Jain ]- Big thanks to her!

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News in Hindi

👣 आचार्य श्री का आज डोंगरगढ़ में प्रवेश हुआ भगवान चंद्रप्रभ सहित!! #AcharyaVidyasagar

Pravachan -जब भी समय हो, कुछ ऐसा करते जाओ जिससे पुण्य बढ़ता जाए और कर्म का बंधन कम होता जाए -आचार्य श्री

उत्साह और उमंग में उम्र का कोई बंधन नहीं होता है। लेकिन इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि कौन सा कार्य करने योग्य है और कौन सा नहीं। यानी कर्म और अकर्म में भेद करने का विवेक हर व्यक्ति के पास होना चाहिए। जिंदगी में जो करने योग्य कार्य नहीं थे, वे भी कर डाले। अब कर्म बंध गए हैं। हमें हर सांस पर खुद को संभालना चाहिए। कोई भी कार्य ऐसा न हो जाए, जिससे कर्म का बंधन बंध जाए।

दृव्य का स्वभाव परिगमनशील है। वह रुकता नहीं है। समय यदि आपको मिला है तो समय को बांधकर समय के अनुसार चलें। इससे आप अपनेआप को श्रेष्ठ बना सकते हैं। समय को न तो व्यर्थ बर्बाद करना चाहिए और ही इसका दुरुपयोग करना चाहिए। यदि ये एक बार निकल जाता है तो कभी लौटकर नहीं आता है। जब भी समय हो, कुछ ऐसा करते जाओ जिससे पुण्य बढ़ता जाए और कर्म का बंधन कम होता जाए।

- आचार्य श्री विद्यासागर जी

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