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hurray.. got a cute childhood picha of #AcharyaVidyasagar G:))
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श्रवणबेलगोला में आचार्य श्री वर्धमानसागर जी महाराज के सानिध्य में रक्षा बंधन पर्व #AcharyaVardhmansagar #Shravanbelgola #Gomtheswar #BhahubaliBhagwan
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कुण्डलपुर/कुंडलगिरी [मध्य प्रदेश] से अन्तिम केवली श्रीधर स्वामी मोक्ष गए है! वीतरागी देव के सामने - वीतरागता के इक्छुक दिगंबर मुनि! जब बड़े बाबा नए मंदिर में विराजमान हुए तब 3 Real Brother आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज, मुनि श्री समयसागर जी और मुनि श्री योगसागर जी - मन्त्र-क्रिया शुद्धी करते हुए!
कुंडलाकार ये पर्वत प्यारा, जहा शुशोभित जिनवर न्यारा, नमो नमो आदिश्वराय!
पंद्रह फुट की प्रतिमा साजे, पद्मासन प्रभु स्वयं विराजे, प्रतिमा में प्रतिठित प्राण, बड़े बाबा मेरे
विद्यासागर की तपोस्थली ये, इसका अतिशय बड़ा महान!! छोटे बाबा मेरे!
#AcharyaVidyasgar #MuniSamaysagar #MuniYogsagar #Kundalpur
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News in Hindi
Simple rule of Happiness
न अपेक्षा,
न उपेक्षा!
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आचार्यश्री कुन्दकुन्द रचित प्रवचनसार महाग्रन्थ की टीका मुनिराजश्री प्रणम्य सागरजी ने की है #AcharyaKundkund #MuniPranamyaSagar #AcharyaVidyasagar
सुविदिदपदत्थसुत्तो संजमतवसंजदो विगदरागो।
समणो समसुहदुक्खो भणिदो सुद्दोवओगो त्ति ।।
अन्व्यार्थ- *जिन्होंने पदार्थो को और सूत्रों को भली भांति जान लिया है, जो संयम और तप युक्त है, जो वीतराग अथार्त राग रहित है और जिन्हें सुख दुःख समान है ऐसे श्रमण को शुध्दोपयोगी कहा है*
*इस गाथा में शुध्दोपयोग से परिणित आत्मा का स्वरूप बतलाया गया है जिन्होंने आगम को भली भांति जान लिया वे श्रुतकेवली कहे जाते है और इंद्रिय संयम एवं प्राणीसंयम के साथ बारह प्रकार के तप से युक्त रागरहित वीतरागी श्रमण अथार्त मुनि को साक्षात शुध्दोपयोग हे ऐसा कहा गया है*
*इन विशेषणों से रहित श्रमण भी शुध्दोपयोगी नही होगा तो फिर ग्रहस्थ की क्या बात? यह स्पष्ट कहा है*।
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