22.12.2016 ►Acharya Shri VidyaSagar Ji Maharaj ke bhakt ►News

Published: 22.12.2016
Updated: 05.01.2017

Update

today exclusive आचार्य श्री जिन प्रतिमा का निरीक्षण करते हुए... @ सिलवानी!! #AcharyaVidyaSagar

Source: © Facebook

Update

Now this page has 57,000+ Likes:)) #AcharyaShri #AcharyaVidyaSagar #JainDharm #Jainism

Source: © Facebook

News in Hindi

Exclusive Photograph मुनि सुधासागर जी तथा मुनि प्रमाणसागर जी के मुनियों के एेतिहासिक मिलन का साक्षी बना ब्यावर --आचार्य विद्या सागर के शिष्य मुनि प्रमाणसागर सुधासागर का 23 वर्ष बाद हुआ मिलन #MuniSudhaSagar #MuniPramaansagar

आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज के शिष्य मुनि पुंगव प्रमाण सागरजी महाराज और मुनि पुंगव सुधासागरजी महाराज का 23 साल बाद ब्यावर में स्नेह मिलन हुआ। इस स्नेह मिलन के साक्षी बनने के लिए बड़ी संख्या में श्रावक-श्राविकाएं भगत चौराहे पर उमड़े। यहां से जुलूस सूरजपोल गेट स्थित दिगंबर जैन पंचायती नसियां में पहुंचा। जहां संतों के प्रवचन हुए। मुनिराजों का मंगल मिलन देखने ब्यावर के जैन समाज के अतिरिक्त अन्य समाज ने भी बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया। भगत चौराहे से जुलूस सरावगी जैन मंदिर, पीपलिया बाजार, महावीर बाजार, भारत माता सर्किल, अजमेरी गेट होते हुए सेठजी की नसिया तक पहुंचकर धर्मसभा में तब्दील हो गया। यहां अपने प्रवचन में विराट सागरजी ने मुनिद्वय को आचार्य भगवंत के दो स्वस्थ भुजाओं के रूप में बताया और कहा कि मुनिराजों के कंधे पर जिनवाणी की प्रभावना की महती जिम्मेदारी है और गुरुवर उसे बखूबी निभा भी रहे हैं। पूज्य मुनि प्रमाण सागरजी महाराज ने अपने मंगल उद्बोधन में कहा कि हम सभी पूज्य विद्यासागरजी जैसे समुद्र की नहरें हैं जो समूचे भारत में फैले जिनधर्म की फसल को बढ़ा रहे हैं उन्होंने कहा कि मुनि श्री मुझ से बड़े है और सदा बड़े रहेंगे। पूज्यवर ने कहा कि मुनि प्रमाण सागरजी से 23 बर्ष के अंतराल में मुझे कभी लगा ही नही हम आपस में कभी एक दूसरे से अलग हुए हैं, मुनि श्री ने कहा कि पहिले हम दो क्षुल्लक जी के साथ थे। आचार्य भगवंत के आशीष से हमारे मुनिराज महासागरजी निष्कंप सागरजी हमारे पास गए और आज हमारे मुनिराज प्रमाण सागरजी विराट सागरजी भी हमें मिले। मुनि महासागर जी महाराज मुनि निष्कंपसागर महाराज के मिलन के बाद पहला चातुर्मास भी ब्यावर में हुआ है
महासंतों के मिलन के बाद जुलूस के रूप में सरावगी मोहल्ला मंदिर की ओर जाते संत। संकलन अभिषेक जैन लुहाडिया

--- www.jinvaani.org @ Jainism' e-Storehouse ---

#Jainism #Jain #Digambara #Nirgrantha #Tirthankara #Adinatha #LordMahavira #MahavirBhagwan #Rishabhdev #AcharyaVidyasagar #Ahinsa #Nonviolence #AcharyaShri

Source: © Facebook

Sources
Categories

Click on categories below to activate or deactivate navigation filter.

  • Jaina Sanghas
    • Digambar
      • Acharya Vidya Sagar
        • Share this page on:
          Page glossary
          Some texts contain  footnotes  and  glossary  entries. To distinguish between them, the links have different colors.
          1. Ahinsa
          2. Digambara
          3. Jainism
          4. JinVaani
          5. Nirgrantha
          6. Nonviolence
          7. Rishabhdev
          8. Tirthankara
          9. आचार्य
          10. महावीर
          11. सागर
          Page statistics
          This page has been viewed 603 times.
          © 1997-2024 HereNow4U, Version 4.56
          Home
          About
          Contact us
          Disclaimer
          Social Networking

          HN4U Deutsche Version
          Today's Counter: