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धर्मं की धुरा ये, धर्मं चक्र चलाये है, गिरनार से केवलज्ञान को पाए है ✿ Photograph of #Neminatha_Bhagwan @ National Museum, New Delhi 😊
गिरनार पर्वत से सम्बंधित इतिहास - नेमिनाथ भगवान् ने जहा से दीक्षा, केवलज्ञान और निर्वाण प्राप्त किया, श्री कृष्ण के पुत्र प्रधुम्नकुमार, अनिरुद्धकुमार, शम्भुकुमार आदि 72 करोड़ 700 मुनिराजो ने मोक्ष प्राप्त किया तथा जहा आचार्य धरसेन स्वामी ने मुनि पुष्पदंत तथा मुनि भुतबली महाराज को जिनवाणी का दुर्लभ/बहुमूल्य ज्ञान चन्द्र गुफा में दिया, जिसके कारण दोनों मुनिराजो ने षटखंडागम की रचना करी! जहा राजुल ने तपस्या करी, जहा भद्रबाहु स्वामी, समंतभद्र स्वामी, कुंद कुंद देव आदि महान आचार्यो ने वंदना की और ग्रंथो में इस पर्वत की महिमा गाये बिना नहीं रह सके!! सोचो कितना महान है ये गिरनार!!! जब समन्तभद्र स्वामी इस गिरनार पर आये तो इसकी महिमा गाये बिना रह ना सके, जब आचार्य कुन्द कुन्द स्वामी इस पर्वत आये तो खूब ध्यान लगाए और देवी अम्बिका को बुला आदि दिगंबर कहलवाए, इसी पर्वत पर आचार्य धरसेन स्वामी ने पुष्पदंत महाराज और भूतबली महाराज को बचा हुआ दुर्लभ जिनवाणी का ज्ञान दिया जिसके बाद षतखंडागम ग्रन्थ की रचना की जो की 2,000 वर्ष से भी प्राचीन तथा वर्तमान मूल ग्रन्थ है!! जय हो गिरनारी नेमिनाथ भगवान् की जय हो...!!
जूनागढ़ - यहाँ शहर में धरसेन आचार्य जी की गुफा है, इस स्थान पर आचार्य धरसेन जी ने गहन तपस्या की थी, राजुलमती प्राचीन महल भी है, इस महल में एक विशेष शिलालेख भी है जिसमे भगवान् नेमिनाथ, सम्राट अशोक, चन्द्रगुप्त मोर्य तथा जैन संस्कृति के बारे में काफी कुछ लिखा हुआ है, यहाँ शहर में एक प्राचीन संग्रालय भी है जिसमे यहाँ से सम्बंधित सभी प्राचीन चीज़े यहाँ रखी गयी है! जैन धर्मं का णमोकार मंत्र लिखा 'कीर्ति स्तम्भ' भी यहाँ मार्किट में है तथा यहाँ का Gir Forest National Park को पुरे विश्व में एशियाई शेरो के लिए प्रसिद्द है!, ज्यादा से ज्यादा संख्या में हम वहा जाए, उसी से गिरनार का संरक्षण संभव है बन्धुओ!
Article drafting by Nipun Jain..
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Update
विहार पर आचार्य श्री कि कुछ पंक्तियां 👣 #AcharyaVidyasagar आचार्य श्री का मंगल प्रवेश 5 को डोंगरगाँव में होने की सम्भावना 🙂
फिर जागेगा भाग्य
दरस कर तृप्त होंगे नयन
चल पड़े हैं सतत् यात्रा पर
मुक्ति पथ के राही!!
कंकर कंकर बनेगा पावन
महकेगी हवा गुनगुनायेंगे पंछी
निकलेंगे जँहा जँहा से
मुक्ति पथ के राही!!
प्रबल होगा पुण्य जिनका
होंगी विशुद्ध भावनाएं
तो थमेंगे पग लेंगे क्षणिक प्रवास
मूक्ति पथ के राही!!
गूंजेगी धरती जयघोषों से
हिलोर लेंगी कामनाएं
बस इक नज़र देख लें
मुक्ति पथ के राही!!
जाना कंहा कंहाँ है मंजिल
जानते सब बन अनजान
बाँट रहे चहुंओर उजियारा
मुक्ति पथ के राही!!
🙏🏻🙏🏻🙏 जैन ब्रजेश जी, पाटन
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News in Hindi
UPDATE #AcharyaVidyasagar बिहार अपडेट 26 अक्टूबर @ आचार्य श्री विद्यासागर महाराज का मंगल विहार इन दिनों रामटेक से भंडारा, देवरी होकर डोंगरगांव की ओर चल रहा है 25 अक्टूबर को आचार्य श्री पिच्छिका परिवर्तन के तुरंत बाद रामटेक से बिहार कर दिया था। 26 अक्टूबर को रात्रि विश्राम धर्मापुर ग्राम में हो रहा है यहां से भंडारा की दूरी मात्र 20 किलोमीटर है, उम्मीद है आचार्य संघ का 28 अक्टूबर को सुबह भंडारा में मंगल प्रवेश होगा उल्लेखनीय हैं कि आचार्य श्री के ससंघ सानिध्य में डोंगरगांव छत्तीसगढ़ में आगामी 9 से 15 नवंबर तक पंचकल्याणक गजरथ महोत्सव का आयोजन होना ह, रामटेक से डोंगरगांव की दूरी लगभग 175 किलोमीटर है अब तक आचार्य श्री जी 28 किलोमीटर का पैदल बिहार कर चुके हैं संभावना है कि आचार्य श्री जी 3-4 नवंबर तक डोंगरगांव पहुंच जाएंगे
Ⓜ मुकेश जैन ढाना Ⓜ एमड़ी न्यूज़ सागर Ⓜ www.jinvaani.org
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