23.08.2017 ►Acharya Shri VidyaSagar Ji Maharaj ke bhakt ►News

Published: 24.08.2017
Updated: 24.08.2017

News in Hindi

#कमाल_करदिया श्री शांति सागर जी महाराज के 62वां समाधि के अवसर पर जैनियों की पवित्र भूमि का हुआ काया कल्प ।कई ट्रक गंदगी व कूड़ा #सम्मेदशिखरजी के मुख्य मार्ग से हुआ साफ ।महाराष्ट्र राज्य के सांगली व कोल्हापुर से आये सैकड़ो की संख्या में महिला पुरुष श्रद्धालुओं ने सम्मेद शिखरजी में चलाया सफाई अभियान ।

इसको इतना #share करे हर जैनि तक पहुँच जाए, कम से कम अगर सफ़ाई नहीं कर सकते हो तो Shikhar G को गंदा भी ना करे!!

यूं तो शाश्वत तीर्थराज सम्मेद शिखरजी की वंदना करने प्रतिवर्ष लाखों की संख्या में तीर्थयात्री आते हैं परंतु सम्मेद शिखरजी की पवित्रता व स्वच्छता का भाव अपने मन मे बसाये वंदना करने के लिए आने वाले महाराष्ट के सांगली व कोल्हापुर से आये सन्मति संस्कार मंच के श्रद्धालुओं की तो बात ही निराली है। इनकी जितनी भी प्रशंसा की जाय कम होगी।तीर्थराज सम्मेद शिखरजी की बात करें तो पिछले कई महीनों से सम्मेद शिखरजी के मुख्य मार्ग पर गंदगी कूड़े कचड़े का अंबार जगह जगह पर पड़ा हुआ नजर आ रहा था ऊपर से बारिश की पानी का जमना कूड़े के ढेर में विभिन्न प्रकार के विषैले जीव जंतु का उतपन्न होकर महामारी व बीमारी फैलने की आशंका बनी हुई थी जिस से यहां आने वाले तीर्थयात्रियों को ही नही ग्रामीणों को भी भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा था ।सम्मेद शिखरजी में निवास करने वाले साधु संतों को भी आहार व विहार चर्या के लिए इस कचड़े के अंबार पर से होकर गुजरना पड़ता था ।

जिसे देखकर सम्मेद शिखरजी यात्रा हेतु आये हुए सन्मति संस्कार मंच के सैकड़ो श्रद्धालुगण जो पिछले 10 वर्षों से एक समूह बना कर आ रहे हैं उसके अध्यक्ष नाभि राय चौगुले ने बताया हर वर्ष हम वंदना को यात्रा को सम्मेद शिखरजी आते हैं और साफ सफाई करते है पर हर वर्ष मुझे सम्मेद शिखरजी की हालत बिगड़ी हुई नजर आती है जो इस बार कुछ ज्यादा ही है ।मंच के श्रद्धालुओं ने मधुबन के मुख्य मार्ग में पड़े गंदगी के अम्बार को अपने हाथों से उठा कर ट्रेक्टर में लाद कर फेंकने गए 800 महिला पुरुषों ने मिलकर इस पावन पवित्र भूमि जहां की गंदगी से बीमारी फैलने की आशंका बनी थी जिस गंदगी के ढेर पर लाखों विषैले जीव जंतु का जन्म हो रहा था उस गंदगी के ढेर को साफ कर ब्लीचिंग पावडर का छिड़काव किया गया मधुबन के मुख्य मार्ग में तलेटी से लेकर शांति धाम तक सड़कों पर रंगोली बनाया गया।

मधुबन में सक्रिय तमाम जैन संस्था के मुंह पर करारा तमाचा। कुछ पल के लिए मधुबन बना स्वर्ग।मुख्य मार्ग में दिखने लगा रंगोली।काश निर्वाण लाडू के दिन शिखरजी के मुख्य मार्ग को इस तरह से साफ कर सजाया गया होता । 23,8,2017 मानो सम्मेद शिखरजी में कोई बहोत बड़ा पर्व मनाया जा रहा हो महाराष्ट से आये सन्मति संस्कार मंच के सैकडों श्रद्धालुओं ने शिखरजी की तस्वीर ही बदल डाली मुख्य मार्ग के दोनो तरफ रंगोली से सजी सड़के देख कर ऐसा प्रतीत हो रहा था मानो हम किसी नए स्थान पर आ गए हों एक दिन पहले जो यात्री सड़क की हालत देख गंदगी से नाक बंद कर सड़क पर चल रहे थे वही लोग सड़कों की तस्वीर अपने मोबाइल पर खींचते नजर आए धन्य हैं वो श्रद्धालु जिन्होंने ने अपने हाथों से इतनी पवित्र भूमि की सफाई की अरे वंदना व यात्रा करने तो हर कोई आते हैं पर इस तरह की यात्रा करने वाले तो कुछ ही लोग होते हैं जो अपने कर्मो से इतिहास बनाते हैं ।भगवान पार्श्वनाथ की मोक्षसप्तमी महोत्सव के दिन जहां देश भर से जैन श्रद्धालु आये हुए थे मधुबन में सक्रिय तमाम जैन संस्था अपने अपने भीतर की सफाई किये खूब सजाया संवारा परन्तु मधुबन मुख्य मार्ग को गंदगी मुक्त करना किसीने भी उचित नही समझा।

जहां जैनत्व की पहचान है जहां बात आती है मंदिर धर्मशाला व आश्रम बनाने की वहां जैन भाई लाखों ही नही करोड़ो रूपये खर्च करते हिचकिचाते नही हैं ।शिखरजी की ही बात करें तो हर वर्ष एक नई संस्था का नीवं रखी जा रही है हर संस्था में करोड़ो करोड़ रुपये खर्च किया जा रहा है ।परंतु इन संस्थाओं की पहचान जिस से है जिस जगह से है उस ओर किसी का भी ध्यान नही है।बंधुओं आज हम आपका ध्यान उस ओर आकृष्ट कराने जा रहे है।शास्वत तीर्थ की पहचान जैनियों की पहचान है शिखरजी की स्वच्छता ओर पवित्रता से हमारी पहचान जुड़ी हुई है। जहां की कण कण पवित्र है उस जगह को हम किस तरह से साफ रखें स्वच्छ रखे उस पर विचार करने की जरूरत है।आज मधुबन सम्मेद शिखरजी की यात्रा करने आये सन्मति संस्कार मंच के 800 श्रद्धालुओं ने शिखरजी में स्वच्छता अभियान चला कर पूरे मधुबन के वातावरण को पवित्र कर दिया हर संस्था को सोचने पर मजबूर कर दिया जिस काम को ए किये उसी काम को उस स्वच्छता को आगे जारी रखा जा सकता है अगर शिखरजी की पवित्रा की ओर आपका ध्यान हो तो ।मधुबन में सक्रिय छोटे बड़े कुल 50 की संख्या में संस्था है हर संस्था के ट्रस्ट अपने मन मे सम्मेद शिखरजी को साफ व स्वच्छ रखने का मन बना लें तो शिखरजी स्वर्ग तो है ही शास्त्रों में सच मे स्वर्ग बन जाएगी तीर्थयात्री की संख्या में बढ़ोतरी होगा पूरे दुनिया मे एक अच्छा संदेश जाएगा।

छितर मल पाटनी हजारीबाग।महामंत्री शाश्वत ट्रस्ट । राजीव पांडेय। पत्रकार।

🎧 www.jinvaani.org @ e-Storehouse, Be Blessed with Gem-trio! 👌

Source: © Facebook

Source: © Facebook

Source: © Facebook

Sources
Categories

Click on categories below to activate or deactivate navigation filter.

  • Jaina Sanghas
    • Digambar
      • Acharya Vidya Sagar
        • Share this page on:
          Page glossary
          Some texts contain  footnotes  and  glossary  entries. To distinguish between them, the links have different colors.
          1. JinVaani
          2. भाव
          3. सागर
          Page statistics
          This page has been viewed 478 times.
          © 1997-2024 HereNow4U, Version 4.56
          Home
          About
          Contact us
          Disclaimer
          Social Networking

          HN4U Deutsche Version
          Today's Counter: