30.09.2017 ►Acharya Shri Gyan Sagar Ji Maharaj Ke Bhakt ►News

Published: 01.10.2017

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दिनांक 2 अक्टुबर को अतिशय क्षेत्र, वहलना मे वाषिक रथयात्रा व मेले का भव्य आयोजन त्रिलोकसंत पूज्य आचार्य श्री ज्ञानसागर जी मुनिराज ससंघ के पावन सानिध्य में आयोजित किया जा रहा है! कृपया अतिशय क्षेत्र में अपने परिवार व मित्रों सहित पधारकर अतिशयकारी भगवान पार्श्वनाथ जी की प्रतिमा व आचार्य श्री ससंघ के दर्शन कर पुण्य लाभ लें...

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VISHWA JAIN SANGATHAN
आज सुबह रावण ने सपने में आकर बोला..

संजय....भगवान श्री राम, श्री कृष्ण और श्री महावीर के भारतवर्ष मे ये क्या हो रहा है?
"जो लोग मासूम बच्चियों, लड़कियों व महिलाओं का दिनदहाड़े सामूहिक बलात्कार कर हत्या कर रहे है! दहेज के लिए किसी की बहन, बेटी को जिंदा जला रहे है या आत्महत्या करने हेतु उन्हें मजबूर कर रहे है, ऐसे दरिंदे खुलेआम घूम रहे है या सुस्त न्याय प्रणाली के चलते जेलों में मुफ्त की रोटियां तोड़ रहे है! और

मैने अपनी बहन की बेइज्जती का बदला लेने हेतु अज्ञानवश सीता का अपरहण किया लेकिन सीता को छुआ तक नही, उन्हें ससम्मान रखा फिर भी मुझे आज तक जलाया जा रहा है, क्यों?

और बोला कि धरती पर ही कुछ देशों में बलात्कार के दोषियों के मुकदमें न्यायालयों में तेजी से निबटाकर सजा दी जाती और कही तो सरेआम फांसी दी जाती लेकिन तुम्हारे यहां तो कई बलात्कारी दोषी या तो नेता या बाबा बनकर खुले घूम रहे और कुछ माँ - बहनों को खुलेआम तंग करते, उनपर फब्तियां कसते, लेकिन मुझे फिर भी ही जलाया जा रहा है, क्यों?

और बोला कि सती सावित्री सीता के भारत में ये क्या हो रहा है?...
प्राचीन संस्कृति की विश्व में पहचान दिलाने वाले देश मे कन्याओं को हिन्दू यूनिवर्सिटी में आजादी के नाम पर पाश्चात्य संस्कृति के समान शराब पीने, माँस खाने, मनमर्जी के कपड़े पहनने, घूमने की सार्वजनिक रूप से घोषणा की जा रही है और फिर भी मुझे जलाया जा रहा है, क्यों?

और बोला कि जिस भारत मे श्री राम अपने पिता के बचन हेतु 14 वर्ष के लिए बनबास गए उसी देश में बच्चों द्वारा अपने माँ बाप की जीवनभर की कमाई उनसे छीनकर उन्हें घर से बाहर निकाला जा रहा है या वृद्ध आश्रम में मरने के लिये भेजा जा रहा है या कुछ के द्वारा अपने ही माँ बाप की हत्या की जा रही है लेकिन फिर भी आज मुझे ही जलाया जा रहा है, क्यों?

और बोला कि भारतीय संस्कृति नशा मुक्त थी किसी भी धर्म के देवी देवता या महापुरुषों ने कभी भी कोई नशा नही किया लेकिन आज इसी भारत में कानूनन नशा बेचकर लोगो को वहशी बनाकर उनसे हत्याएं, सड़क दुर्घटनाएं कराई जा रही है और जलाया मुझे जा रहा है, क्यों?

और बोला प्राकृतिक संसाधनों से भरपूर सोने की चिड़िया कहलाने वाले भारत से दुनिया भर में लाखों मूक पशुओं को यांत्रिक वधशालाओं में काटकर उसकी आय से देश चलाया जा रहा रहा है और धर्म के नाम पर मूक पशुओं की बलि दी जा रही है और जलाया मुझे जा रहा है, क्यों?

और बोला कि श्री राम की खड़ाऊं रख राज्य चलाने वाले भरत और युद्ध मे जीतकर भी अपने भाई को सारा राज्य सौप देने वाले बाहुबली के भारत मे आज भाई भाई का या भाई बहन के खून का प्यासा हो रहा है उसकी हत्या कर रहा है और जलाया मुझे जा रहा है, क्यों?

और बोला कि देश चलाने वाले नेताओं द्वारा टैक्स चोरी, राजनीति में भ्रष्ट्राचारी व संगीन जुर्म कर मुकदमों पर कार्यवाही न होने देने वाले मंत्रियों व नेताओं पर कोई कार्यवाही नहीं हो रही है लेकिन बुराई का पुतला मेरे नाम से जलाया जा रहा है, क्यों?

और अंत मे बोला कि मैंने तो सभी वेदों, ग्रंथों, शास्त्रों का ज्ञाता होकर पूर्व जन्म के कर्म के फल भोगने हेतु सिर्फ सीताहरण की गलती की और दण्ड स्वरूप अपने प्राण, अपना परिवार व विशाल साम्राज्य को खोया लेकिन तुम इंसान तो मेरी गलती से सबक लेकर अच्छा कर सकते हो..

""यदि मेरा अंत ही करना है तो श्री राम बनो और अपने देश की मासूम बच्चियों, लड़कियों व नारियों से बलात्कार कर उनकी हत्या मत करो!
देश को नशा व अपराधमुक्त बनाओं!
अपने माँ बाप, भाई बहन, परिवार व देशवासियों का सम्मान कर और अपनी आत्मा शुद्ध कर अपने अच्छे कर्मों से इस जन्मोंजन्म के आवागमन से मुक्त होकर सिद्धशिला पर विराजमान हो जाओं.....

आज रावण की बात सुनकर लगा कि रावण वो नही हम है जो अपने अंदर के स्वार्थ, लालच, अहंकार रूपी बुराइयों को दहन न कर रावण के कागज के पुतले को जलाकर दशहरा की दूसरों को बधाई संदेश देकर मर्यादा पुरषोत्तम श्री राम जैसा बनने का व्यर्थ ढोंग करते है।

उपरोक्त विषय के किसी भी शब्द से किसी बंधु को ठेस लगी हो तो उत्तम क्षमा....संजय जैन मो.: 9312278313

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