26.07.2017 ►Acharya Shri VidyaSagar Ji Maharaj ke bhakt ►News

Published: 26.07.2017
Updated: 26.07.2017

Update

#Precious:) हमने (आ.श्री विद्यासागर जी ने) एक बार आ.ज्ञानसागर महाराजजी से पूछा था - ' महाराज! मुझसे धर्म की प्रभावना कैसे बन सकेगी? तब उनका उत्तर था कि ' आर्षमार्ग में दोष लगा देना अप्रभावना कहलाती है । तुम ऐसी अप्रभावना से बचते रहना, बस प्रभावना हो जाऐगी ।

" मुनि मार्ग सफेद चादर के समान है, उसमें जरा सा दाग लगना अप्रभावना का कारण है । उनकी यह सीख बड़ी पैनी है । इसलिए मेरा प्रयास यही रहा कि दुनिया कुछ भी कहे या न कहे, मुझे अपने ग्रहण किये हुए व्रतों का परिपालन निर्दोष करना है ।

🔸धीरे-धीरे सब व्यवस्थित हो
जाएगा, आगम सामने रखना । ' आगम चक्खू साहू' कहा है ।

🔸अपनी चर्या इस प्रकार
बनाकर चलें ताकी दूसरे लोग
भी आपके साथ चलने को
लालायित हो उठें ।

🔸" मूल के ऊपर सोचो और विचार करो " - यह सूत्र उनका मुझे आज भी प्राप्त है ।
*तत्वार्थसूत्र* जितने बार पढ़ता हूँ उतने बार मुझे बहुत आनंद आता है, और आचार्य महाराज का सूत्र सार्थक होता चला जाता है । भाद्रपद में ही इसका विषय उद्घाटित होता है । बहुत सारी बातें अपने आप होती चली जाती है,यह गुरु महाराज की कृपा है ।
जितना मूल के ऊपर अध्ययन करेंगे, उतना ही आनन्द आयेगा ।

🔸मूलगुण पल जाएँ बहुत यह बड़ी बात है । एक प्रश्न नहीं है, अट्ठाईस प्रश्न है जीवनभर करना है ।

🔸जैसे प्रतिदिन भोजन करना आवश्यक होता है, वैसे ही भेद - विज्ञान साधक को प्रतिदिन बारह भावनाओं के चिंतन रुपी भोजन को करना भी अति आवश्यक होता है, तभी साधक के कदम साधना पथ पर अबाध गति से बढ़ते जाते है और अंतिम मोक्षसुख को पा जाते है ।

🔸' मोक्ष जब चाहते हो तो ख्याति क्यों चाहते हो? प्राकृत में ख्याति को 'खाई' बोलते है ।खाई में तो सर्प, मगरमच्छ सब रहते हैं । जब उसका जीवन पूरा हो जाता है अर्थात उसका नाम भी डूब जाता । इसलिए वे मान को जीवन में नहीं आने देते थे ।

🔸अज्ञानियों से वर्षों प्रशंसा मिलने की अपेक्षा ज्ञानी के द्वारा डाँट मिलना भी श्रेष्ठ है । क्योंकि ज्ञानी की डाँट के द्वारा दिशाबोध प्राप्त हो जाता है और यही डाँट व्यक्ति की दशा परिवर्तन करा देती सै एवं दुर्दशा होने से बचा लेती है ।

भाग १

🎧 www.jinvaani.org @ e-Storehouse of Jinvaani, Be Blessed with Gem-trio!

#Jainism #Digambara #Arihant #Tirthankara #Adinatha #Jain #LordMahavira #Rishabhdev #JainDharma #Parshwanatha #AcharyaVidyasagar #Shramana #AcharyaShriVidyasagar #Ahinsa

Source: © Facebook

News in Hindi

Video

Source: © Facebook

हीरे की पहचान जब हैं तब जौहरी घोषित करे ये साँचा हीरा हैं, पहचान किसने की की आचार्य श्री साँचा हीरा हैं? वे हीरा हैं हम जौहरी हैं, आचार्य श्री ने कभी kaha क्या मैं हीरा हूँ? हमने पहचान की!! -मुनि सुधासागर जी 😀😀😇😇 मुनि निष्कंपसागर जी का उपवास था तो मँजी सुधासागर जी उनको सर में दबाने लगे तब मुनि श्री भी वैय्यावरत्ति करने लगे.. अनुपम द्रश ज़रूर देखे:))

🎧 www.jinvaani.org @ e-Storehouse of Jinvaani, Be Blessed with Gem-trio!

#MuniSudhasagar #MuniNishkampsagar #AcharyaShriVidyasagar #AcharyaVidyasagar

जीवन मे तीन बातें कभी भी हो सकती है ।:)

1:- पाप का उदय कब आ जाए ।
2:- गति का बंध कब हो जाए ।
3:- आयू का अंत कब हो जाए ।

इसलिए अपने परिणाम सदा कोमल रखने चाहीए, रोज पढो और चिंतन करो
1:- मरना अवश्य है..
2:- साथ कुछ नही जाना है..
3:- जो करेगा वो भरेगा...
4:- जहाँ उलझों वही सुलझों..
5:- जो है उसमे संतोष करो..

🎧 www.jinvaani.org @ e-Storehouse of Jinvaani, Be Blessed with Gem-trio!

#Jainism #Digambara #Arihant #Tirthankara #Adinatha #Jain #LordMahavira #Rishabhdev #JainDharma #Parshwanatha #AcharyaVidyasagar #Shramana #AcharyaShriVidyasagar #Ahinsa

Source: © Facebook

Sources
Categories

Click on categories below to activate or deactivate navigation filter.

  • Jaina Sanghas
    • Digambar
      • Acharya Vidya Sagar
        • Share this page on:
          Page glossary
          Some texts contain  footnotes  and  glossary  entries. To distinguish between them, the links have different colors.
          1. Ahinsa
          2. Arihant
          3. Digambara
          4. Jainism
          5. JinVaani
          6. Parshwanatha
          7. Rishabhdev
          8. Shramana
          9. Tirthankara
          10. आचार्य
          11. मरना
          Page statistics
          This page has been viewed 402 times.
          © 1997-2024 HereNow4U, Version 4.56
          Home
          About
          Contact us
          Disclaimer
          Social Networking

          HN4U Deutsche Version
          Today's Counter: